Taiwan-China tension: ताइवान की राष्ट्रपति साई इंग वेन की अमेरिका यात्रा के बाद चीन से तनाव बढ़ गया है. चीन ने न सिर्फ उनकी इस यात्रा की कड़ी निंदा की बल्कि ताइवान के पास सैन्य अभ्यास भी शुरू कर दिया है. चीन की नौसेना और वायुसेना समुद्र में बसे ताइवान की सीमाओं को लांघ चुकी हैं. ऐसे में अमेरिका की तरफ से ताइवान को लेकर प्रतिक्रिया आई है. 


अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की चीन संबंधी एक प्रवर समिति के अध्यक्ष माइक गॉलघर ने बढ़ते तनाव के बीच कहा कि अमेरिका को ताइवान मुद्दे को गंभीरता से लेना चाहिए, क्योंकि चीन ने ताइवान के आसपास सैन्य अभ्यास शुरू कर दिया है. चीन इसे 'युद्ध की तैयारी' करार दे रहा है. उन्होंने आगे कहा कि अमेरिका पूरे मामले पर नजर रखे हुए है. 


ताइवान की रक्षा क्षमता को मजबूत करना होगा 


गॉलघर ने कहा कि हमें ताइवान की रक्षा क्षमता को मजबूत करने के लिए उसे जल्द से जल्द सैन्य सहायता पहुंचनी होगी. उन्होंने आगे कहा कि हमें अपनी प्रतिरोध क्षमता को मजबूत करने के लिए आकाश-पाताल एक कर देने की जरूरत है, ताकि जिनपिंग की समझ में आ जाए कि वह ऐसा कर ही नहीं सकते. उन्होंने कहा कि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की ताइवान को अपने देश में मिलाने की स्पष्ट मंशा है, हमें उन्हें रोकने की जरूरत है. 


गौरतलब है कि चीन ताइवान की राष्ट्रपति और यूएस हाउस स्पीकर केविन मैक्कार्थी की कैलिफोर्निया में हुई मुलाकात के बाद से बौखलाया हुआ है. ताइवान का दावा है कि चीन ने अपने 71 लड़ाकू विमान और 9 युद्धपोत ताइवान के आस-पास खड़े किए हैं. हालांकि ताइवान ने भी स्पष्ट कर दिया है कि वह अपनी रक्षा और सुरक्षा के लिए एकजुट होकर लड़ेगा.


ताइवान ने किया दावा 


ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने ट्विटर पर कहा कि ताइवान ने रविवार सुबह 6 बजे तक चीन के 71 लड़ाकू विमानों और 9 युद्धपोतों को ट्रैक किया है. वहीं, 45 विमानों ने ताइवान की वायु सीमा में प्रवेश भी किया. एक और ट्वीट में ताइवान ने कहा कि यह हमारी मातृभूमि है, और इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि हम कहां जाते हैं या हम क्या देखते हैं. हमारा वतन हमेशा से आकर्षक और खूबसूरत देश रहा है. इस भूमि पर हर गाथा हमारी यादों में उकेरी गई है. हम, #ROCAarmedForces, अपनी मातृभूमि की रक्षा करने और अपने घरों की रक्षा करने के लिए पूरी ताकत से लड़ेंगे.


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