Elon Musk News: दुनिया के सबसे अमीर लोगों की लिस्ट में शामिल टेस्ला और ट्विटर के सीईओ एलन मस्क (Twitter CEO Elon Musk) पर अमेरिका में एक केस चल रहा है. इसे लेकर अमेरिकी जूरी ने शुक्रवार (03 फरवरी) को सुनवाई की. मामले में अमेरिकी जूरी ने फैसला किया कि एलन मस्क निवेशकों को हुए नुकसान के लिए "जिम्मेदार नहीं" थे. दरअसल, यह पूरा मामला उनके 2018 में किए गए एक ट्वीट को लेकर है. 


मस्क पर आरोप है कि साल 2018 में उन्होंने टेस्ला के प्राइवेटाइजेशन को लेकर ट्वीट किया था, जिसके कारण स्टॉक मार्केट (Stock Market) में भारी उथल-पुथल हुई थी और इसी से निवेशकों को नुकसान उठाना पड़ा था. उन्होंने ट्वीट कर कहा था कि उनके पास इतना फंड है कि वह टेस्ला को प्राइवेट कंपनी बनाने वाले हैं. इसके लिए उन्होंने एक शेयर का भाव 420 डॉलर तय किया था. कई शेयरधारकों ने आरोप लगाया था कि मस्क ने यह ट्वीट सिर्फ अपनी कंपनी के शेयरों के दाम बढ़ाने के लिए किया है. 


एलन मस्क ने रखा अपना पक्ष


न्यूयॉर्क टाइम्स एक रिपोर्ट के मुताबिक पिछले हफ्ते एलन मस्क मे मामले में सफाई देते हुए कहा कि वह इतने सफल बिजनेसमैन हैं कि वह आसानी से फंड जुटा सकते थे. टेस्ला के शेयर मस्क के ट्वीट के बाद 11 प्रतिशत बढकर 387.46 अमेरिकी डॉलर के उच्च स्तर पर पहुंचे थे. इसके बाद इसमें गिरावट देखी गई और 344 यूएसडी (USD) रह गए. जब यह पता लगा कि फंडिंग कम है तो यह गिरकर एक महीने में 263.24 रह गए और अब तक 420 अमेरिकी डॉलर नहीं पहुंच सके हैं. 


'मस्क के बयानों से नहीं पहुंचा नुकसान'


हालांकि, अब इस मामले में मस्क को राहत मिली है. सात पुरुषों और दो महिलाओं की 9 सदस्यीय जूरी ने लगभग एक घंटे तक विचार-विमर्श  कर फैसला लिया है कि मस्क के बयानों से निवेशकों का नुकसान नहीं हुआ. पूरे ट्रायल के दौरान, निवेशकों के वकीलों ने तर्क दिया था कि मस्क को पता था कि टेस्ला प्राइवेट होने के करीब नहीं था क्योंकि किसी भी व्यक्ति और इन्वेस्टमेंट फंड ने सौदे के लिए अच्छा पैसा नहीं लगाया था. 


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