Justin Trudeau Extends Navratri Wishes: सिख अलगाववादी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के पीछे भारतीय एजेंटों का हाथ होने का दावा करने वाले कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने रविवार (15 अक्टूबर) को हिंदू समुदाय को नवरात्रि की शुभकामनाएं दीं. ट्रूडो ने कहा कि उनकी सरकार भारत के साथ घनिष्ठ संबंध बनाने के लिए प्रतिबद्ध है.


पीएम ट्रूडो ने अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट से पोस्ट किया, "नवरात्रि की शुभकामनाएं! मैं हिंदू समुदाय और इस त्योहार को मनाने वाले सभी लोगों को हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं." कनाडाई पीएम की ओर जारी आधिकारिक बयान में कहा गया है कि अगली 9 रातों और 10 दिनों में कनाडा और दुनियाभर में हिंदू समुदाय के लोग नवरात्रि मनाने के लिए इकट्ठा होंगे.


'पुरानी परंपराओं को मनाने का समय'
उन्होंने कहा, "नवरात्रि हिंदुओं के सबसे महत्वपूर्ण और पवित्र त्योहारों में से एक है, जो राक्षस महिषासुर पर देवी दुर्गा की जीत और बुराई पर अच्छाई की विजय की याद दिलाता है. इसे अक्सर फेमिनिन एनर्जी (स्त्री ऊर्जा) के उत्सव के रूप में देखा जाता है. बयान में कनाडाई पीएम के हवाले से आगे कहा गया, "दोस्तों और परिवार के लिए एक साथ आने और प्रार्थना करने, विशेष भोजन और आतिशबाजी के साथ सदियों पुरानी परंपराओं को मनाने का समय आ गया है."


हिंदू समुदाय को शुभकामनाएं दीं
उन्होंने इस उत्सव को हिंदू समुदाय की संस्कृति के बारे में ज्ञान प्राप्त करने और कनाडा में उनके योगदान को पहचानने का अवसर भी बताया. पीएम ट्रूडो ने कहा, "नवरात्रि सभी कनाडाई लोगों के लिए हिंदू समुदाय के समृद्ध इतिहास और संस्कृति को जानने का अवसर भी प्रदान करती है. मैं अपने परिवार और कनाडा सरकार की ओर से इस साल नवरात्रि मनाने वाले सभी लोगों को शुभकामनाएं देता हूं."






हिंदू समुदाय का गुरपतवंत सिंह के खिलाफ कार्रवाई का अनुरोध 
इससे पहले खालिस्तान समर्थक गुरपतवंत सिंह पन्नू के कथित तौर पर हमास का समर्थन करने और कनाडा सहित जी7 देशों में भारतीय वाणिज्य दूतावासों के खिलाफ धमकियां देने पर चिंता व्यक्त करते हुए हिंदू समुदाय ने ट्रूडो सरकार से खालिस्तानी नेता के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करने का अनुरोध किया. कनाडा के पब्लिक सेफ्टी मिनिस्टर डोमिनिक लेब्लांक को संबोधित एक ईमेल में हिंदू फोरम ऑफ कनाडा (HFC) ने पन्नू के खिलाफ तत्काल कार्रवाई का आह्वान किया.


निज्जर की हत्या को लेकर रिश्तों में खटास
गौरतलब है कि हाल ही में कनाडाई संसद को संबोधित करते हुए पीएम ट्रूडो ने दावा किया कि खालिस्तानी नेता निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंट शामिल थे. हालांकि, भारत ने इन दावों को सिरे से खारिज करते हुए इसे बेतुका बताया था. इतना ही नहीं आरोप के मद्देनजर दोनों देशों के रिश्तों में खटास भी आ गई थी. 


विदेश मंत्रालय ने ट्रूडो के आरोपों का जवाब देते हुए कहा था, "हमने कनाडाई प्रधानमंत्री के बयान को देखा है और उनके बयान को भी खारिज कर दिया है. कनाडा में हिंसा के किसी भी कृत्य में भारत सरकार की भागीदारी के आरोप बेतुके हैं. हम लोकतांत्रिक हैं और कानून में पूरा विश्वास रखते हैं.
 
बता दें भारत में नामित आतंकवादी निज्जर की 18 जून को कनाडा के सरे में एक गुरुद्वारे के बाहर हत्या कर दी गई थी. हालांकि, कनाडा ने हरदीप निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंटों का हाथ होने के अपने दावे के समर्थन में अभी तक कोई सबूत नहीं दिया है.  


ट्रूडो के निज्जर की हत्या में भारत के एजेंटों की संभावित संलिप्तता के आरोप लगाने के बाद भारत ने कनाडा के राजनयिकों को 'जैसे का तैसा' निष्कासन की घोषणा कर दी थी. इतना ही नहीं, भारत ने कनाडाई नागरिकों के लिए वीजा सेवाएं भी निलंबित कर दीं थीं.


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