Baby Killer Nurse: ब्रिटेन के एक अस्पताल में एक नर्स की काली करतूत सामने आई है. उसने अस्पताल में पैदा होने वाले कई बच्चों की बेरहमी से जान ले ली थी. एक बच्ची को तो उसने मारने का चार बार प्रयास किया और पांचवें प्रयास में सफल हो गई और बच्ची को मार डाला. इतना ही नहीं उसने बच्ची की हत्या करने के बाद उसके माता-पिता को सांत्वना कार्ड भी भेजा. बुधवार को अदालत में उसने ये बात बताई.
उस बेबी किलर नर्स का नाम लूसी लेटबी है जिसपर जून 2015 से जून 2016 के बीच उत्तर पश्चिमी इंग्लैंड के काउंटेस ऑफ़ चेस्टर अस्पताल में एक बच्ची और छह अन्य बच्चों की हत्या करने का आरोप है. उस पर यह भी आरोप है कि उसने उसी दौरान उसी अस्पताल की नवजात बच्चों की इकाई में 10 अन्य शिशुओं की हत्या करने का प्रयास किया था.
वकील ने अदालत में बेबी किलर नर्स की बताई करतूत
वकील निक जॉनसन ने कहा कि नर्स ने चार बार में बच्ची को मारने का प्रयास किया था और पांचवी बार में उसे मौत के घाट उतार दिया था. वकील ने मैनचेस्टर क्राउन कोर्ट में जूरी को बताया, "यह एक ऐसा मामला है जहां हम आरोप लगाते हैं कि लुसी लेटबी ने बच्ची को मारने की चार बार कोशिश की थी और पांचवें बार में लुसी लेटबी सफल हुई और उसे मार डाला."
नवजात बच्चों को बेरहमी से मार डालती थी नर्स
पश्चिमी इंग्लैंड के हियरफोर्ड की रहने वाली 32 वर्षीय लेटबी पर नासोगैस्ट्रिक ट्यूब के जरिए जानबूझकर बच्ची के पेट में हवा भरने का आरोप है, जिससे बच्ची की मौत हुई थी. नर्स ने बच्ची को मारने का पहला प्रयास 30 सितंबर, 2015 को किया था, जब लेटबी ने उसे फीड कराने के बाद मारने का प्रयास किया था. उसने दूसरा प्रयास 13 अक्टूबर की रात की अपनी ड्यूटी में किया था जब लेटबी ने अपने एक सहयोगी से कहा था कि वह बच्ची बीमार दिख रही है.
जब लेटबी के सहकर्मी ने बच्ची की जांच की तो देखा कि बच्ची बहुत बीमार थी और वह सांस नहीं ले पा रही थी. इस तरह से बच्ची को बचा लिया गया था और लेटबी को उसकी नामित नर्स बना दिया गया लेकिन अगली रात की लेटबी की ड्यूटी में फिर से बच्ची को सांस लेने में वही दिक्कत हुई और लगा कि बच्ची की मौत हो जाएगी.
पांच प्रयास में एक बच्ची को मारा था
बच्ची 23 अक्टूबर को फिर से गिर गई लेकिन उसे सफलतापूर्वक पुनर्जीवित कर दिया गया, लेकिन ठीक होने के संकेत दिखाने के कुछ घंटों बाद उसके मॉनिटर अलार्म बज उठे. एक सहयोगी जो मदद के लिए गया था, इनक्यूबेटर के पास लेटबी को पाया और कहा गया कि वह बच्ची की देखभाल करेगी, लेकिन इसके बाद बच्ची गिर गई और उसकी मौत हो गई.
एक बाल रोग विशेषज्ञ ने निष्कर्ष निकाला कि बच्ची की मौत की संभावना नासोगैस्ट्रिक ट्यूब के माध्यम से जानबूझकर उसके पेट में बड़ी मात्रा में हवा डालने के कारण हुई थी. लेटबी के चौथे अवसर पर, हवा को सीधे उसके रक्तप्रवाह में इंजेक्ट किए जाने की संभावना थी, ऐसा जूरी सदस्यों को बताया गया था.
बच्ची की हत्या के बाद मां-बाप को भेजा सहानुभूति कार्ड
जॉनसन ने कहा कि पुलिस ने लेटबी से जब पूछताछ की तो उसने बच्ची की मौत के बाद लेटबी ने बच्ची के माता-पिता को सहानुभूति कार्ड भेजना स्वीकार किया, लेकिन कहा कि ऐसा इसलिए किया था क्योंकि वह उन्हें जानती थी. उसने अपने फोन में कार्ड की एक तस्वीर भी रखी थी और फेसबुक पर लड़की के माता-पिता की तलाश भी की थी, जैसा कि उसने इससे पहले मामले में तीन अन्य बच्चों के साथ किया था.
बच्चे जो समय से पहले जन्म ले लेते हैं और बहुत छोटे पैदा होते थे, उन्हें इनक्यूबेटर में रखा जाता था. लेटबी बच्चों की देखभाल करती थी लेकिन कब और कैसे वह शातिराना तरीके से बच्चों को मार डालती थी ये पता भी नहीं चलता था. लेटबी इनक्यूबेटर में रह रही उस छोटी बच्ची की देखभाल करती थी और उसकी देखरेख में बच्ची ठीक थी.
इंजेक्शन लगाकर कर देती थी बच्चों की हत्या
बच्ची की जिस तरह से पेट में और नसों में हवा भरने से जान गई थी लेटबी ने उसी पैटर्न का अनुसरण कर अन्य बच्चों को भी मार डाला था. वह बच्चों को इसी तरह स इंजेक्शन देकर हवा भरकर मार डालती थी.
हालांकि लेटबी ने 17 बच्चों के खिलाफ हत्या के सात मामलों और हत्या के प्रयास के 15 मामलों से इनकार किया है, जिनमें से कोई भी अदालत के आदेश के कारण पहचाना नहीं जा सकता है. अदालत को बताया गया है कि उसने कुछ बच्चों की एक से अधिक बार हत्या करने का प्रयास किया था.
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