अफगानिस्तान में एक टॉप अमेरिकी कमांडर ने सोमवार को राजधानी काबुल में एक समारोह में अपने कमान को छोड़ने की घोषणा की और इसके साथ ही अमेरिका 20 साल की अपनी लड़ाई को समाप्त करने के और करीब बढ़ गया है. यह कदम ऐसे समय में उठाया गया जब तालिबान तेजी से पैर पसार रहा है.


अफगानिस्तान में 2018 से अमेरिका के शीर्ष कमांडर के रूप में सेवाएं दे रहे जनरल स्कॉट मिलर ने अपनी कमान छोड़ दी. अब उनकी जगह अमेरिका की सेंट्रल कमांड के प्रमुख, मरीन जनरल फ्रेंक मैकेंजी फ्लोरिडा के टैंपा में सेंट्रल कमांड के मुख्यालय से कामकाज देखेंगे. वह कम से कम 31 अगस्त तक अमेरिकी सैनिकों की पूरी तरह वापसी होने तक अफगान बलों की सुरक्षा के लिहाज से संभावित हवाई हमलों की जिम्मेदारी संभालेंगे.


काबुल के बीचों-बीच भारी सुरक्षा वाले रिजोल्यूट सपोर्ट मुख्यालय में यह समारोह ऐसे समय में संपन्न हुआ, जब तालिबान अफगानिस्तान में तेजी से अनेक क्षेत्रों पर नियंत्रण करता जा रहा है. मुख्यत: अमेरिका और नाटो द्वारा वित्तपोषित अफगानिस्तान राष्ट्रीय रक्षा और सुरक्षा बलों ने देश के कुछ हिस्सों में कार्रवाई तेज कर दी है, लेकिन अफगान सरकार के सैनिक मैदान से हटते नजर आ रहे हैं.


तालिबान ने पिछले कुछ सप्ताह में कई रणनीतिक जिलों में नियंत्रण हासिल किया है, जिनमें विशेष रूप से ईरान, उज्बेकिस्तान और ताजिकिस्तान की सीमाओं से लगे इलाके हैं. तालिबान का नियंत्रण अफगानिस्तान के कुल 421 जिलों और जिला केंद्रों में से एक-तिहाई से भी अधिक पर है. हालांकि, तालिबान का यह दावा बढ़ा-चढ़ाकर किया गया लगता है कि उन्होंने 85 प्रतिशत जिलों पर कब्जा कर लिया है.


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