'पहले कभी नहीं था भारत से इतना गहरा रिश्ता', अमेरिकी विदेश मंत्री ने इंडिया-अमेरिका रिलेशन को लेकर जानिए क्या कुछ कहा
US-India Partnership: एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि क्लीन एनर्जी उत्पादन और डिजिटल कनेक्टिविटी को बढ़ाने के लिए अमेरिका और भारत के साथ मिलकर काम करेंगे.
India-America Relation: भारत में जी-20 समिट के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की मुलाकात के बाद अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने भारत-अमेरिका के रिश्तों को लेकर बयान दिया है. अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा है कि भारत और अमेरिका के बीच साझेदारी पहले कभी इतनी गहरी और गतिशील नहीं रही ऐसा इसलिए क्योंकि भारत और अमेरिका उन्नत सेमीकंडक्टर विकसित करने से लेकर रक्षा सहयोग तक हर क्षेत्र में मिलकर काम कर रहे हैं.
जी-20 समिट के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन भारत दौरे पर आए थे, इस दौरान उन्होंने समिट से इतर भारत के साथ एक द्विपक्षीय वार्ता की थी. जिसके बाद बुधवार को एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि भारत और अमेरिका को दोनों नेताओं की ओर से किए गए कई सहयोगों से लाभ होगा.
विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि राष्ट्रपति जो बाइडेन की सरकार ने भारत, जापान और ऑस्ट्रेलिया के साथ क्वाड साझेदारी को बढ़ाया है ताकि देशों और दुनिया को टीकों के में मदद मिल सके. इसके अलावा समुद्री सुरक्षा को मजबूत करने और जलवायु चुनौतियों से निपटने तक हर विषय पर काम किया जा सके.
नवंबर 2017 में चार देशों ने हिंद-प्रशांत में महत्वपूर्ण समुद्री मार्गों को किसी भी प्रभाव से आजाद रखने के लिए एक नई रणनीति विकसित करने के लिए ‘‘क्वाड’’ की नींव रखी थी.
नए आर्थिक गलियारे को लेकर कही ये बात
विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन अमेरिका के जॉन्स हॉपकिंस स्कूल ऑफ एडवांस्ड इंटरनेशनल स्टडीज (एसएआईएस) में ‘‘नए युग में अमेरिकी कूटनीति की शक्ति और उद्देश्य’’ विषय पर भाषण देने पहुंचे थे.
पिछले सप्ताह जी20 समिट से इतर अमेरिका, भारत, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, फ्रांस, जर्मनी, इटली और यूरोपीय संघ समेत कई देशों के नेताओं ने संयुक्त रूप से एक आर्थिक गलियारा तैयार करने पर सहमति बनाई थी.
इस गलियारे को चीन के विवादास्पद ‘बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव’ (बीआरआई) के विकल्प के तौर पर देखा जा रहा है. अमेरिकी विदेश मंत्री ने कहा, “अभी पिछले हफ्ते ही जी20 में राष्ट्रपति जो बाइडेन और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक और महत्वाकांक्षी परिवहन, ऊर्जा और प्रौद्योगिकी गलियारे की घोषणा की है. यह एशिया, पश्चिम एशिया और यूरोप के बंदरगाहों को जोड़ेगा.”
एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, फ्रांस, जर्मनी, इटली और यूरोपीय संघ जैसे देश क्लीन एनर्जी उत्पादन और डिजिटल कनेक्टिविटी को बढ़ाने के लिए अमेरिका और भारत के साथ मिलकर काम करेंगे.’’
ये भी पढे़ं: