कोई लगा रहा बिना कपड़ों के रेस तो कोई चट्टान को कर रहा किस, मन्नत पूरी करने के लिए ये क्या कर रहे अमेरिकी कॉलेज के बच्चे
Different Rituals Of American Colleges: अमेरिका के कॉलेजों में स्टूडेंट बिना कपड़ों के सड़कों पर दौड़ते हैं. कहा जाता है कि ऐसा करने से स्टूडेंट्स को नई ऊर्जा मिलती है.
Different Rituals Of American Colleges: दुनिया के सबसे विकसित देश अमेरिका में एक ऐसी प्रथा सालों साल से तक चली आ रही है जिसके बारे में भारतीय तो कभी सोच भी नहीं सकते. अमेरिका के कॉलेजों में स्टूडेंट बिना कपड़ों के सड़कों पर दौड़ते हैं, कोई जूतों से लदे पैड़ को चूमते हैं तो कोई कछुए के सिर को रगड़ता है. चौंक गए ना... जी हां अमेरिका के कॉलेज में ऐसी ही न जाने कितनी प्रथाएं चली आ रही है.
अमेरिका के कॉलेज में इस प्रथा को गुड लुक्स से जोड़कर देखा जाता है, तो लोग ऐसा भी मानते हैं कि इस रस्म का पालन करने से जोड़ियां सलामत रहती है. अमेरिका के कॉलेज में लड़कियां इस आस में कि उनकी जोड़ियां सलामत रहेगी या उनके पार्टनर्स गुड लुकिंग होंगे इसको लेकर एक चट्टान को चूमती है. कॉलेज के छात्रों को मानना है कि ऐसा करने पर उनकी जल्दी ही सगाई हो जाएगी.
अमेरिकी कॉलेजों की विभिन्न प्रथाएं
बिना कपड़ों के दौड़ लगाते हैं स्टूडेंट्स
मैसाचुसेट्स की विलियम कॉलेज के नए एडमिशन लेने वाले छात्र कॉलेज शुरू होने से पहले हॉस्टल से लेकर राष्ट्रपति भवन तक बिना कपड़ों के दौड़ लगाते हैं. मानना है कि ऐसा करने से छात्रों में नई ऊर्जा आती है. यह प्रथा 1940 में शुरू की गई थी.
हर सेमिस्टर के बाद कॉलेज में बिना कपड़ों के दौड़ते हैं बच्चे
ठीक ऐसे ही वेस्लेयन यूनिवर्सिटी में होता है यहां हर 6 महीने पर सेमेस्टर खत्म होने के बाद लोग बिना कपड़ों के पूरे कैंपस में दौड़ लगाते हैं. यह परंपरा 1970 में शुरू हुई, इस प्रथा को शुरू करने के पीछे का कारण था बच्चों के स्ट्रेस को दूर करना.
चट्टान को चूमती है लड़कियां
मैसाचुसेट्स के वेलेस्ली कॉलेज में एक किसिंग रॉक बनी हुई है, जिस कॉलेज की छात्राएं किस करती हैं. कहा जाता है कि ऐसा करने से उनकी सगाई एक साल के अंदर हो जाती है. इस कॉलेज में यह प्रथा बीते 100 सालों से चली आ रही है और आए दिन कॉलेज की लड़कियां इस किसिंग रॉक को किस करते नजर आती है.
पेड़ पर जूते लटकाने की प्रथा
अमेरिका की मरे स्टेट यूनिवर्सिटी में एक ऐसी प्रथा है जहां पर एक जूते से बना पेड़ है. यहां की प्रथा यह है कि जब भी कोई नया जोड़ा बनता है तो वह यहां पर जूते लटका देते हैं और यह प्रथा बीते 60 सालों से चल रही है. ऐसा मानना है कि एक लड़का कॉलेज खत्म होने के बाद हॉस्टल से अपने घर जा रहा था. सामान ज्यादा होने की वजह से वह जूते अपने साथ नहीं लेकर जाना चाहता था, इसलिए उसने कैंपस में बने एक पेड़ पर अपने जूते को टांग दिए, जिसके बाद से ही यह प्रथा शुरू हो गई. जूते टांगने वाला इस यूनिवर्सिटी का यह तीसरा पेड़ है. पहले पेड़ पर बिजली गिर गई थी. दूसरे पेड़ की टहनियों गिरने लगी थी, जिसके बाद 2015 में उन पेड़ों को हटा दिया गया तब से लेकर इस तीसरे पेड़ ने में मोर्चा संभाला हुआ है.
पुतले का अंगूठा रगड़ा जाता है
अब बात करते हैं कनेक्टिकट की यूनिवर्सिटी की. यहां पर थियोडोर ड्वाइट वुल्सी का पुतला है, जिसके अंगूठे को हर नया छात्र रगड़ता है. कहते हैं कि जब भी कोई नया एडमिशन लेने वाला छात्र इस पुतले के अंगूठे को रगड़ता है तो उसका साल अच्छा बितता है.
हथौड़े से तोड़ते हैं तरबूज
बात करते हैं टैक्सस ए एन एम यूनिवर्सिटी की यहां पर जब भी कोई बच्चा यूनिवर्सिटी छोड़कर जाता है तो आखिरी दिन कैंपस में सभी छात्र जमा होकर तरबूज को हथौड़े से तोड़ते हैं. इस रिवाज की शुरुआत 1905 में यूनिवर्सिटी के ही एक छात्र संगठन ने शुरू की थी.
750 फीट लंबी सैंडविच चेन
बर्नार्ड कॉलेज जो कि न्यूयॉर्क में स्थित है यहां पर हर साल नए बच्चे एडमिशन लेते हैं और उनके साथ अच्छे रिश्ते बनाने के लिए पुराने छात्र 750 फीट लंबी चैन बनाते हैं वह भी सैंडविच की चैन. इस प्रथा को बर्नार्ड बिग सब कहते हैं.
कछुए का सिर रगड़ने से मिलता है ये
अमेरिका के ओहियो में मियामी यूनिवर्सिटी में भी ऐसी एक परंपरा है जहां पर ट्राई डेल्ट सनडायल मूर्ति के पास एक तांबे के कछुए के सर को रगड़ते हैं. कहां जाता है कि ऐसा करने से स्टूडेंट को पेपर में अच्छे ग्रेड मिलते हैं.