Donald Trump on Russia-Ukraine War : रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध को लेकर अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि यूक्रेन को रूस के हमले को समाप्त करने के लिए एक समझौते पर पहुंचने की जरूरत है. ट्रंप ने दोनों देशों में जारी युद्ध के बीच यह संकेत दिया है कि वह एक ऐसे समझौते के लिए बढ़ सकते हैं, जो रूस के क्षेत्रों में किए गए अधिग्रहण को कानूनी मान्यता दे सके. डोनाल्ड ट्रंप ने फ्लोरिडा के मार-ए-लागो क्लब में सोमवार (16 दिसंबर) को यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की के बारे में कहा, ‘जेलेंस्की को एक समझौते के लिए तैयार रहना चाहिए. क्योंकि बहुत से लोग मारे जा रहे हैं.’ 


ट्रंप ने आगे कहा कि युद्ध में तबाह हुए शहरों को फिर से बनाना एक शताब्दी का काम होगा. इसके अलावा उन्होंने यूक्रेन के कब्जा हो चुके क्षेत्रों को फिर से प्राप्त करने की उम्मीदों को भी नकार दिया. ट्रंप ने अमेरिकी हथियारों का इस्तेमाल करके रूसी क्षेत्र के अंदर घूसकर लक्ष्यों को निशाना बनाने के लिए फिर सी आलोचना की, जो कि वर्तमान अमेरिकी प्रशासन की मंजूरी के बाद किया गया था. ट्रंप की इस बात का मतलब हो सकता है कि यदि रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध जारी रहता है, तो वह अमेरिकी हथियारों के इस्तेमाल के खिलाफ हो सकते हैं.


शहर हो चुके हैं तबाह, पुनर्निर्माण में लगेंगे 110 सालः ट्रंप


डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार (16 दिसंबर) को कहा, "यह कहना सही है कि वे अपनी ज़मीन वापस चाहते हैं, लेकिन शहरों का अधिकतर हिस्सा तबाह हो चुका है." उन्होंने आगे कहा, "आप कुछ उन शहरों को देखें, वहां एक भी बिल्डिंग खड़ी नहीं है तो जब आप कहते हैं, 'देश को वापस ले आओ', तो क्या वापस लाएंगे? इसके पुनर्निर्माण में 110 साल लगेंगे."


ट्रंप ने बाइडन प्रशासन की आलोचना की


डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को इस बात को कई बार दोहराया कि उन्हें विश्वास है कि अगर वह अभी भी राष्ट्रपति होते तो रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन पर आक्रमण नहीं किया होता. ट्रंप ने राष्ट्रपति जो बाइडन की प्रशासन की आलोचना करते हुए कहा कि यूक्रेन को आर्मी टैक्टिकल मिसाइल सिस्टम्स (ATACMS) के इस्तेमाल से रूस की आंतरिक इलाकों में हमला करने की अनुमति देना एक गलत निर्णय था. इन मिसाइलों की रेंज लगभग 300 किलोमीटर (190 मील) है. ट्रंप ने कहा, "मुझे नहीं लगता कि उन्हें (जो बाइडन को) मिसाइलों को रूस में 200 मील अंदर तक दागने की अनुमति देनी चाहिए थी."


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