वाशिंगटन: कोविड-19 वैक्सीन को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति का मजाक उड़ाने वाले मीडिया की व्हाइट हाउस ने आलोचना की है. उसने कहा कि कम समय में वैक्सीन को विकसित और वितरित करना एक 'चमत्कार' है. व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैली मेकनैनी ने मंगलवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘कल अमेरिका ने चिकित्सीय चमत्कार देखा.
कोविड-19 वैक्सीन पर व्हाइट हाउस ने मीडिया की आलोचना की
देशभर में कोविड-19 से निपटने के लिए अग्रिम मोर्चे पर काम कर रहे कर्मियों को वैक्सीन की पहली खुराक दी गई. राष्ट्रपति ट्रंप ने रिकॉर्ड समय में सुरक्षित एवं प्रभावी वैक्सीन का वादा किया था और उन्होंने ने ऐसा कर दिखाया.’’ अमेरिकी दवा निर्माता कंपनी फाइजर ने रविवार को मिशिगन के गोदाम से कोरोना वायरस वैक्सीन की पहली खेप रवाना कर दी और इसके साथ ही अमेरिका के इतिहास में सबसे बड़े टीकाकरण अभियान की शुरुआत हो गई.
अमेरिका में कोरोना वायरस संक्रमण के कारण तीन लाख से अधिक लोगों की मौत हो गई है और देशभर में एक करोड़ 60 लाख लोग संक्रमित हैं. मिशिगन मेडिकल केयर सेंटर में फ्लाइट नर्स का काम करने वाले 43 वर्षीय जॉनी पीपल्स वैक्सीन की खुराक लेनेवाले पहले शख्स बने. कैली मेकनैनी ने कहा कि ट्रंप ने वैक्सीन विकसित किए जाने की निगरानी की. उन्होंने ट्रंप की इच्छा बताते हुए कहा कि राष्ट्रपति सभी अमेरिकियों के लिए वैक्सीन की खुराक मिलने की अपेक्षा रखते हैं.
कम समय में वैक्सीन विकसित, वितरित करने को बताया 'चमत्कार'
मेकनैनी ने मीडिया पर निशाना साधा, ‘‘इस साल की शुरुआत में हमने कई समाचार संस्थानों एवं तथ्यों की तथाकथित जांच करने वालों से सुना था कि राष्ट्रपति ट्रंप को 'अपनी बात सही साबित करने के लिए चमत्कार' की आवश्यकता होगी. एनबीसी के एक लेख में यह कहा गया था. ‘हेल्थलाइन’ के अनुसार, हमें बताया गया था कि वैक्सीन विकसित होने में एक साल से अधिक का समय लगेगा. ‘यूएसए टुडे’ ने हमें सचेत किया था कि चिकित्सीय अनुसंधानों की प्रगति करने के बावजूद वैक्सीन आने में एक साल से अधिक का समय लगेगा. ‘नेशनल ज्योग्राफिक’ ने भी हमें बताया था कि एक साल से 18 महीने तक के समय में वैक्सीन विकसित करना अभूतपूर्व होगा. इन रिपोर्टों को स्वयं अपने तथ्यों की जांच करने की आवश्यकता है.’’
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