(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Sri Lanka Crisis: श्रीलंका में जारी संकट के बीच भारतीय हाई कमीशन ने अपने नागरिकों से की ये अपील, जानें क्या कहा
Sri Lanka Crisis: श्रीलंका में आज राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होने हैं. कार्यवाहक राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे समेत दुल्लास अल्हाप्पेरुमा और अनुरा कुमारा दिसानायके मैदान में हैं.
Sri Lanka Crisis: श्रीलंका (Sri Lanka) में जारी आर्थिक और राजनीतिक संकट के बीच कोलंबो में भारतीय उच्चायोग (Indian High Commission) ने भारतीय नागरिकों (Indian Citizens) से अनुरोध किया है कि वे नवीनतम घटनाओं से अवगत रहें और उसके अनुसार अपने गतिविधियों की योजना बनाएं. उच्चायोग ने कहा कि यदि आवश्यक हो, तो भारतीय नागरिक हमसे संपर्क कर सकते हैं. बता दें श्रीलंका में आज राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होने हैं.
राष्ट्रपति चुनाव के लिए कार्यवाहक राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे (Ranil Wickremesinghe) समेत दुल्लास अल्हाप्पेरुमा (Dullas Alahapperuma) और अनुरा कुमारा दिसानायके (Anura Kumara Dissanayake ) मैदान में हैं.
Amid the current situation in Sri Lanka, Indian nationals in Sri Lanka are requested to remain aware of the latest developments and accordingly plan their movements and activities. If required, Indian nationals can contact us: High Commission of India in Colombo, Sri Lanka pic.twitter.com/8BLozqggsM
— ANI (@ANI) July 20, 2022
अल्हाप्पेरुमा कट्टर सिंहली बौद्ध राष्ट्रवादी और सत्तारूढ़ श्रीलंका पोदुजाना पेरामुना (एसएलपीपी) पार्टी के सदस्य हैं. वहीं, दिसानायके वामपंथी जनता विमुक्ति पेरामुना (जेवीपी) के प्रमुख सदस्य हैं. 225 सांसद गुप्त मतदान में वरीयता के क्रम में उम्मीदवारों की रैंकिंग करेंगे. देर शाम तक नतीजे आने की उम्मीद है.
गौरतलब है कि गोटाबाया राजपक्षे देश की अर्थव्यवस्था को न संभाल पाने के कारण और बढ़ते जन आक्रोश के बीच देश छोड़कर भाग गए थे. वह पहले मालदीव गए और वहां से सिंगापुर चले गए हैं. उन्होंने सिंगापुर से ही इस्तीफा भेजा. उनके इस्तीफे के बाद देश के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे को कार्यवाहक राष्ट्रपति बनाया गया.
तमिल बहुल प्रांतों के लिए अधिक स्वायत्तता की मांग
इससे पहले श्रीलंका के मुद्दे पर मंगलवार को नई दिल्ली (New Delhi) में हुई सर्वदलीय बैठक (All Party Meeting) में द्रविड मुनेत्र कषगम (DMK) ने कहा कि पड़ोसी देश को मानवीय सहायता प्रदान करते हुए भारत को श्रीलंका पर तमिल बहुसंख्यक उत्तरी और पूर्वी प्रांतों को अधिक स्वायत्तता (Autonomy) देने के लिये दबाब बनाना चाहिये .
बैठक में द्रमुक का प्रतिनिधित्व करते हुए उसके वरिष्ठ नेता टी आर बालू ने विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) की मौजूदगी में यह टिप्पणी की. बैठक में मरुमलार्ची द्रविड मुनेत्र कषगम (MDMK) नेता वाइको ने भी ऐसी ही मांग की.
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