Attack on Donald Trumph: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर 13 जुलाई को हुए जानलेवा हमले की जांच सीक्रेट सर्विस और एफबीआई कर रही है. अभी किसी भी जांच एजेंसी ने इस हमले को लेकर कोई खुलासा नहीं किया है, लेकिन इस बीच पाकिस्तान इस हमले की आड़ में भारत को बदनाम करने की नापाक कोशिश करने लगा है.


पाकिस्तान का ये चेहरा तब सामने आया जब वहां के पत्रकार ने अमेरिकी अधिकारी की प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारत की तरफ इशारा करते हुए सवाल पूछा. पत्रकार ने अपने इस सवाल से पहले कहा, “मुझे नहीं पता कि इस जांच में यूएस मिलिट्री शामिल है या नहीं..... आपको लगता है कि इस तरह के हमले में कोई दूसरा देश शामिल है... क्योंकि हमने बहुत सारी खबरें देखी कि किसी दूसरे देश का इसमें हाथ हो सकता है... हाल ही में हमने देखा कि कोई दूसरा देश और उसकी एजेंसी एक यूएस नागरिक पर न्यूयॉर्क और कनाडा में हमला करने की फिराक में थी, तो क्या आपको लगता है कि कोई दूसरा देश अमेरिका में अशांति फैलाने की कोशिश कर रहा है.”


क्या मिला अमेरिकी अधिकारी का जवाब?


अमेरिकी अधिकारी ने पत्रकार के सवाल के जवाब में कहा कि जहां तक पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप पर हमले की कोशिश का सवाल है, आपको सेक्रेटरी ऑस्टिन के बयान को देखना चाहिए, जिन्होंने हिंसा की निंदा की और साफ कर दिया कि हमारे लोकतंत्र में इसके लिए कोई जगह नहीं है और जहां तक इसमें किसी के शामिल होने के सवाल है को आपको यह सवाल एफबीआई या सीक्रेट सर्विस से पूछना चाहिए.


कब हुआ था डोनाल्ड ट्रंप पर हमला?


बता दें कि अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर 13 जुलाई को पेन्सिलवेनिया में चुनावी रैली के दौरान जानलेवा हमला हुआ था. एक हमलावर ने ट्रंप की तरफ कई राउंड फायरिंग की थी. एक गोली ट्रंप के कान को छूकर निकली थी, जिसकी वजह से वह चोटिल हुए थे. हालांकि हमले के फौरन बाद सीक्रेट सर्विस के जवानों ने हमलावर को मार गिराया था.


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