US On Given Immunity To Saudi Price: जानेमाने पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या के मामले में सऊदी प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान को छूट देकर फंसे अमेरिका ने एक नया दांव चला है. अमेरिका ने अपने इस फैसला का बचाव करते हैं कि ऐसा पहली बार नहीं है कि जब देश ने किसी नेता को इस तरह की छूट दी हो. इससे पहले पीएम नरेंद्र मोदी को भी छूट दी जा चुकी है.


अमेरिका के विदेश विभाग के प्रवक्ता ने शुक्रवार को एक प्रेस ब्रीफिंग में कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अमेरिका ने अभियोजन पक्ष से उसी तरह की सुरक्षा दी गई थी, जो हाल ही में सऊदी प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान को दी गई है. पत्रकार जमाल खशोगी की नृशंस हत्या पर क्राउन प्रिंस को छूट देने के दबाव में अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता वेदांत पटेल ने कहा कि ये पहली बार नहीं है जब संयुक्त राज्य अमेरिका ने ऐसा किया है.


अमेरिका ने पीएम मोदी समेत लिया इन नेताओं का नाम


उन्होंने कहा कि इससे पहले कई देशों के प्रमुखों पर इसे लागू किया जा चुका है और ये दीर्घकालिक और सुसंगत है. उदाहरण के रूप में साल 1993 में हैती में राष्ट्रपति एरिस्टाइड, साल 2011 में जिम्बॉब्वे में राष्ट्रपति मुगाबे, साल 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और साल 2018 में डीआरसी में राष्ट्रपति कबीला ये दिया जा चुका है. उन्होंने कहा कि ये एक सतत प्रक्रिया है, जिसे हम राष्ट्राध्यक्षों, प्रमुखों और विदेश मंत्रियों के लिए की जाती है.


सऊदी प्रिंस पर घिरा अमेरिका


अमेरिका ने पीएम मोदी को लेकर इस तरह का बयान तब दिया है जब वो हत्या के आरोपी सऊदी प्रिंस को लेकर बुरी तरह से घिरा हुआ है. दरअसल, अमेरिका ने साल 2005 में पीएम मोदी को गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए उन्हें वीजा नहीं दिया था. तब आरोप था कि गुजरात सरकार ने साल 2002 में हुए गुजरात दंगों में कुछ नहीं किया. इसके बाद साल 2014 में उनके प्रधानमंत्री बनने के बाद पीएम मोदी को वीजा मिला था.


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