नई दिल्ली: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने वार्षिक रक्षा बिल पर वीटो लगा दिया है. डोनाल्ड ट्रंप ने आरोप लगाया है कि यह बिल रूस और चीन की मदद करेगा. वहीं यह पहला ऐसा मौका है कि जब डोनाल्ड ट्रंप ने अपने राष्ट्रपति कार्यकाल में ओवर राइट वोट किया है. इसके साथ ही बिल में अमेरिकी सैनिकों के वेतन में तीन फीसदी इजाफे की बात भी की गई है.
करीब एक हफ्ते पहले अमेरिकी संसद से 740 अरब डॉलर के डिफेंस बिल को पारित किया गया था. जिस पर अब अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने वीटो लगा दिया है. डोनाल्ड ट्रंप का कहना है, 'दुर्भाग्य से ये बिल महत्वपूर्ण राष्ट्रीय सुरक्षा उपायों को शामिल करने में विफल रहता है. इसमें ऐसे प्रावधान शामिल हैं जो हमारे दिग्गजों और हमारे सैन्य इतिहास का सम्मान करने में असफल होते हैं और मेरे प्रशासन के जरिए अमेरिका को हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेश नीति कार्यों में पहले स्थान पर लाने के प्रयासों का खंडन करते हैं.'
बता दें कि इस बिल में अमेरिकी सैनिकों की सैलरी में 3 फीसदी के इजाफे की सिफारिश की गई है. इसके अलावा बिल में भारत और चीन के बीच लाइन ऑफ ऐक्चुअल कंट्रोल (LAC) पर जारी तनाव का जिक्र भी किया गया है. वहीं राष्ट्रपति ट्रंप पहले ही कह चुके थे कि इस बिल में सोशल मीडिया कंपनियों के लिए कानूनी सुरक्षा के प्रावधान नहीं है.
कोविड-19 राहत विधेयक पर हस्ताक्षर से इनकार
दूसरी तरफ अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कोविड-19 राहत विधेयक पर भी हस्ताक्षर करने से इनकार कर दिया है. ट्रंप का कहना है कि ज्यादातर अमेरिकियों के लिए 600 डॉलर की सहायता काफी नहीं है और उन्होंने संसद से इस राशि को बढ़ाकर 2,000 अमेरिकी डॉलर करने के लिए कहा है. ट्रंप ने कहा कि इस विधेयक से विदेशों में बहुत अधिक धन पहुंचेगा, लेकिन अमेरिकियों को पर्याप्त राशि नहीं मिलेगी.
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