नहीं रुक रहा बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार, दो और संत हुए गिरफ्तार
Bangladesh News:रुद्रप्रोती केशव दास और रंगनाथ श्यामा सुन्दर दास नामक पुजारियों को उस समय गिरफ्तार किया गया, जब वे जेल में चिन्मय दास को भोजन, दवाइयां और पैसे देने गए थे.
Bangladesh News: अंतरराष्ट्रीय कृष्णभावनामृत संघ (इस्कॉन) कोलकाता के प्रवक्ता राधारमण दास ने शनिवार को दावा किया कि बांग्लादेश में दो और हिंदू ब्रह्मचारियों को गिरफ्तार किया गया है.
राधारमण ने पीटीआई-भाषा से बातचीत में कहा, "मुझे जानकारी मिली है कि बांग्लादेश में पुलिस ने इस्कॉन के दो और ब्रह्मचारियों ( रुद्रप्रोती केशव दास और रंगनाथ श्यामा) को गिरफ्तार किया है."
सोशल मीडिया पर दी जानकारी
राधारमण ने शुक्रवार रात को सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, "इस बीच, बुरी खबर आई है: चिन्मय प्रभु के लिए प्रसाद लेकर गए दो ब्रह्मचारियों को मंदिर लौटते समय गिरफ्तार कर लिया गया और चिन्मय प्रभु के सचिव भी लापता हैं. कृपया उनके लिए प्रार्थना करें."
इससे पहले, राधारमण ने पोस्ट किया था, "एक और ब्रह्मचारी श्री श्याम दास प्रभु को आज चटोग्राम पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया." राधारमण ने शनिवार को एक्स पर पोस्ट किया, "क्या वह आतंकवादी जैसा दिखते हैं? बांग्लादेश के इस्कॉन के निर्दोष ब्रह्मचारियों को रिहा किया जाए. इस्कॉन के ब्रह्मचारियों की गिरफ्तारी बेहद चौंकाने वाली और परेशान करने वाली है."
Another Brahmachari Sri Shyam Das Prabhu was arrested by Chattogram Police today. #ISKCON #Bangladesh#SaveBangladeshiHindus pic.twitter.com/DTpytXRQeP
— Radharamn Das राधारमण दास (@RadharamnDas) November 29, 2024
चिन्मय दास को सोमवार को किया गया था गिरफ्तार
उनकी टिप्पणी आध्यात्मिक नेता चिन्मय दास की गिरफ्तारी के कुछ दिनों बाद इस्कॉन के तीन और ब्रह्मचारियों की गिरफ्तारी की खबरों की पृष्ठभूमि में आई है. बांग्लादेश सम्मिलित सनातनी जागरण जोत के प्रवक्ता रहे चिन्मय दास को सोमवार को ढाका के हजरत शाहजलाल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उस समय गिरफ्तार किया गया जब वह एक रैली में भाग लेने के लिए चटगांव जा रहे थे. चटगांव की एक अदालत ने मंगलवार को उन्हें जमानत देने से इनकार कर दिया और जेल भेज दिया.
बांग्लादेश ने किया ये बड़ा दावा
बांग्लादेश ने अल्पसंख्यक मुद्दों से जुड़े संयुक्त राष्ट्र मंच पर कहा कि ढाका में एक हिंदू नेता की गिरफ्तारी को 'गलत तरीके से' पेश किया गया है और उन्हें विशिष्ट आरोपों को लेकर गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने दावा किया कि देश में अल्पसंख्यकों पर कोई सुनियोजित हमला नहीं हुआ है.
(इनपुट भाषा के साथ)