Australia Crime: ऑस्ट्रेलिया में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां पुलिस ने 91 युवा लड़कियों के साथ बलात्कार करने वाले एक शख्स को गिरफ्तार किया है. पुलिस का दावा है कि आरोपी ने 1,600 से अधिक बाल यौन शोषण अपराध किए हैं. पुलिस के मुताबिक, आरोपी चाइल्ड केयर ऑफिसर रहा है. इस दौरान उसने अलग-अलग शहरों की लड़कियों को अपना शिकार बनाया. 


ऑस्ट्रेलियाई पुलिस ने 25 साल में 1623 यौन अपराध करने वाले आरोपी को गिरप्तार कर लिया है. हालांकि 45 वर्षीय इस शख्स की पहचान सार्वजनिक नहीं की गई है. पुलिस का कहना है कि आरोपी ने 15 साल की अवधि में ब्रिस्बेन, सिडनी और विदेशों में लगभग एक दर्जन चाइल्ड केयर सेंटर्स  का देखभाल किया है. एक्सपर्ट ने इस मामले को ऑस्ट्रेलिया के इतिहास का सबसे भयावह बाल यौन शोषण का मामला बताया है. 


 2007 से 2022 के बीच की सारी घटनाएं 


ऑस्ट्रेलियाई संघीय पुलिस (एएफपी) ने कहा कि ये सभी मामले 2007 से 2022 के बीच तीन शहरों के 12 चाइल्ड केयर सेंटर्स में अंजाम दिए गए हैं. आरोपी को पिछले साल अगस्त में युवा लड़कियों के बाल शोषण सामग्री वाले इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को बरामद किये जाने के बाद गिरफ्तार किया गया था. तब इसके खिलाफ पुख्ता सबूत नहीं मिले थे. 


91 बच्चियों के साथ किया रेप 


पुलिस के मुताबिक, आरोपी के खिलाफ कुल 1,623 मामले दर्ज किये गए हैं, इनमें चाइल्ड केयर की 91 बच्चियों से रेप का आरोप भी शामिल है. इन सभी विक्टिम्स की उम्र 10 साल से कम है. पुलिस ने बताया है कि आरोपी ने कुल मिलाकर 246 बार बलात्कार  की घटना को अंजाम दिया है. इस दौरान उसने 613 चाइल्ड पॉर्न वीडियो बनाए हैं. पुलिस को उसके इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस पर 4,000 इमेज और वीडियो मिले हैं और यह भी आरोप लगाया है कि उसने अपने सभी अपराधों को रिकॉर्ड किया है. 


87 ऑस्ट्रेलियाई बच्चे शामिल 


मंगलवार को मीडिया से बात करते हुए एएफपी कमिश्नर जस्टिन गॉफ ने कहा कि इस शख्स ने इन बच्चों के साथ क्या किया, ये किसी की भी कल्पना के दायरे से परे है. यह एक भयानक मामला है. उन्होंने बताया कि जांच के मुताबिक, विक्टिम्स में से 87 बच्चे ऑस्ट्रेलियाई हैं, उनमें से कुछ अब वयस्क हैं, उनकी पहचान कर ली गई है और उनके परिवारों से संपर्क किया गया है. 


2014 में मिला था सुराग 


मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलिस को इस मामले में पहली सुराग 2014 में मिली थी, जब कुछ चाइल्ड पॉर्न वीडियो और इमेज इंटरनेट पर वायरल हुआ था. हालांकि पुलिस उस वक्त मास्टर माइंड तक नहीं पहुंच पाई. इसके बाद आरोपी को अगस्त 2022 में ही गिरफ्तार कर लिया गया था, लेकिन तब उसके खिलाफ पुख्ता सबूत नहीं मिले थे. हालांकि अब इस चाइल्ड केयर ऑफिसर की पोल खुल चुकी है और इसे 21 अगस्त को ब्रिस्बेन की अदालत में पेश किया जाएगा. 


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