नई दिल्ली: अमेरिका के राष्ट्रपति चुने जाने के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी पहली ही प्रेस कांफ्रेंस में अपनी ही खुफिया एजेंसियों को कटघरे में खड़ा कर दिया है. दरअसल हाल ही में कुछ ऐसे दस्तावेज़ लीक हुए थे, जिनमें ये कहा गया कि रूसी अधिकारियों के पास ट्रंप की कुछ ऐसी वीडियो रिकॉर्डिंग्स मौजूद हैं, जो बेहद आपत्तिजनक हैं. लेकिन ट्रंप ने लीक हुए उन दस्तावेज़ों को बेबुनियाद और झूठा बताया है और कहा है कि इसके लिए अमेरिकी खुफिया एजेंसियां ज़िम्मेदार हैं.


डोनाल्ड ट्रंप की प्रेस कांफ्रेंस में शुरुआत ही रूस के कथित हैकिंग वाले सवालों से हुई. मीडिया के सवालों पर उन्होंने पहली बार ये बातें कही कि राष्ट्रपति चुनाव के दौरान की गयी हैकिंग रूस की ओर से हो सकती है लेकिन निश्चित तौर पर यह नहीं कहा जा सकता, क्योंकि चीन सहित कई देश अमेरिकी साइबर स्पेस में लगातार सेंध मारते रहते हैं.


डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, ''जहां तक हैकिंग का सवाल है, मैं सोचता हूं ये रूस था, लेकिन हम कई दूसरे देशों द्वारा भी हैक किए गए हैं. हाल ही में 2 करोड़ 20 लाख लोगों के नाम और जानकारियां हम खो चुके हैं, इसके पीछे संभवत: चीन भी हो सकता है.''


अमेरिका के निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, ''मैं फिर से कहूंगा ये बेहद शर्मनाक है कि जानकारी लीक हुई, मैंने वो जानकारी देखी है, वो सब झूठी खबरें हैं, ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है, हमारे विरोधियों की चाल है, सारे विरोधियों ने एक होकर ये बेबुनियाद जानकारी दी है.''


उधर रूस ने भी ऐसी खबरों का खंडन करते हुए कहा है कि ये अमेरिका और रूस के रिश्तों को खराब करने की साज़िश है, चुनाव प्रचार के वक्त से ही ट्रंप रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की तारीफ करते रहे हैं, प्रेस कांफ्रेंस में भी उन्होंने कहा कि पुतिन की दोस्ती को वो एक संपत्ति की तरह देखते हैं..


रूस के इस बयान पर ट्रंप ने कहा कि अगर पुतिन डोनाल्ड ट्रंप को पसंद करते हैं, तो मैं इसे एक संपत्ति की तरह मानूंगा ना कि देनदारी. क्योंकि रूस के साथ हमारे खराब संबंध रहे हैं. रूस ISIS से लड़ने में हमारी मदद कर सकता है.


अमेरिकी जनता को ट्रंप ने विश्वास दिलाया कि अब उनका अपने कारोबार से कोई मतलब नहीं है, सारा कारोबार उन्होंने अपने बेटों के हवाले कर दिया है. वैसे तो प्रेस कांफ़्रेस का असली मकसद अमेरिकी जनता से अपनी भविष्य की योजनाएं बताने की थी लेकिन प्रेस कांफ्रेंस रूस से जुड़े आरोपों के ईर्द गिर्द ही सिमट कर रह गयी.