अमेरिका ने इमरान को याद दिलाया पुराना वादा, कहा-आतंक पीड़ितों का हक है कि वो हाफिज सईद को सजा पाता देखें
अमेरिकी विदेश विभाग में दक्षिण एशिया मामलों की प्रभारी एलिस जे वेल्स ने कहा कि लश्कर-ए-तैयबा के हमलों से पीड़ित लोगों का हक है कि वो हाफिज सईद समेत अन्य अतंकियों को सजा पाता देखें.
वॉशिंगटन: आतंकवादियों को पनाह देने वाले पाकिस्तान को अमेरिका ने फटकार लगाई है और कहा है कि इमरान खान वादा अनुसार हाफिद सईद जैसे आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई करें. अमेरिकी विदेश विभाग में दक्षिण एशिया मामलों की प्रभारी एलिस जे वेल्स ने इमरान खान को पुराना बयान याद दिलाया, जिसमें पाकिस्तान के पीएम ने कहा था कि अतंकियों खिलाफ कार्रवाई करना पाकिस्तान के अपने भविष्य के लिए जरूरी है.
उन्होंने कहा, ''लश्कर-ए-तैयबा के हमलों से पीड़ित लोगों का हक है कि वो हाफिज सईद समेत अन्य अतंकियों को सजा पाता देखें.'' हाफिज सईद 26/11 मुंबई हमलों समेत कई हमलों का मास्टरमाइंड है. भारत ने उसके खिलाफ कई सबूत पेश किए हैं. लेकिन अभी तक कार्रवाई के नाम पर दिखावे से ज्यादा पाकिस्तानी सरकार ने कुछ नहीं किया.
यही नहीं भारत ने पुलवामा हमले के मास्टरमाइंड मसूद अजहर के खिलाफ भी कई सबूत सौंपे हैं. लेकिन पाकिस्तान सरकार ने कार्रवाई तो दूर हमले में हाथ होने को लेकर भी झूठ बोला. भारत की कई कोशिशों के बाद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित किया गया था.
आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने की वजह से ही फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) पाकिस्तान को ग्रे सूची में डाल रखा है. एफएटीएफ की अगले सप्ताह पेरिस में एक बार फिर बैठक होगी. संभावना है कि पाकिस्तान ग्रे सूची में ही बना रहेगा.
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दुनिया भर में टेरर फंडिंग पर नजर रखने वाली संस्था एफएटीएफ की एशिया पैसिफिक ग्रुप ने हाल ही में पाकिस्तान को लेकर अपनी रिपोर्ट दी है. इस रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र से प्रतिबंधित आतंकी संगठनों के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है.