वेटिकन सिटी. पोप फ्रांसिस ने 13 नए कार्डिनलों (रोमन कैथॉलिक चर्च के उच्चस्तरीय पादरी) के नामों की घोषणा की है, जिनमें वाशिंगटन डीसी के आर्कबिशप विल्टन ग्रेगरी का नाम भी शामिल है. ग्रेगरी पहले अफ्रीकी अमेरिकन हैं जिन्हें कार्डिनल का दर्जा दिया गया है.


विल्टन ग्रेगरी ने कार्डिनल बनते ही इतिहास रच दिया है. वो पहले अश्वेत अमेरिकी हैं जिन्हें यह सम्मान प्राप्त हुआ है. शनिवार को सेंट पीटर्स स्क्वायर में आयोजित होने वाले समारोह में कार्डिनल का दर्जा दिया जाएगा. अन्य नए कार्डिनल में वेटिकन में लंबे समय से उपदेशक के तौर पर सेवाएं दे रहे एक इतालवी और रवांडा के पादरी शामिल हैं.


72 साल के ग्रेगरी इससे पहले भी कैथलिक चर्च के इतिहास में सबसे उच्च पद पर जाने वाले पादरी रहे हैं. अपने नए पद पर बधाई देने वालों को ग्रेगरी खुद चिट्ठी लिखकर जवाब दे रहे हैं. उन्होंने कहा, 'यह वक्त भगवान को धन्यवाद देने का है कि मेरी और अमेरिका के चर्च के इतिहास में इतनी बड़ी घटना हुई है. यह इस बात का संकेत है कि चर्च के दिल में अफ्रीकी अमेरिकन लोगों के लिए कितना सम्मान है.


कार्डिनल के तौर पर ग्रेगरी पोप के करीबी सहयोगियों में शामिल होंगे. वो उन 120 लोगों में भी शामिल होंगे जो अगले पोप का चुनाव करेंगे. ग्रेगरी का जन्म शिकागो में हुआ था. उनके माता-पिता कैथलिक नहीं थे लेकिन उन्होंने कैथलिक धर्म में धर्मपरिवर्तन कर लिया. ग्रेगरी के चुनाव से पोप फ्रांसिस कैथलिक धर्म में नस्लीय भेदभाव के खिलाफ एक नजीर स्थापित करना चाहते हैं. अमेरिका में पिछले दिनों हुए 'ब्लैक लाइव्स मैटर्स' आंदोलन के मद्देनजर भी यह चर्च की ओर से उठाया गया महत्वपूर्ण कदम है.