Pakistan: सरबजीत सिंह के हत्यारे को अज्ञात हमलावरों ने गोलियों से भूना, 26/11के मास्टरमाइंड हाफिज का था करीबी
Sarabjit Singh: पाकिस्तान के जेल में सरबजीत सिंह पर सफराज तांबा सहित अन्य कैदियों ने हमला कर दिया था. सबरजीत सिंह को पाकिस्तन से छुड़ाने के लिए उनकी बहन दलबीर कौर ने कानूनी लड़ाई लड़ी थी.
Sarabjit Singh Killer News: पाकिस्तान में मौत की सजा पाए भारतीय कैदी सरबजीत सिंह की हत्या के आरोपी अमीर सरफराज तांबा की लाहौर में अज्ञात बंदूकधारियों ने गोली मारकर हत्या कर दी. अमीर तांबा लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के संस्थापक और 26/11 मुंबई आतंकी हमले का मास्टरमाइंड हाफिज सईद का करीबी था. पाकिस्तान में लाहौर के इस्लामपुरा इलाके में बाइक सवार हमलावरों ने अमीर तांबा पर हमला किया.
अस्पताल ले जाते समय तोड़ा दम
लाहौर में अमीर सरफराज तांबा को गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया, जहां उसने दोम दोड़ दिया. अमीर तांबा के पिता का नाम सरफराज जावेद है, जो लश्कर संस्थापक के करीबी सहयोगी थे. हाई सिक्योरिटी वाले लखपत जेल में सरबजीत सिंह पर सफराज तांबा सहित अन्य कैदियों ने हमला कर दिया था.
लगभग एक सप्ताह तक बेहोश रहने के बाद 2 मई 2013 की सुबह लाहौर के जिन्ना अस्पताल में सरबजीत सिंह की मौत हो गई थी. रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तानी कैदियों के ग्रुप ने सरबजीत सिंह पर ईंटों और लोहे की छड़ों से हमला किया था.
पाकिस्तान के जेल में बंद थे सबरजीत
पंजाब के भिखीविंड के रहने वाले सरबजीत सिंह नशे की हालत में गलती से पाकिस्तान चले गए थे. उन्हें साल 1990 में पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में बम विस्फोटों में उनकी कथित भूमिका के लिए मौत की सजा सुनाई गई थी, इस आरोप का भारत सरकार ने बार-बार खंडन किया था.
सरबजीत सिंह के पाकिस्तान जेल में 20 साल से अधिक समय गुजराने के दौरान उनकी बहन दलबीर कौर ने अपने भाई को वहां से छुड़ाने के लिए कानूनी लड़ाई लड़ी. वह हमेशा इस बात पर जोर देती थीं कि उनका भाई सरबजीत सिंह निर्दोष है और जब उसे गिरफ्तार किया गया तो वह गलती से पाकिस्तान चला गया था. दलबीर कौर अपने भाई से मिलने पाकिस्तान भी गईं थी.
(सैयद जलालुद्दीन की रिपोर्ट)