मिस्र: खुदाई के दौरान पुरातत्विदों को 2500 साल पुराने कुल 27 ताबूत मिले हैं. इस महीने की शुरुआत में 13 और दफ्न ताबूतों को निकाला गया गया था. उसके बाद एक प्राचीन कबिस्तान से 14 अन्य ताबूतों का पता लगाया गया.


मिस्र में कब्रिस्तान से 2500 साल पुराने मिले ताबूत


विशेषज्ञों के मुताबिक सक्कारा प्रांत में खोज को पहली बार बड़े पैमाने पर अंजाम दिया गया है. मिस्र के पर्यटन और पुरावशेष मंत्रालय ने शनिवार को बयान जारी कर बताया, "शुरुआती शोध से पता चला है कि ये ताबूत पूरी तरह बंद थे. उसे दफनाए जाने के वक्त से अब तक नहीं खोला गया है." खुदाई में मिले लकड़ी के ताबूत के कई फोटो को देखकर खूबसूरत पेंटिंग का अंदाजा लगाया जा सकता है.


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पर्यटन और पुरावशेष मंत्री डॉक्टर खालेद अल-अनानी ने कहा कि खोज का ऐलान देर से किया गया. जबतक कि उन्होंने खुद मौके का मुआयना न कर लिया. खुदाई की जगह पर पहुंचकर उन्होंने काम में लगे कर्मियों को शुक्रिया कहा. उन्होंने विपरीत परिस्थिति में कोविड-19 से बचाव के एहतियाती उपाय को अपनाते हुए काम को अंजाम दिया. उनके मंत्रालय को उम्मीद है 'शोध में अभी और खुलासे होंगे'. जिसकी जानकारी बाद में प्रेस कांफ्रेंस कर विस्तार से दी जाएगी.

पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए हो रही खुदाई

मंत्रालय ने ये भी कहा कि खुदाई का काम आगे भी किया जाएगा क्योंकि उसे मौके से और भी ताबूत मिलने की उम्मीद है. आपको बता दें कि मिस्र के पर्यटन उद्योग को कोरोना वायरस महामारी से जबरदस्त धक्का लगा है. उसकी मंशा पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए पुरातात्विक खोज को बढ़ावा देने की है. जुलाई में आम लोगों के लिए अन्य पुरातात्विक स्थलों के अलावा मशहूर गीजा पिरामिड को दोबारा खोला गया. मिस्र में छुट्टी मनाने आनेवालों को आकर्षित करने के लिए टूरिस्ट वीजा फीस को हटा दिया गया है.


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