अमेरिका के एक अधिकारी ने मंगलवार (23 अप्रैल, 2024) को कहा कि ईरान के साथ कारोबार करने की इच्छा रखने वाले किसी भी व्यक्ति को अमेरिका की ओर से प्रतिबंध लगाए जाने के जोखिम की भी जानकारी होनी चाहिए. अमेरिका के विदेश मंत्रालय के उप प्रवक्ता वेदांत पटेल ने ईरान के राष्ट्रपति की पाकिस्तान की यात्रा के बारे में किए गए एक प्रश्न के उत्तर में यह बात कही.


उन्होंने कहा, 'मैं व्यापक तौर पर यह कहना चाहता हूं कि हम ईरान के साथ कारोबार की इच्छा रखने वाले किसी भी व्यक्ति को प्रतिबंधों के संभावित जोखिम के बारे में सजग रहने की सलाह देते हैं. पाकिस्तान सरकार को अपनी विदेश नीति के बारे में बेहतर पता होगा.'


ईरान के राष्ट्रपति की यात्रा के दौरान पाकिस्तान और ईरान ने आठ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए और दोनों देश द्विपक्षीय व्यापार को 10 अरब अमेरिकी डॉलर तक बढ़ाने पर भी सहमत हुए. इस सप्ताह की शुरुआत में अमेरिका ने पाकिस्तान के बैलेस्टिक मिसाइल कार्यक्रम में उसकी मदद करने वालों पर प्रतिबंध लगाया, जिसमें चीन की तीन कंपनी भी शामिल हैं.


पटेल ने कहा, 'प्रतिबंध इसलिए लगाए गए क्योंकि ये ऐसी संस्थाएं हैं जो सामूहिक विनाश के हथियारों के उत्पादन और उनके प्रसार को बढ़ावा दे रही थीं. ये बेलारूस में पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना से जुड़ी कंपनी हैं और हमने देखा है कि इन्होंने किस प्रकार से पाकिस्तान के बैलेस्टिक मिसाइल कार्यक्रम के लिए जरूरी घटक और अन्य सामान मुहैया कराए.'


एक अन्य संवाददाता सम्मेलन में पेंटागन के प्रेस सचिव पैट राइडर ने कहा कि अमेरिका के पाकिस्तान के साथ अच्छे संबंध है. राइडर ने कहा, 'वह क्षेत्र में महत्वपूर्ण सुरक्षा भागीदार है.' पाकिस्तान यात्रा के दौरान ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी और पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर के बीच भी बैठक हुई, जिसमें मुनीर ने रईसी से आतंकवादियों के खिलाफ बेहतर समन्वय की आवश्यकता पर जोर दिया. उन्होंने पाकिस्तान-ईरान बॉर्डर को शांति और दोस्ती की सीमा बताया.


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