Pakistan: बलूचिस्तान में लोगों पर ढाए जा रहे जुल्म! अपहरण-हत्या की वारदातों से अवाम हताश, HRCP की रिपोर्ट में खुलासा
Balochistan Pakistan News: ईरान और अफगानिस्तान की सीमा से लगा बलूचिस्तान ऐसा प्रांत है जो लंबे समय से हिंसक विद्रोह का सामना कर रहा है. वहां पाक सेना आमजन पर अत्याचार करती है.
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Pakistan Human Rights Report: पाकिस्तान के कब्जे वाले बलूचिस्तान (Balochistan) प्रांत में लोगों पर पाकिस्तानी सेना (Pakistan Army) द्वारा किए जा रहे अत्याचार किसी से छिपे नहीं हैं. वहां से आए दिन लोगों के अपहरण और हत्या की खबरें आती रहती हैं. इससे आम नागरिकों में डर का माहौल है. उनकी इस हताशा पर पाकिस्तान के मानवाधिकार आयोग (HRCP) ने चिंता जताई है.
पाकिस्तान के मानवाधिकार आयोग (एचआरसीपी) की रिपोर्ट में बलूचिस्तान में लोगों को जबरन गायब करने, उनका आर्थिक बहिष्कार करने, प्रेस की स्वतंत्रता पर प्रतिबंध, कुशासन और सत्ता प्रतिष्ठान द्वारा राजनीतिक जोड़-तोड़ की घटनाओं का जिक्र है. रिपोर्ट में कहा गया है कि इस तरह की चीजों से बलूचिस्तान प्रांत के लोगों में हताशा बढ़ी है. एचआरसीपी की ओर से पाकिस्तानी हुकूमत के समर्थित संगठनों के उस स्लोगन पर भी आपत्ति जताई गई है, जिसमें बलूचिस्तान को पाक का 'उपनिवेश' कहा गया था.
पाक सेना और हुकूमत के प्रति बढ़ रहा आक्रोश
पाकिस्तान के जियो न्यूज की खबर के मुताबिक, एचआरसीपी की अगुवाई में एक टीम ने मानवाधिकार रक्षकों, वकीलों, पत्रकारों, और मछुआरा समुदाय के सदस्यों के साथ-साथ ग्वादर, तुरबत, पंजगुर और क्वेटा में राजनीतिक नेताओं और प्रशासन के सदस्यों सहित नागरिक समाज के सदस्यों से बात की. अक्टूबर 2022 के दौरान वहां आम नागरिकों में पाकिस्तानी सेना और हुकूमत के प्रति गुस्से की एक स्पष्ट भावना देखी गई, क्योंकि वे प्रताड़ना का शिकार बनाए जाते रहे हैं.
आमजन को गरीबी-महंगाई भी खाए जा रही
एचआरसीपी के मिशन ने बलूचिस्तान में लोगों की हताशा दूर करने के लिए उन पर हो रहे अत्याचारों को लेकर चिंता जताई है. कई बार यह मामला सदन में भी गूंजा है. जिओ न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, बलूचिस्तान के कुछ इलाकों में पाकिस्तानी अर्धसैनिक बलों की चेक-पोस्टों की व्यापक उपस्थिति से आमजन में असंतोष बढ़ गया है, विशेषकर मकरान में भय का माहौल पैदा हो गया है.
जियो न्यूज ने बताया कि गंभीर आर्थिक संकट के बीच बलूचिस्तान बड़ी विकास परियोजनाओं से राजस्व के अपने उचित हिस्से से वंचित है, एचआरसीपी के मिशन ने भी यह माना है कि प्रांत में गरीबी का स्तर कम होने के बजाए बढ़ रहा है और लोग हताशा में जी रहे हैं. उन्हें प्रताड़ित किया जाता रहा है.
Where are you in #Balochistan.why @UNOSAPG not reporting Balochistan.where terrorist Pakistani state and their army killing Baloch's.we appeals @UN must take action against Pakistan for Baloch Genocide since 1948 until today. pic.twitter.com/97WRw9hVHa
— Mirbal Baloch🍁 (@MissionKarima25) April 8, 2023
कहां पर है बलूचिस्तान?
बता दें कि बलूचिस्तान प्रांत, ईरान और अफगानिस्तान की सीमा से लगा हुआ है. इसकी राजधानी क्वेटा है, और फिलहाल मुख्यमंत्री (वज़ीर-ए-आला) मीर अब्दुल कुदूस बिजेन्जो हैं. बलूचिस्तान पाकिस्तान का ऐसा पश्चिमी प्रांत है, जो लंबे समय से हिंसक विद्रोह का सामना करता रहा है.
It has been 14 years since Kabir Baloch, Mushtaq & Attaullah were forcibly abducted by Pakistan’s security forces, but still there’s no information about their whereabouts. Pakistan uses #EnforcedDisappearance as a policy against #Baloch nation. @WGEID #EndEnforcedDisappearances pic.twitter.com/OcdbRboYvS
— Rahim Baloch (@RahimBalochh) March 27, 2023
वहां काफी अस्थिरता है, यही वजह है वहां बलूच विद्रोही समूह पनप रहे हैं, और वे चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (सीपीईसी) की 60 अरब डॉलर लागत वाली परियोजनाओं को निशाना बनाते रहे हैं.
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