नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर को लेकर मोदी सरकार के फैसले से पाकिस्तान बौखलाया हुआ है. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान लगातार बैठकें कर रहे हैं. इसी सिलसिले में आज उन्होंने नेशनल सेक्योरिटी कमेटी की बैठक की. इस बैठक में पाकिस्तान ने भारत के साथ अपने कूटनीतिक संबंध का दर्जा घटाने का फैसला किया. साथ ही भारत के साथ द्विपक्षीय व्यापारिक संबंध भी सस्पेंड करने का फैसला किया. यही नहीं पाकिस्तान ने कहा है कि वह द्विपक्षीय समझौतों की समीक्षा करेगा.


पाकिस्तान ने इस्लामाबाद में भारत के उच्चायुक्त अजय बिसारिया को भी भारत वापस भेजने, साथ ही दिल्ली से अपने उच्चायुक्त को वापस बुलाने का फैसला किया है. पाकिस्तान के विदेश मंत्री महमूद कुरैशी ने एआरवाई न्यूज़ से बात करते हुए कहा, ''हमारे उच्चायुक्त नई दिल्ली में लंबे समय से नहीं हैं. उनके (भारत) उच्चायुक्त को हम वापस भेजेंगे.'' पाकिस्तान ने कहा है कि वह कश्मीर पर लिए गए भारत के ताजा फैसले को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में उठाएगा.





आपको बता दें कि मोदी सरकार ने जम्मू-कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों (जम्मू-कश्मीर और लद्दाख) में बांट दिया है. साथ ही जम्मू-कश्मीर को मिलने वाले विशेष दर्जे को भी खत्म किया है. भारत के इस कदम से पाकिस्तान पस्त है. पाकिस्तान कश्मीर मुद्दे को हर बार अंतरराष्ट्रीय मंच पर ले जाने की कोशिश करता रहा है लेकिन भारत की कूटनीतिक शक्ति के सामने उसकी एक भी नहीं चल पाई है.