लंदन:कोरोना की अब तक की सबसे सफल मानी जा रही वैक्सीन के परीक्षण पर रोक लगा दी गयी है. इस वैक्सीन को लंदन की ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और फार्मा कंपनी एस्ट्रेजेनका मिल कर बना रहे हैं. खबर है कि परीक्षण के दौरान एक दौरान एक वॉलेंटियर के बीमार होने पर कंपनी ने परीक्षण रोकने का फैसला किया है. कंपनी ने इसे रूटीन एक्शन बताया है.


बता दें कि सह वैक्सीन परीक्षण के तीसरे चरण में है, अमेरिका के तीस हजार लोगों पर इसके टेस्ट की तैयारी की जा रही है. 31 अगस्त से कंपनी ने अमेरिका में दर्जनों जगहों पर 30 हजार वॉलेंटियर्स के लिए रजिस्ट्रेशन भी शुरू कर दिए हैं. एस्ट्रेजेनका जो वैक्सीन बना रही है उसका नाम AZD1222 है.


इसके साथ ही लंदन में एक साथ 6 से ज्यादा के इकट्ठे होने पर पाबंदी लगा दी गई है. एस्ट्रेजेनका की वैक्सीन के उत्पादन का काम भारत मे भी चल रहा है. सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया इस वैक्सीन के उत्पादन का काम कर रही है.


कंपनी के प्रवक्ता ने बताया, ''ट्रायल के दौरान एक वॉलेंटियर को पेरशानी होने के बाद हमने फिलहाल ट्रायल रोक दिया है. किसी स्वतंत्र कमेटी से जांच के बाद हम इसे दोबारा शुरू करेंगे. यह एक रूटीन एक्शन है, जब भी ट्रायल के दौरान वॉलेंटियर को किसी तरह की अप्रत्याशित परेशानी होती है तो जांच के लिए ट्रायल को रोका जाता है."


उन्होंने आगे कहा कि वैक्सीन में देरी ना हो इसलिए हम जल्द ही इसका हल खोज लेंगे. हालांकि कंपनी की ओर से वॉलेंटियर को होने वाली तकलीफ की जानकारी साझा नहीं की गयी. कंपनी की ओर से इस बात की जानकारी नहीं दी गई कि बीमार पड़ने वाले वॉलेंटियर को क्या परेशानी हुई.


अमेरिका में अबतक कुल 65 लाख लोग संक्रमित
पिछले 24 घंटे में अमेरिका, भारत और ब्राजील में क्रमश: 28520, 89852 और 17330 नए मामले दर्ज किए गए हैं, जबकि क्रमश: 498, 1107 और 516 मौत हुई हैं. हर दिन कोरोना के सबसे ज्यादा मामले भारत में सामने आ रहे हैं और मौत का आंकड़ा भी भारत में सबसे तेजी से बढ़ रहा है. ये आंकड़ा कोरोना संक्रमण पर नजर रखने वाली वेबसाइट वर्ल्डोमीटर से लिया गया है.


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