Afghanistan Crisis: अफगान से शर्मनाक तरीके से भागने के आरोप में अशरफ गनी पर चलना चाहिए मुकदमा, रूसी राजदूत का बयान
रूसी राजदूत ने कहा, गनी वह व्यक्ति हैं, जिन्होंने अफगान लोगों को संबोधित करते हुए यह दावा किया था कि वह बलिदान करने के लिए तैयार हैं. लेकिन वह भाग गए.
मॉस्को: अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी सबसे शर्मनाक तरीके से देश से भागने के लिए अफगानी लोगों के सामने मुकदमे के हकदार हैं. यह बात अफगानिस्तान के लिए रूसी विशेष राष्ट्रपति के राजदूत जमीर काबुलोव ने कही है. काबुलोव के अनुसार, गनी ने केवल अफगानिस्तान ही नहीं छोड़ा है, बल्कि वह भाग गए हैं और उन्हें सबसे शर्मनाक तरीके से भागना पड़ा है.
काबुलोव ने कहा, 'गनी वह व्यक्ति हैं, जिन्होंने भागने से एक दिन पहले अफगान लोगों को संबोधित करते हुए यह दावा किया था कि वह अंतिम स्टैंड लेने और बलिदान करने के लिए तैयार हैं. हालांकि उनके इस फैसले से यह सवाल जरूर उठाए जा रहे हैं कि आखिर उन्होंने देश में फिलहाल चल रही प्रक्रिया को गलत तरीके से चलाया और अंतत: वह भाग खड़े हुए. मैं उस आदमी के बारे में इतना ही कह सकता हूं. वह अफगान लोगों के सामने मुकदमे के लिए जाने के हकदार हैं.'
वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी पर भी आरोप लगाते हुए कहा कि वो बिना लड़े देश से भाग गए. देश में बनी इस स्थिति को लेकर गनी से सवाल किए जाने चाहिए. उन्होंने ये भी कहा कि गनी कैसे अपने देश के लोगों को इस हालात में छोड़कर भाग सकते हैं.
बता दें, अशरफ गनी ने पहले कहा था कि वह रक्तपात को रोकने के लिए पद छोड़ रहे हैं और उन्होंने देश छोड़ दिया है, क्योंकि तालिबान के सदस्य 15 अगस्त को काबुल में एंट्री कर गए. तालिबान ने बिना किसी प्रतिरोध के सरकारी भवनों, सरकारी बलों द्वारा छोड़े गए कार्यालओं और अन्य पुलिस स्टेशनों पर नियंत्रण करना शुरू कर दिया था. इसके बाद तालिबान ने घोषणा की कि उन्होंने अफगानिस्तान की राजधानी के सभी जिलों पर कब्जा कर लिया है.
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