Andhra Pradesh Student Died : किर्गिस्तान में आंध्र प्रदेश के एक 21 वर्षीय MBBS छात्र की झरने के पास बर्फ में फंसने से मौत हो गई. छात्र की पहचान दसारी चंदू के रूप में हुई है, वह अनाकापल्ले जिले के रहने वाले थे. रिपोर्ट के मुताबिक, जिस विश्वविद्यालय में वह पढ़ रहे थे, वहां परीक्षा खत्म होने के बाद चंदू अन्य छात्रों और आंध्र प्रदेश के कुछ दोस्तों के साथ झरने पर गए थे. इस दौरान चंदू बर्फ में फंस गए और उनकी जान चली गई.
NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक, 21 वर्षीय मेडिकल के छात्र दसारी चंदू आंध्र प्रदेश के अनाकापल्ले के मदुगुला गांव के निवासी थे और किर्गिस्तान में MBBS की पढ़ाई कर रहे थे. वह सेकंड ईयर में थे. किर्गिस्तान के अधिकारियों ने माता-पिता को घटना की जानकारी दी है. बताया गया कि दसारी चंदू ने अपनी दूसरे वर्ष की परीक्षा समाप्त कर ली थी और अपने 4 दोस्तों के साथ सैर पर थे, जो आंध्र प्रदेश से भी थे। जमे हुए झरने के पास बर्फ में फंसने से उनकी मृत्यु हो गई. वह एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए पिछले साल किर्गिस्तान गए थे.
बता दें कि चंदू अनाकापल्ले के प्रसिद्ध मिठाई की दुकान के मालिक दसारी भीम राजू के बेटे थे. वह एक साल पहले एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए किर्गिस्तान गए थे. चंदू के परिवार ने भारत सरकार से शव को वापस लाने की अपील की है. अनाकापल्ले की सांसद बी वेंकट सत्यवती ने केंद्रीय मंत्री किशन रेड्डी को इस मामले की जानकारी दी है.
बॉडी को भारत लाने की तैयारी
सांसद सत्यवती के मुताबिक, रेड्डी ने किर्गिस्तान में भारतीय दूतावास के अधिकारियों से बात की और चंदू की बॉडी को लाने के लिए सभी सहायता प्रदान करने का अनुरोध किया. चंदू के माता-पिता ने बताया कि वे अपने बेटे की बॉडी लाने के लिए केंद्रीय मंत्री और तेलंगाना राज्य भाजपा अध्यक्ष जी किशन रेड्डी के पास पहुंचे. उन्होंने कहा कि है कि रेड्डी किर्गिस्तान में अधिकारियों से बातचीत कर रहे हैं और शव को वापस लाने की व्यवस्था की जा रही है. द सियासत डेली की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने कहा कि रेड्डी ने किर्गिस्तान में भारतीय दूतावास से बात की और चंदू के अवशेषों को भारत लाने में सहायता का आग्रह किया.
403 छात्रों की गई अब तक जान
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने फरवरी में संसद को बताया था कि 2018 से अब तक विदेश में 403 छात्रों की मौत हो गई. समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक , फरवरी तक कनाडा में 91, अमेरिका में 36, यूके में 48, ऑस्ट्रेलिया में 35, रूस में 40, जर्मनी में 20, यूक्रेन में 21, साइप्रस में 14 भारतीय छात्रों की मौत हुई. फिलीपींस और इटली में 10-10, और किर्गिस्तान कतर और चीन में नौ-नौ छात्रों की अब तक जान चली गई. पिछले हफ्ते भी अमेरिका में कई छात्रों की जान जा चुकी है.