Armenia Azerbaijan War: आर्मीनिया-अजरबैजान की जंग से क्या रूस और तुर्की में मंडराया युद्ध का खतरा
दरअसल आर्मीनिया और अजरबैजान के बीच विवादित क्षेत्र नागोरनो-काराबाख को लेकर विवाद है जो अब युद्ध का रूप ले चुका है.
Armenia Azerbaijan War: सोवियत संघ का हिस्सा रहे दो देश आर्मीनिया और अजरबैजान के बीच जंग तेज हो गई है. इसके साथ ही अब तक खबरों की मानें तो दोनों देशों के 80 से ज्यादा सैनिक शहीद हो गए हैं. स्थिति इसलिए भी चिंताजनक कही जा सकती है क्योंकि इसमें रूस और तुर्की के उतरने का खतरा पैदा हो गया है.
दरअसल आर्मीनिया और अजरबैजान के बीच विवादित क्षेत्र नागोरनो-काराबाख को लेकर विवाद है जो अब युद्ध का रूप ले चुका है. अजरबैजान के रक्षा मंत्रालय ने दावा किया कि आर्मीनियाई बलों ने सोमवार सुबह टारटार शहर पर गोलाबारी शुरू कर दी. वहीं, आर्मीनिया के अधिकारियों ने कहा कि लड़ाई रातभर जारी रही और अजरबैजान ने सुबह के समय घातक हमले शुरू कर दिए.
रूस और तुर्की के बीच तनाव
इन दो देशों के बीच जारी युद्ध में अब रूस और तुर्की के कूदने का खतरा पैदा हो गया है.बता दें कि रूस जहां आर्मीनिया का समर्थन कर रहा है, वहीं अजरबैजान के साथ नाटो देश तुर्की और इजरायल हैं.
रूस इसलिए भी हस्तक्षेप कर सकता है क्योंकि न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक आर्मेनिया और रूस में रक्षा संधि है. इस संधि के अनुसार अगर कोई भी देश आर्मेनिया की जमीन पर हमला करता है तो रूस को मोर्चा संभालने के लिए आ सकता है.
वहीं दूसरी तरफ उधर, अजरबैजान के साथ तुर्की खड़ा है. तुर्की ने एक बयान में कहा है कि हम आर्मीनिया या किसी और देश के आक्रामक कार्रवाई के खिलाफ अजरबैजान की जनता के साथ आगे भी खड़े रहेंगे.