Pakistan:  आज हम बात करने जा रहे है एक ऐसे रेस्टोरेंट की जहां न तो मेन्यू है, न होम डिलीवरी और न ही आप अंदर जा कर सीधे खा सकते हैं, लेकिन तब भी ये सबसे महंगा रेस्टोरेंट है. जी हां, लाहौर के गावलमंडी में यह रेस्टोरेंट है. इस रेस्टोरेंट का नाम बेकिंग विरसा है. यहां दो लोगों के खाने का खर्च 5 हज़ार रुपये तक हो सकता है. इसके मुक़ाबले इस्लामाबाद के फाइव स्टार, सेरेना होटल में खाना सस्ता है. यह कीमत तब है जब इसमें पीने की कोई भी चीज नहीं जोड़ी गई है, पानी तक नहीं.

  


बेकिंग विरसा का मेन्यू बहुत सीमित है. यहां पर केवल पांच चीज़ें मिलती हैं. चिकन, चॉप्स, दो तरह के नान और कबाब. इसके साथ ही कश्मीरी चाय के साथ बाकरखानी मिलती है. यहां पर सलाद, चटनी और दही कुछ भी नहीं मिलता. खाने की सारी चीज़ें तरतीब से मिलती हैं. सबसे पहले चिकन मिलेगा, फिर मटन चॉप्स, उसके बाद कबाब मिलेगा. अगर कोई भी ग्राहक कबाब से पहले नान मांगे तो नहीं मिलेगा. 


तीन पीढ़िया


30 साल के बिलाल सूफी ने तीन साल पहले इस रेस्टोरेंट को अपने पिता से लेकर संभालना शुरू किया था. सूफी का कहना है कि वह केवल वही कर रहे हैं जो उनके पिता और दादा ने किया है, जिसमें उनके अचार की सामग्री, खाना पकाने के तरीके, मांस सिद्धता और पशुपालन का विवरण दिया गया है. उनकी भेड़ों को केसर वाला दूध, खजूर और कच्चे केले खिलाए जाते हैं. बिलाल सूफी के दादा, सूफी अहमद सईद ने इस रेस्टोरेंट को सबसे पहले चलना शुरू किया था. उसके बाद उनके बेटे सूफी मसूद सईद ने फिर बिलाल ने कमान संभाली है. 


मेन्यू की सारी चीज़ें मौजूद होती हैं. सूफी कहते हैं कि खाना पैक कराना हो, या बैठकर खाना हो तो लोगों को एडवांस बुकिंग करानी होती है. यह पिछले 75 साल से एक ही जगह पर स्थित है. रेस्टोरेंट के मालिक सूफी बताते हैं कि यह कोई रेस्टोरेंट नहीं बल्कि तंदूर है, जो मिट्टी से बना एक बड़ा ओवन है. 


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