पेरिस में एक असाधारण नीलामी होने जा रही है, जिसमें पृथ्वी पर 15 करोड़ वर्ष पहले विचरण करने वाले सबसे बड़े डायनासोरों में से एक 'वल्केन' के कंकाल की बोली लगाई जाएगी. फ्रांसीसी नीलामी कंपनी कोलिन डु बोकेज और बारबारोसा ने इस नीलामी की घोषणा की है, जिसमें डायनासोर के ‘‘सबसे पूर्ण’’ और विशाल कंकाल को रखा जाएगा.


इस कंकाल की नीलामी के लिए प्री-रजिस्ट्रेशन बोली जुलाई में खुलने के बाद इसकी अनुमानित कीमत 1.1-2.2 करोड़ अमेरिकी डॉलर (लगभग 92-185 करोड़ रुपये) तय की गई है. राजसी एपेटोसॉरस कंकाल की खोज 2018 में अमेरिका के व्योमिंग में की गई थी. इसकी लंबाई 20.50 मीटर है, जिसमें लगभग 80 प्रतिशत हड्डियां वल्केन डायनासोर की हैं. कॉलिन डु बोकेज के संस्थापक और नीलामीकर्ता ओलिवियर कॉलिन डु बोकेज ने कहा, "वल्केन सबसे बड़ा और सबसे पूर्ण डायनासोर है जो इन सभी से ऊपर है. यह अब तक की सबसे पुरानी खोज है."


क्या है डायनासोर का इतिहास?


डायनासोर लगभग 230 करोड़ साल पहले धरती पर आए थे. वे मेसोजोइक युग में पनपे. इस युग को तीन भागों में बांटा गया है: ट्राइसिक, जुरासिक और क्रेटेशियस. ट्राइसिक काल लगभग 250 से 201 करोड़ वर्ष पहले था. इसमें पहले डायनासोरों का जन्म हुआ. इस समय धरती के सभी महाद्वीप एकसाथ जुड़े थे. पहले के डायनासोर छोटे और हल्के आकार के थे. जुरासिक काल 201 से 145 करोड़ साल पहले का है. इस काल में डायनासोरों की विविधता बढ़ी. इस काल में विशाल डायनासोर जैसे ब्राचियोसॉरस और टायरानोसॉरस रेक्स का विकास हुआ. इस समय महाद्वीप अलग होने लगे, जिससे नए पर्यावरण का जन्म हुआ.


उल्कापिंड का टकराव और डायनासोर का अंत


क्रेटेशियस काल145 से 66 करोड़ वर्ष पहले था. ये डायनासोरों का अंतिम युग था. इस काल में डायनासोर धरती पर अहम जीव बन चुके थे, लेकिन एक बड़े उल्कापिंड की टक्कर ने उन्हें और कई अन्य प्रजातियों को नेस्तनाबूद कर दिया. डायनासोर 66 करोड़ वर्ष पहले खत्म हो गए, लेकिन उनके वंशज, पक्षी, आज भी जीवित हैं. वैज्ञानिक आज भी उनके विकास और विशेषताओं का अध्ययन कर रहे हैं. (पीटीआई इनपुट के साथ)


ये भी पढ़ें: Exclusive: MVA या महायुति, किसे समर्थन देगी AIMIM? महाराष्ट्र चुनाव से पहले असदुद्दीन ओवैसी ने दिया ये जवाब