UNGA में मॉस्को पर बरसे राष्ट्रपति बाइडेन, कहा- रूस किसी संप्रभु राष्ट्र को दुनिया से नहीं मिटा सकता
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने रूस पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि रूस अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा की नींव को तोड़ रहा है. जानिए उन्होंने और क्या कुछ कहा.
Jo Biden On UNGA: संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) ने बुधवार (12 अक्टूबर) को चार यूक्रेनी क्षेत्रों के रूसी कब्जे की निंदा करते हुए एक प्रस्ताव पारित किया. 143 देशों ने इस प्रस्ताव के समर्थन में मतदान किया. निंदा प्रस्ताव के पारित होने पर अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन (Jo Biden) की प्रतिक्रिया सामने आई है. अमेरिकी राष्ट्रपति ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के प्रस्ताव को अपनाने की सराहना की है.
जो बाइडन ने कहा, "आज, दुनिया के भारी बहुमत ने संयुक्त राष्ट्र चार्टर का बचाव करने के लिए मतदान किया और यूक्रेन के क्षेत्र पर बल से कब्जा करने के रूस के अवैध प्रयास की निंदा की." उन्होंने कहा कि 143 राष्ट्र स्वतंत्रता, संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के पक्ष में खड़े थे.
'रूस अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा की नींव को तोड़ रहा है'
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि रूस अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा की नींव को तोड़ रहा है. उन्होंने कहा, "इस संघर्ष के दांव सभी के लिए स्पष्ट हैं - और दुनिया ने जवाब में एक स्पष्ट संदेश भेजा है. रूस एक संप्रभु राज्य को मानचित्र से नहीं मिटा सकता है. रूस बल से सीमाओं को नहीं बदल सकता है. रूस किसी अन्य देश के क्षेत्र को अपने रूप में जब्त नहीं कर सकता है."
जो बाइडन की रूस पर तीखी प्रतिक्रिया
बाइडन ने कहा कि दुनिया ने अभी यह प्रदर्शित किया है कि यह अधिक एकजुट है और रूस को इसके उल्लंघन के लिए जवाबदेह ठहराने के लिए पहले से कहीं अधिक दृढ़ है. उन्होंने कहा, "संयुक्त राष्ट्र महासभा के साथ मिलकर हम किसी पड़ोसी की जमीन पर जबरन कब्जा करने या चोरी करने के अवैध प्रयासों को बर्दाश्त नहीं करेंगे. हम अंतरराष्ट्रीय कानून, संयुक्त राष्ट्र चार्टर और यूक्रेन और उसके लोगों को दिए गए अधिकारों और सुरक्षा के लिए खड़े होंगे."
पक्ष में 143, विरोध में 5, भारत वोटिंग से दूर
गौरतलब है कि 193 सदस्यों वाली एसेंबली में निंदा प्रस्ताव के पक्ष में 143 सदस्यों ने मतदान किया और पांच सदस्य देशों ने प्रस्ताव के खिलाफ अपना वोट डाला. हालांकि, भारत सहित 35 देश इस वोटिंग से दूर रहे. उन्होंने मतदान प्रक्रिया में हिस्सा नहीं लिया.