दोनों नेताओं ने कहा कि वे अमेरिका और ब्रिटेन के व्यापार संबंधों को मबजूत बनाने के लिए काम करेंगे. मे ने कहा कि ट्रंप ने इस साल के आखिर में ब्रिटेन का आधिकारिक दौरा करने का उनका निमंत्रण स्वीकार कर लिया है. ट्रंप ने ब्रेग्जिट का उल्लेख करते हुए कहा, ‘‘मेरा मानना है कि एक बार यह हो जाने पर आप खुद की पहचान रखेंगे और आप उन लोगों को देश में रख सकेंगे जिनको चाहते हैं.’’ मे ने यह भी कहा कि ट्रंप ने नाटो के लिए 100 फीसदी समर्थन की बात कही है.
दोनों नेताओं की मुलाकात पर पूरी दुनिया की नजर थी क्योंकि दोनों देश व्यापार पर सहमति बनाने और ब्रेग्जिट के बाद नये समझौते की भूमिका तैयार करने की कोशिश में हैं. ओवल कार्यालय में पहुंचने के बाद ट्रंप की किसी भी विदेशी नेता के साथ आमने-सामने की यह पहली मुलाकात थी. ट्रंप ने बीते शुक्रवार को अमेरिका के 45वें राष्ट्रपति पद की शपथ ली थी. ट्रंप के साथ मुलाकात से पहले मे ने फिलाडेल्फिया मे कहा कि सरकार से इतर तत्वों के उभरने को देखते हुए अब अमेरिका और ब्रिटेन जैसे देशों को अपने नेतृत्व को आगे बढ़ाना होगा.