भारत में बदायूं जैसे हत्याकांड की तरह चीन के हेबेई में भी बच्चे के मर्डर से मची सनसनी
पुलिस ने बताया कि मृतक और आरोपियों की उम्र 14 साल से कम है. ये चारों एक ही क्लास में पढ़ते थे और ये तीनों पीड़ित को बहुत परेशान करते थे. पीड़ित परिवार ने बताया कि उससे आरोपी पैसों की भी मांग करते थे.
उत्तर प्रदेश के बदायूं में दो बच्चों की बेरहमी से हत्या के मामले से पूरे देश में हडकंप मचा हुआ है. ऐसा ही माहौल इस वक्त पड़ोसी मुल्क चीन में है. यहां भी एक नाबालिग के मर्डर केस को लेकर पूरे देश में बहस छिड़ गई है. पिछले हफ्ते 13 साल के एक लड़के की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी. इस मामले में उसी के स्कूल के तीन लड़कों को गिरफ्तार किया गया है. इन पर आरोप है कि ये तीनों नाबालिग को स्कूल में परेशान करते थे और पैसों की भी मांग करते थे. मरने से पहले उसको तीनों आरोपियों के साथ ही देखा गया था. मृतक का शव सब्जियों के एक बगीचे में बहुत बुरी हालत में गड्ढे में दबा मिला था.
इस घटना के बाद चीन में नाबालिगों के साथ हो रहे क्राइम और प्रवासी मजदूरों के बच्चों की दुर्दशा पर बहस छिड़ गई है. सोशल मीडिया पर लोगों ने इस घटना को लेकर पोस्ट करके चिंता व्यक्त की है और तीनों आरोपियों के लिए सजा की मांग की जा रही है.
यह मामला चीन के उत्तरी प्रांत हेबेई के हंडन शहर का है. तीनों आरोपी और मृतक एक ही स्कूल में साथ पढ़ते थे और चारों की उम्र 14 साल से कम है. घटना से पहले ये चारों लोग साथ नजर आए थे. उसी के आधार पर तीनों की गिरफ्तार हुई है. घटना को लेकर एक सर्विलांस कैमरा रिकॉर्डिंग सामने आई थी, जिसमें मृतक एक स्कूटर पर बैठा दिख रहा था और तीनों आरोपियों ने उसको घेरा हुआ था. घटना से पहले का यह आखिरी वीडियो था, जिसमें मृतक को देखा गया. एक घंटे से नाबालिग का फोन स्विच ऑफ जा रहा था, जिससे उसके परिवार वाले घबरा गए तो उन्होंने उसको ढूंढना शुरू किया और पुलिस से शिकायत की. इसके बाद पुलिस की जांच शुरू हुई और सब्जियों के बगीचे में उसका शव मिला.
साजिश के तहत की गई हत्या
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि यह हत्या पूर्व नियोजित थी. इसके लिए आरोपियों ने पहले से ही तैयारी की हुई थी. फिक्शियांग जिले की पुलिस ने कहा कि आरोपियों ने दो दिन पहले ही बॉडी को ठिकाने लगाने के लिए गड्ढा खोद लिया था. हत्या के दिन और उससे एक दिन पहले दो दिन उन्होंने बगीचे में खुदाई की थी.
चीनी मीडिया के अनुसार, मृतक के रिश्तेदारों ने बताया कि उसको काफी दिनों से स्कूल में कुछ बच्चे परेशान कर रहे थे और उससे पैसों की मांग कर रहे थे. परिवार ने बताया कि मृतक की बहुत पिटाई की गई और फिर उसकी हत्या कर दी. उसकी बॉडी की इतनी बुरी हालत कर दी गई ताकि कोई पहचान न सके. उसके पिता ने चीनी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक पोस्ट में कहा, 'उम्मीद करता हूं कि सरकार न्याय जरूर करेगी और दोषियों को सख्त सजा देगी.'
इस घटना के बाद नाबालिगों के साथ अपराध को लेकर पूरे देश में बहस शुरू हो गई है और प्रवासी मजदूरों के बच्चों की दुर्दशा पर भी लोगों ने चिंता जताई है. चीनी मीडिया के अनुसार, पीड़ित और तीनों नााबालिग आरोपी प्रवासी मजदूरों के बच्चे हैं, जो अपने दादा-दादी के साथ रहते हैं. इनके माता-पिता पैसा कमाने के लिए बड़े शहरों में काम करते हैं.
चीन में प्रवासी मजदूरों के 6.7 करोड़ बच्चों की मेंटल हेल्थ को खतरा
चीन में साल 2020 में जनगणना हुई थी, जिसमें पता चला कि वहां 6.7 करोड़ बच्चे ऐसे हैं, जिनके माता-पिता बड़े शहरों में काम करते हैं और वे ग्रामीण इलाकों में अपना दादा-दादी या रिश्तेदारों के साथ रहते हैं. चीन में इन बच्चों की मेंटल हेल्थ को लेकर ह्यूमन राइट ग्रुप्स चिंता जताते रहे हैं. रिपोर्ट्स में सामने आया है कि इन बच्चों के साथ अक्सर बुली करने जैसी घटनाएं सामने आती हैं, जिस वजह से ये मानसिक तनाव में रहते हैं. इन बच्चों के साथ आपराधिक कृत्यों जैसी घटनाएं भी सामने आती रहती हैं. इन बच्चों के लिए 'लेफ्ट बिहाइंड' टर्म इस्तेमाल की जाती हैं.
किशोर अपराध के लिए क्या कहता है चीन का कानून
ताजा घटना के बाद चीन में एक बार फिर से नाबालिगों के साथ अपराध के मुद्दे पर चर्चा शुरू हो गई है. लोग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर घटना को लेकर अपनी चिंता जाहिर कर रहे हैं और मांग कर रहे हैं कि दोषियों को सजा दी जाए. तीनों आरोपी नाबालिग हैं. कई एक्सपर्ट्स का मानना है कि यह चीन का पहला मामला हो सकता है, जिसमें अगर आरोपी साबित होते हैं तो उन्हें सजा हो सकती है. चीन ने साल 2020 में ही गंभीर अपराधों में अपराधियों की उम्र घटाकर 14 से 12 साल कर दी थी. नए कानून के तहत 12 से 14 साल का नाबालिग इरातन हत्या या घायल करने वाली घटना में मौत के लिए जिम्मेदार माना जाएगा.
बदायूं में एक परिवार के दो बच्चों की बेरहमी से हत्या
बदायूं में मंगलवार को संगीता के दो बच्चों को साजिद नाम के शख्स ने मौत के घाट उतार दिया. साजिद ने संगीता के घर जाकर 5 हजार रुपये उधार मांगे. पैसे लेने के बाद वह तबीयत खराब का बहाना करके घर में घुस गया और फिर संगीता के तीन बेटों पर कुल्हाड़ी से वार कर दिया. तीनों बच्चे इतनी बुरी तरह घायल हो गए कि दो की मौत हो गई और एक की हालत अभी भी नाजुक है. इसके बाद पुलिस ने शेखपुर के जंगल में साजिद को एनकाउंटर में ढेर कर दिया. संगीता के बच्चों की हत्या के पीछे साजिद का क्या मकसद था, इस बारे में कुछ पता नहीं चल सका है.
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