अमेरिका की चीन को चेतावनी: रूस-यूक्रेन जंग से लें सीख, ताइवान पर अटैक बीजिंग की होगी बड़ी 'गलती'
जनरल ने कहा कि जब तक अमेरिकी सेना का दबदबा बना रहता है, वह अमेरिका और चीन के बीच 'महाशक्ति युद्ध' को रोक सकती है. मिले ने यह भी कहा कि चीन, अमेरिका के लिए सबसे बड़ा भू-राजनीतिक खतरा है.
America On China-Taiwan Issue: चीन और ताइवान के बीच विवाद (China Taiwan Conflict) दिन-ब-दिन गहराता जा रहा है और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping) दुनिया को अपने इरादों से वाकिफ करवा चुके हैं. वह कह चुके हैं कि ताइवान के मुद्दे पर किसी भी हद तक जा सकते हैं. हालांकि, ताइवान के समर्थन में खड़ा अमेरिका (America) भी इस मुद्दे को अपनी नाक का सवाल मानता है. एक बार फिर अमेरिका ने चीन को चेतावनी दी है. अमेरिका के शीर्ष सैन्य अधिकारी ने कहा है कि ताइवान पर हमला चीन के लिए एक 'रणनीतिक गलती' होगी.
'चीनी उच्च जोखिम में होंगे'
यूएस ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ के अध्यक्ष जनरल मार्क मिले (Mark Milley) ने बुधवार को कहा, "ताइवान पर हमला करना और उसकी घेराबंदी करना एक कठिन काम है. ताइवान का अधिकांश भाग एक पहाड़ी द्वीप है. यह एक बहुत ही कठिन सैन्य उद्देश्य है. चीनी उच्च जोखिम में होंगे और यह एक नासमझ भू-राजनीतिक गलती होगी, ठीक वैसे ही गलती जैसी यूक्रेन में पुतिन ने की है."
'रूस और यूक्रेन युद्ध से सीख सकते हैं'
मिले ने कहा कि जब ताइवान की स्थिति की बात आती है तो यूक्रेन में संघर्ष से सबक सीखे जाते हैं और द्वीप को खुद को बचाने के लिए तैयार करने में मदद मिलती है. चीन को एक बढ़ता हुआ खतरा बताते हुए, शीर्ष अमेरिकी जनरल ने कहा कि बीजिंग ने शताब्दी के मध्य तक नंबर एक शक्ति बनने के अपने लक्ष्य को आगे बढ़ाया है.
'अमेरिका की सेना नंबर एक है'
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान मिले ने कहा कि चीन की तुलना में अमेरिकी सेना की निरंतर श्रेष्ठता दोनों देशों के बीच महान शक्ति संघर्ष को रोकने में मदद करती है. उन्होंने कहा, "अभी, अमेरिका की सेना, बिना किसी सवाल के पृथ्वी पर सबसे घातक युद्ध मशीन है. अमेरिका की सेना नंबर एक है और हम नंबर एक बने रहने का इरादा रखते हैं."
'...हम ऐसा नहीं होने देंगे'
जनरल मिले ने कहा कि जब तक अमेरिकी सेना का दबदबा बना रहता है, वह अमेरिका और चीन के बीच 'महाशक्ति युद्ध' को रोक सकती है. मिले ने यह भी कहा कि चीन, अमेरिका के लिए सबसे बड़ा भू-राजनीतिक खतरा है और नंबर एक वैश्विक शक्ति बनने के अपने इरादे से शर्मिंदा नहीं है. उन्होंने कहा, "लेकिन हम ऐसा नहीं होने देंगे. जब तक हम नंबर एक बने रहेंगे, तब तक हम उस युद्ध को रोकते रहेंगे, जिसके बारे में लोग चिंता करते हैं.''
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