AR-15 Rifle: 2 सोल्डर स्पॉट, शूटिंग के लिए खास..., जिस राइफल से ट्रंप पर हुआ हमला, जानिए अमेरिका में क्यों है इतनी मशहूर
Donald Trumph: जिस बंदूक से ट्रंप पर हमला किया गया, वह AR 15- Style Rifle है. इसका यूज ऑटोमैटिक की तरह होता है. इस राइफल का पुराना वर्जन 1956 में बना था. इसका डिजाइन कोल्ड एआर-15 से मिलता जुलता है.
AR 15- Style Rifle Features: पेंसिल्वेनिया के बटलर में एक चुनावी रैली के दौरान रविवार (14 जुलाई 2024) को एक बंदूकधारी ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर फायरिंग की. इस हमले में वह बाल-बाल बच गए. वहीं सीक्रेट सर्विस की टीम ने हमलावर को मौके पर ही ढेर कर दिया.
हमलावर के पास से सीक्रेट सर्विस ने वह बंदूक भी बरामद की, जिससे उसने गोलियां चलाई थीं. पुलिस का कहना है कि जिस बंदूक से ट्रंप पर हमला हुआ, उसका नाम AR 15- Style Rifle है. अपनी खासियत की वजह से यह अमेरिका में काफी पॉपुलर है. आइए जानते हैं क्या है इस बंदूक में खास.
1956 में बना था पुराना वर्जन
AR 15- Style Rifle में एआर का मतलब है आर्मा लाइट. यह एक सेमी ऑटोमैटिक राइफल है. यह अमेरिकी नागरिकों के बीच काफी पॉपुलर है. इसका इस्तेमाल ऑटोमैटिक की तरह होता है. इस राइफल का पुराना वर्जन 1956 में बनाया गया था. इसका डिजाइन कोल्ड एआर-15 से मिलता जुलता है. कुछ देशों की सेनाएं भी इसका इस्तेमाल करती हैं.
राइफल की बैरल 16 इंच की
इस राइफल की बैरल 16 इंच से कम है. इसमें सोल्डर स्पॉट नहीं होता है, लेकिन लंबी दूरी की शूटिंग के लिए कुछ कंपनियां सोल्डर स्पॉट की सुविधाएं देती हैं. इसमें दो तरह के सोल्डर स्पॉट होते हैं. फोल्डिंग वाले और नन फोल्डिंग वाले. इसे दाएं और बाएं हाथ के दोनों ही तरह के लोग चला सकते हैं.
हमलावरों ने चलाई थीं कई राउंड गोलियां
बता दें कि सोमवार को जब डोनाल्ड ट्रंप पेंसिल्वेनिया के बटलर में एक चुनावी रैली को संबोधित कर रहे थे. तभी एक शख्स ने अचानक उन पर हमला कर दिया था. हमलावर ने एक के बाद एक कई राउंड गोलियां चलाईं. सीक्रेट सर्विस की टीम ने आरोपी को फौरन ढेर किया था. इस हमले में कई लोग घायल हुए थे, जबकि हमलावर समेत 2 की मौत हुई थी.
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