iPhone Production in India Increasing: आईफोन के उत्पादन के मामले में चीन की बादशाहत खत्म होती दिख रही है. भारत अब चीन को मात देता दिख रहा है. ब्लूमबर्ग ने सोमवार को बताया कि एपल इंक (Apple Inc) ने अप्रैल से दिसंबर के बीच भारत से 2.5 अरब डॉलर से ज्यादा आईफोन का निर्यात किया है. यह राशि पिछले वित्तीय वर्ष की कुल राशि से लगभग दोगुनी है.


रिपोर्ट में इस बात पर भी जिक्र किया गया है कि उत्पादन मामले में कुछ पश्चिमी टेक कंपनियां चीन से कैसे हट रही हैं. Apple भी अन्य बड़े नामों में शामिल है जो चीन की जगह अब अपना प्लांट किसी दूसरे देश में लगाने के लिए विकल्प तलाश रही है.


इस तरह बदल रहा है परिदृश्य


अगर पहले की मीडिया रिपोर्ट्स को देखें तो पता चलता है कि चीन 2019 तक लगभग 44-47 प्रतिशत Apple प्रोडक्ट का उत्पादन करता था. अब परिदृश्य धीरे-धीरे बदल रहा है, विशेष रूप से संयुक्त राज्य अमेरिका और चीन के बीच तनाव के बाद.


चीन छोड़ने को तैयार हैं कई कंपनियां


ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट में कहा गया है कि फॉक्सकॉन टेक्नोलॉजी ग्रुप और विस्ट्रॉन कॉर्प ने मार्च 2023 को समाप्त होने वाले वित्तीय वर्ष के पहले नौ महीनों में विदेश में $1 बिलियन से अधिक आईफोन मार्क्ड उपकरणों का उत्पादन करके उन्हें बाजार में भी पहुंचा दिया है. समाचार एजेंसी ब्लूमबर्ग की मानें तो पेगाट्रॉन कॉर्प जनवरी के अंत तक लगभग 500 मिलियन डॉलर के गैजेट दूसरे देशों में ले जाने की राह पर है.


इस तरह गिरता जा रहा है आंकड़ा


पिछले महीने अल जज़ीरा में प्रकाशित एक रिपोर्ट में कहा गया था कि चीन पहले 44 से 47 प्रतिशत तक Apple के प्रोडक्ट का उत्पादन करता था. इस आंकड़े के साथ वह पहले स्थान पर था, लेकिन 2020 में बीजिंग की हिस्सेदारी 41 प्रतिशत तक गिर गई. वर्ष 2021 में आते-आते यह आंकड़ा गिरकर 36 प्रतिशत तक हो गया है.


2025 तक भारत कर सकता है सभी आईफोन का उत्पादन


वहीं, शिफ्टिंग डायनामिक्स के बीच JPMorgan ने अनुमान लगाया है कि Apple साल 2025 तक भारत में सभी iPhones का 25 प्रतिशत उत्पादन कर सकता है. Apple ने पिछले साल ही भारत में अपने नवीनतम iPhone मॉडल को असेंबल करना शुरू किया था, लेकिन वह उत्पादन इकाइयों का केंद्र बनने की आकांक्षा रखता है, जिससे चीन को टक्कर दे सके.


ये भी पढ़ें


'जब मैं गया तब कुछ नहीं था...', गयाना के राष्ट्रपति ने छेड़ा दौरे का जिक्र तो पीएम मोदी ने सुनाया सालों पुराना किस्सा