वॉशिंगटन: अमेरिका में हथियारों से लैस लुटेरों की ओर से लूटपाट की कोशिश के दौरान भारतीय मूल के एक छात्र की गोली मारकर हत्या कर दी गई. इस हमले में एक और भारतीय शख्स जख्मी हो गया . भारतीय मूल का यह छात्र अमेरिका में बंदूकों की वजह से होने वाली हिंसा का नवीनतम शिकार है.


सीबीएस न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक 19 साल के अरशद वोहरा की कल शिकागो के डोल्टन के लैंगली में क्लार्क गैस स्टेशन में गोली मारकर हत्या कर दी गई. हथियारबंद लुटरों की ओर से एक स्टोर के भीतर लूटपाट की कोशिश के दौरान दो लोगों को गोली मारी गई.


पुलिस ने बताया कि बाकर सईद नाम का दूसरा पीड़ित गंभीर रूप से घायल हो गया. अरशद और बाकर दोनो रिश्तेदार हैं. पुलिस रिपोर्ट में अरशद के रिश्तेदारों के हवाले से बताया गया कि वह गैस स्टेशन में अपने परिवार के लिए गैस ले रहा था.


अरशद के रिश्तेदार अब्दुल वोहरा ने कहा, "यह निर्मम हत्या का एक और कृत्य है. हम जानते हैं कि यह अक्सर होता रहता है." अब्दुल ने कहा, ‘‘अरशद परिवार में सबसे बड़ा था. काफी समझदार लड़का था. वह अपने पिता के लिए गैस भरवा रहा था, क्योंकि उसके पिता देश से बाहर थे". परिवार ने कहा कि अरशद को मौके पर ही मृत करार दे दिया गया था. अरशद दक्षिण उप-नगरीय कॉलेज में व्यापार प्रबंधन की पढ़ाई कर रहा था. इस घटना के समय अरशद के पिता भारत आए हुए थे.


पुलिस गैस स्टेशन से मिले वीडियो फुटेज खंगाल रही है और लूटपाट के दौरान की गई हत्या के मामले की जांच की जा रही है. पुलिस का मानना है कि संदिग्ध पैदल ही आए और पैदल ही भागे. पुलिस गोलीबारी की इस घटना की जांच हथियारों से लैस लूटपाट के तौर पर कर रही है. इससे पहले गैस स्टेशन पर ऐसी कोई घटना नहीं हुई थी.


सीबीएस न्यूज की रिपोर्ट में बताया गया कि हमलावरों को पकड़ने में मदद के लिए 12,000 अमेरिकी डॉलर का इनाम रखा गया है. बता दें कि हाल के महीनों में भारतीय नागरिकों और भारतीय मूल के अमेरिकियों पर हमले की घटना बढ़ती जा रही है.


इसी तरह बीते 15 दिसंबर को ओहायो में एक लूटपाट के दौरान करुणाकर करेंगले की हत्या कर दी गई थी. कुछ दिन पहले शिकागो में मास्टर्स की पढ़ाई कर रहा 30 साल का एक भारतीय नागरिक एक अज्ञात हमलावर की ओर से किए गए हमले में गंभीर रूप से घायल हो गया था.


भारत के सॉफ्टवेयर इंजीनियर श्रीनिवास कुचिभोटला की फरवरी में अमेरिकी नौसेना के एक पूर्व कर्मी ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. आरोपी ने श्रीनिवास और उनके दोस्त से कहा था कि वे अपने देश वापस चले जाएं. इसके कुछ ही हफ्तों बाद वॉशिंगटन के केंट में मास्क पहने एक शख्स ने एक सिख व्यक्ति के हाथ में गोली मार दी थी. आरोपी ने सिख व्यक्ति से ‘‘अपने देश’’ जाने को कहा था.


‘गन वायलेंस आर्काइव’ के मुताबिक, साल 2017 में अमेरिका में बंदूकों से हिंसा की 58,491 घटनाएं हुईं हैं जिनमें 14,763 लोग मारे गए और 29,888 लोग जख्मी हुए हैं.