Pakistan Leaked Audio Recording: पाकिस्तान (Pakistan) के पूर्व राष्ट्रपति (President) आसिफ अली जरदारी (Asif Ali Zardari) और रियल एस्टेट टाइकून (Real Estate Tycoon) मलिक रियाज हुसैन (Malik Riaz Hussain) के बीच एक कथित टेलीफोनिक बातचीत की एक लीक ऑडियो रिकॉर्डिंग (Leaked Audio Recording) सामने आई है. इसमें रियाज को यह कहते हुए सुना गया कि अपदस्थ प्रधान मंत्री इमरान खान (Imran Khan) पिछले महीने संसद में अविश्वास प्रस्ताव से पहले सुलह वार्ता के लिए जरदारी से संपर्क करना चाहते थे. 32 सेकंड की ऑडियो रिकॉर्डिंग (Audio Recording), जिसमें कथित तौर जरदारी और रियाज की आवाज मानी जा रही है, सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है.
यह वीडियो रिकॉर्डिंग ऐसे समय में वायरल हुई है जब हाल ही में इमरान खान द्वारा इस्लामाबाद में शुरू किए आजादी मार्च को अचनाक खत्म कर देने को लेकर अटकलों का बाजार गर्म हैं. इनमें कहा जा रहा है कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI ) और पाकिस्तानी सेना के बीच एक डील के तहत यह मार्च वापस लिया गया.
क्या है कथित बातचीत में?
डॉन अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक, कथित बातचीत में, जिसकी तारीख का पता नहीं चल सका है, रियाज को जरदारी को यह बताते हुए सुना जा सकता है कि खान उन्हें संदेश भेज रहे हैं. डॉन की रिपोर्ट में रियाज की कथित आवाज ने पूर्व राष्ट्रपति को बताया, "आज, उसने (इमरान खान) बहुत सारे संदेश भेजे हैं." जवाब में जरदारी कहते हैं: "अब यह असंभव है." तब रियाज कहते हैं "ठीक है. मैं बस इसे आपके संज्ञान में लाना चाहता था.”
रिपोर्ट में कहा गया है कि पीटीआई ने इस ऑडियो को तुरंत "फर्जी" बता कर खारिज कर दिया, लेकिन जरदारी की पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के सदस्यों का कहना है कि यह "वास्तविक लग रहा है."
द एक्सप्रेस ट्रिब्यून अखबार ने पीटीआई नेता शाहबाज गिल के हवाले से कहा, "एक कारोबारी शख्सियत और इमरान खान विरोधी राजनेता बातचीत कर रहे हैं, जिसका श्रेय इमरान खान को दिया जा रहा है. हालांकि, बातचीत का वास्तविकता से कोई लेना-देना नहीं है."
पिछले महीने सत्ता से बाहर हुए थे इमरान
पिछले महीने अविश्वास प्रस्ताव के जरिए सत्ता से बेदखल किए गए इमरान खान ने 2021 में सेना का समर्थन तब खो दिया था जब उन्होंने आईएसआई जासूसी एजेंसी के प्रमुख की नियुक्ति का समर्थन करने से इनकार करने कर दिया था.
इमरान खान दावा करते रहे हैं कि उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव एक "विदेशी साजिश" का परिणाम था जो कि उनकी स्वतंत्र विदेश नीति की वजह से उनके खिलाफ रची गई और उन्हें सत्ता से बेदखल करने के लिए विदेशों से पैसा भेजा गया. उन्होंने साजिश के पीछे अमेरिका का नाम लिया है, वाशिंगटन ने इस आरोप से इनकार किया है.
इमरान खान ने शुक्रवार उन खबरों का खंडन किया जिनमें कहा गया था कि आम चुनाव की मांग संबंधी ‘आजादी रैली’ खत्म करने के लिए उन्होंने सेना के साथ सौदेबाजी की है. उन्होंने कहा कि खून-खराबा रोकने के लिए मार्च खत्म करने का निर्णय लिया.
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