नई दिल्ली: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ अमेरिकी संसद के निचले सदन में महाभियोग प्रस्ताव पास हो गया है. अब ये प्रस्ताव सीनेट में जाएगा. राष्ट्रपति ट्रंप इससे पहले अपने विरोधियों पर जमकर बरसे. उन्होंने कहा कि अब सीनेट ट्रायल में देरी नहीं होनी चाहिए और इसे तुरंत करा लेना चाहिए. उन्होंने कहा कि डेमोक्रेट्स के पास उनके खिलाफ कोई सुबूत नहीं है.


उन्होंने कहा- निचले सदन (हाउस ऑफ रिप्रेजेंटिव) में डेमोक्रेट्स मुझे टक्कर नहीं दे पाए, ना वकील और ना गवाह. कुछ भी उन्होंने मेरे खिलाफ पेश नहीं किया. वो सीनेट में ट्रायल चाहते हैं और मैं भी यही चाहता हूं.


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अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि डेमोक्रेट्स ने रिपब्लिकन सांसदों को भी खरीदने की कोशिश की लेकिन सफल नहीं हो पाए. डेमोक्रेट्स महाभियोग प्रक्रिया का पालन भी नहीं कर रहे हैं. हालांकि उनकी इस चाल ने रिपब्लिकन्स को एकजुट कर दिया है.


आपको बता दें कि सीनेट में महाभियोग की प्रक्रिया 7 जनवरी के बाद शुरू होगी.


ट्रंप पर खतरा नहीं


निचले सदन में महाभियोग प्रस्ताव लाया गया था जहां ये आसानी से पास भी हो गया. अब प्रस्ताव सीनेट में जाएगा जहां रिपब्लिकन पार्टी का बहुमत है और ऐसा नहीं लगता कि वहां ट्रंप के खिलाफ वोटिंग होगी. सीनेट में सुनवाई के दौरान प्रेसिडेंट खुद हाजिर हो सकते हैं या फिर उनका वकील भी जा सकता है.


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ऐसा माना जा रहा है कि ट्रंप की सत्ता को कोई नुकसान नहीं पहुंचेगा क्योंकि सीनेट में रिपब्लिकन पार्टी बहुमत में है. अगर 20 या उससे अधिक रिपब्लिकन सांसद उनके खिलाफ विद्रोह कर देते हैं तभी उनको हटाया जा सकता है लेकिन ऐसा होता दिख नहीं रहा है.


व्हाइट हाउस ने अपने बयान में कहा कि जब से ट्रंप ने सत्ता संभाली है तभी से वह अमेरिका के लिए काम कर रहे हैं और अपने कार्यकाल के अंतिम दिन तक करते रहेंगे.