वाशिंगटन: ईरान के साथ संभावित युद्ध को लेकर अमेरिका की सियासत गरमा गई है. अमेरिकी संसद के निचले सदन ने ईरान के खिलाफ सैन्य कार्रवाई के लिए राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के अधिकार सीमित करने वाले प्रस्ताव को पारित कर दिया है. अब ट्रंप को ईरान पर पलटवार करने की खुली छूट नहीं होगी. डेमोक्रेटिक सांसदों के बहुमत वाले निचले सदन हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स में प्रस्ताव के पक्ष में 194 वोट पड़े.अब इस प्रस्ताव को संसद के ऊपरी सदन सीनेट में पेश किया जाएगा.


डेमोक्रेट्स का आरोप है कि ट्रंप ने संसद को जानकारी दिए बिना ही इराक में ईरान के कमांडर जनरल सुलेमानी पर ड्रोन हमले की इजाजत दे दी थी. इसके बाद नैंसी पेलोसी ने अमेरिकी सांसदों को चिट्ठी लिखकर राष्ट्रपति की सैन्य कार्रवाई को सीमित करने का प्रस्ताव रखा था.


बता दें कि पिछले हफ्ते बगदाद में ईरानी शीर्ष कमांडर कासिम सुलेमानी के एक अमेरिकी ड्रोन हमले में मारे जाने के बाद बुधवार को ईरान ने बगदाद में दो अमेरिकी सैन्य अड्डों को निशाना बना कर मिसाइलें दागी, जिसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया है.


हम अपने हथियार इस्तेमाल नहीं करना चाहते


अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा था कि जब तक ईरान आतंकवाद को बढ़ावा देता रहेगा तब तक मध्य पूर्व में शांति और स्थिरता कायम नहीं हो सकती. हम कई हाइपरसोनिक मिसाइल बना रहे हैं. असल बात ये है कि हमारे पास बेहतरीन मिलिट्री और हथियार है. हालांकि इसका ये मतलब नहीं है कि हमें इसका इस्तेमाल करना है. हम इसका इस्तेमाल नहीं करना चाहते.


बता दें कि ये प्रेस कॉन्फ्रेंस भारतीय समय के अनुसार साढ़े नौ बजे होने वाली थी लेकिन आधे घंटी की देर से शुरू हुई. गौरतलब है कि ईरान ने दावा किया है कि उसने अमेरिका के दो सैन्य ठिकानों पर हमला किया है और इसमें कई लोगों की जान गई है.



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