नई दिल्ली: दुनिया भर में आतंक के आका के नाम से बुलाया जाने वाला अबु-बक्र-अल-बगदादी पूरी तरह डरा हुआ है और इस बार इसके डर का कारण कोई खुफिया एजेंसी या कहीं की मिलिट्री नहीं बल्कि एक लड़की है.


खबरों की माने तो बगदादी ने इन दिनों एक लड़की से डरा हुआ है और चाहता है कि इस लड़की की सांसे जल्द से जल्द रोक दी जाएं ताकि उसके आतंक का साम्राज्य चलता रहे. बगदादी 23 साल की जोआना पलानी से डरा हुआ है क्योंकि पलानी ने कुर्द लड़ाकों के साथ बगदादी के आतंकियों के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी. बगदादी ने पलानी पर करीब सात करोड़ का इनाम रखा है और कहा कि जो पलानी को मौत के घाट उतारेगा वह उसे सात करोड़ रुपया देगा.


कौन है जोआना पलानी ?


डेनमार्क की रहने वाली 23 साल की जोआना ने करीब डेढ साल पहले कॉलेज छोड़ दिया और आर्मी ट्रेनिंग लेकर सीरिया में बगदादी के आतंकियों से लड़ने पहुंच गई. यहां जोआना कुर्द लड़ाकों के साथ रहीं, इस दौरान जोआना ने ट्रेनिंग ली और बगदादी के कई आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया.



सीरिया से लौटने के बाद जोआना ने एक इंटरव्यू में कहा था कि जब मैं पहली बार सीरिया गई तो मैं जंग लड़ने के लिए इतनी गंभीर नहीं थी. लेकिन जब मेरे सामने आतंकियों के हमले हुए तो मैं बदल गई. जिसके बाद मैंने ट्रेनिंग ली और जंग में पाया कि ISIS के आतंकियों को मारना आसान होता है.


इतना ही नहीं पलानी ने कुर्द लड़ाकों के साथ सीरिया में जंग लड़ने के दौरान कहा था कि कुर्द लड़ाके लोकतंत्र के लिए लड़ रहे हैं और अगर मैं पकड़ी गई या मारी गई तो मुझे खुद की मौत पर गर्व होगा. लेकिन इस लड़की को आतंक के खिलाफ जंग छेड़ने की बड़ी कीमत अपने ही देश डेनमार्क में चुकानी पड़ रही है. बगदादी के खिलाफ जंग लड़ने की वजह से जोआना को उसी के देश डेनमार्क में जेल भेज दिया गया है.



आपको बता दें कि डेनमार्क के नियमों के मुताबिक उस देश का कोई नागरिक किसी दूसरे देश की सेना के साथ जाकर नहीं लड़ सकता. लेकिन जोआना पलानी खुद को नहीं रोक पाईं और आतंक के खिलाफ हो रही लड़ाई में कूद गई. फिलहाल जोआना जेल में हैं.