US MidTerm Elections 2022: ‘खतरे में है लोकतंत्र…’, अमेरिका में मध्यावधि चुनाव से ठीक पहले फिर बोले बाइडेन
Joe Biden vs Donald Trump: मध्यावधि चुनाव बाइडेन और ट्रंप के लिए नाक की लड़ाई बन चुका है. अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की सभी 435 सीटों और सीनेट की 100 सीटों में से 35 सीटों पर मतदान होगा.
America Mid-Term Elections: अमेरिका में आठ नवंबर को होने वाले मध्यावधि चुनाव को लेकर राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) एक बार फिर से आमने-सामने हैं. मध्यावधि चुनाव (Mid-Term Election) में राष्ट्रपति जो बाइडेन की साख दांव पर है. वहीं, पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपनी ताकत साबित करना चाहते हैं और राष्ट्रपति बाइडेन के निशाने पर ट्रंप हैं. वो दुनिया के सबसे पुराने लोकतंत्र को बचाने की दुहाई दे रहे हैं. चुनाव से पहले राष्ट्रपति जो बाइडेन ने ट्रंप पर हमला करते हुए उन्हें लोकतंत्र के लिए खतरा बताया है.
बाइडेन के निशान पर ट्रंप
राष्ट्रपति जो बाइडेन ने ट्रंप पर हमला करते हुए कहा कि अमेरिकी लोकतंत्र पर हमले हो रहे हैं क्योंकि ट्रंप ने 2020 चुनाव के परिणामों को स्वीकार करने से इनकार कर दिया था. उन्होंने लोगों की इच्छा को स्वीकार करने से इनकार कर दिया. राष्ट्रपति बाइडेन ने ट्रंप पर अपना हमला जारी रखते हुए आगे कहा कि उन्होंने इस तथ्य को स्वीकार करने से इनकार कर दिया कि वह हार गए. उन्होंने अपनी शक्ति का दुरुपयोग किया और संविधान के प्रति वफादारी रखने के बदले खुद को अहमियत दी. एक बड़े झूठ को रिपब्लिकन पार्टी में विश्वास का आर्टिकल बना दिया है.
ट्रंप का राष्ट्रपति बाइडेन पर चौतरफा हमला
वहीं, ट्रंप भी बाइडेन पर चौतरफा हमले कर रहे हैं. ट्रंप बाइडेन को घेरने का कोई मौका छोड़ना नहीं चाहते. ये चुनाव ट्रंप के लिए बेहद अहम है क्योंकि वो 2024 में वो फिर से चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं. ट्रंप ने राष्ट्रपति का पद छोड़ने के बाद भी रिपब्लिकन पार्टी पर अपनी पकड़ बनाए रखी है. उन्होंने सीनेट के लिए 35 में से 25 रिपब्लिकन का समर्थन किया है. ट्रंप का जलवा और उनका 'मेक अमेरिका ग्रेट अगेन' का तेवर अब भी कायम है. ट्रंप ने कहा कि देश में महंगाई और नौकरी बड़ा मुद्दा है.
बाइडेन और ट्रंप के लिए नाक की लड़ाई
दरअसल, मध्यावधि चुनाव बाइडेन और ट्रंप के लिए नाक की लड़ाई बन चुका है. अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की सभी 435 सीटों और सीनेट की 100 सीटों में से 35 सीटों पर मतदान होगा. इसके अलावा देश के 50 राज्यों में से 36 में गवर्नरों और विधायिकाओं के लिए भी मतदान है. मध्यावधि चुनाव को राजनीतिक विश्लेषक एक तरह का जनमत संग्रह मानते हैं- इन चुनावों में रिपब्लिकन अगर जीत हासिल करती है तो ये ट्रंप की वापसी मानी जाएगी.
वहीं, बाइडेन पर एक कमजोर और अलोकप्रिय राष्ट्रपति होने का ठप्पा लग सकता है. माना जा रहा है कि मध्यावधि चुनाव के बाद में अगर रिपब्लिकन की जीत होती है तो ट्रंप ये फिर से दावा कर सकते हैं कि 2020 का चुनाव वो जीत गए थे, लेकिन उन्हें दुबारा राष्ट्रपति बनने नहीं दिया गया. अमेरिका के मध्यावधि चुनाव की दौड़ में भारतीय मूल के पांच अमेरिकी नागरिक भी शामिल हैं. इनमें चार डेमोक्रेटिक पार्टी के हैं.
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