अमेरिका ने यूक्रेन में युद्ध अपराधों की जवाबी कार्रवाई के तहत बुधवार को रूसी बैंकों पर जुर्माना बढ़ाये जाने और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की दो बेटियों को निशाना बनाते हुए पाबंदियां लगाए जाने की घोषणा की. इस कदम के तहत स्बरबैंक और अल्फा बैंक को अमेरिकी वित्तीय प्रणाली से दूर करने के साथ ही अमेरिकी नागरिकों को इन संस्थानों के साथ व्यापार करने से रोका गया है.


इसके अलावा, अमेरिकी प्रतिबंधों के दायरे में पुतिन की बेटियों मारिया पुतिन और कैटरीना तिखोनोवा तथा प्रधानमंत्री मिखाइल मिशुस्टिन, रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव की पत्नी और बच्चों के अलावा रूस की सुरक्षा परिषद के सदस्यों और पूर्व राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव को भी रखा गया है.


यह पूछे जाने पर कि अमेरिका, पुतिन की बेटियों को क्यों निशाना बना रहा है, बाइडेन प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि अमेरिका को लगता है कि उनके पिता की कुछ संपत्ति पर उनका नियंत्रण हो सकता है. अधिकारी ने कहा, "हम मानते हैं कि पुतिन की कई संपत्तियां, परिवार के सदस्यों के पास छिपी हुई हैं और इसलिए हम उन्हें लक्षित कर रहे हैं."


अमेरिका ने पुतिन परिवार के सभी करीबी सदस्यों को अमेरिकी वित्तीय प्रणाली से दूर कर दिया है और इनकी अमेरिका स्थित सभी संपत्तियों को फ्रीज कर दिया गया है. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने ताजा प्रतिबंधों को ''विध्वंसकारी'' करार दिया. बाइडन ने ट्वीट कर कहा, ''मैंने स्पष्ट किया है कि रूस को बुचा में हुए अत्याचारों की तत्काल बड़ी कीमत चुकानी होगी.''


बाइडेन के उस कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर करने की उम्मीद है, जोकि अमेरिकी नागरिकों द्वारा रूस में किसी भी नये निवेश को रोकेगा, फिर चाहे वह दुनिया के किसी भी हिस्से में रह रहे हों.


उल्लेखनीय है कि यूक्रेन के बुचा शहर में रूसी बलों के अत्याचारों से जुड़ी तस्वीरें सामने आने के बाद से पश्चिमी देशों ने कड़ी प्रतिक्रिया जतायी है.


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