Iran Israel War:  हमास के इस्माइल हानिया की मौत को दो हफ्तों से ज्यादा हो चुके हैं. हत्या के लिए ईरान ने इजरायल पर आरोप लगाए हैं. ईरान ने कहा था कि इस्माइल हानिया की बदला वह इजराइल से लेकर रहेगा, लेकिन उसकी सारी धमकियां ठंडे बस्ते में जाती दिख रही है. 


ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड के डिप्टी कमांडर अली फदावी ने लेबनान के टीवी चैनल पर इंटरव्यू दिया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि ईरान के सुप्रीम लीडर अली खामेनेई ने साफ-साफ कहा है की हानिया की मौत का बदला लेना है. फदावी ने यह भी कहा कि इजराइल ने UN चार्टर का उल्लंघन किया है, जिसकी कीमत तो उसको चुकानी पड़ेगी. इन सब के बीच ईरान की सरकार इस बात को लेकर कंफ्यूज दिख रही है कि आखिर किस तरह की कार्रवाई की जाएगी. क्योंकि कोई भी कार्यवाही हो इसमें इजरायल के साथ-साथ अमेरिका से भी संबंध बिगड़ेंगे. 


पेजेशकियान और रिवॉल्यूशनरी गार्ड के बीच असहमति


हाल ही में ब्रिटिश टेलीग्राफ की एक रिपोर्ट में यह बताया गया कि इजरायल के खिलाफ कार्यवाही को लेकर राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियान और रिवॉल्यूशनरी गार्ड के अफसर के बीच असहमति दिख रही है. एक ओर ईरान के राष्ट्रपति इजरायल पर सीधा हमला करने से बचने को कह रहे हैं. उनका यह कहना है कि इजराइल के पड़ोसी देशों में उसके ठिकानों को निशाना बनाना चाहिए तो वहीं रिवॉल्यूशनरी गार्ड के अफसरों का कहना ठीक इससे विपरीत है. रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि इस पूरे कन्फ्यूजन में अंत में फैसला तो सुप्रीम लीडर अली खामेनेई को ही लेना है.


इजरायल पर हमले के बुरे हो सकते है परिणाम


न केवल ईरान के राष्ट्रपति और रिवॉल्यूशनरी अफसर बल्कि सुप्रीम लीडर भी इस हमले को लेकर दुविधा में फंसे हैं. एक ओर हानिया की मौत को ईरान अपमान के रूप में देख रहा है और लोग भी बदला लेने की डिमांड करते जा रहे हैं. दूसरी ओर सुप्रीम लीडर को यह भी पता है कि अगर उन्होंने इजरायल पर हमला किया तो इसके परिणाम बहुत बुरे हो सकते हैं.


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