Baltimore Ship accident: अमेरिका के बाल्टीमोर शहर में कार्गो शिप की टक्कर से पुल गिरने के बाद हुए नुकसान का अब आकलन किया जा रहा है. ऐसा माना जा रहा है कि अरबों डॉलर का क्लेम हो सकता है. विशेषज्ञों का मानना है कि लंबी कानूनी प्रक्रिया के बाद कई कंपनियों और मालिकों को जिम्मेदार ठहराया जाएगा, जिसके बाद उनसे हर्जाना वसूला जाएगा. खास बात यह है कि उस जहाज में 20 भारतीय क्रू मेंबर थे.


विशेषज्ञों के मुताबिक, हादसे में जांच और कानूनी प्रक्रिया लंबी होने वाली है. इसमें कई बीमा कंपनियां भी हैं. हादसे में लोगों की हुई मौत पुल के गिरने से हुए नुकसान का आकलन काफी जटिल हो सकता है. अमेरिका के समुद्री मामलों के विशेषज्ञ जॉन मिकलूस ने वहां के मीडिया 'सीएनएन' से बातचीत में बताया कि इस मामले में अरबों डॉलर का दावा हो सकता है. 


नए पुल का होगा निर्माण


बार्कले के विश्‍लेषकों का अनुमान है कि हादसे में बीमे का कुल खर्च तीन अरब डॉल तक हो सकता है, जिसके लिए सालों तक कानूनी प्रक्रिया चलेगी. बताया गया कि शिप का मालिकाना हक सिंगापुर की कंपनी के पास है और उसने जहाज का बीमा कराया है. बीमा कंपनियों पर तीन अरब डॉलर का जुर्माना लग सकता है, जिसे कई कंपनियों में बांटा जाएगा. हादसे में हुए पुल के नुकसान, लोगों की मृत्यु और कारों के डूबने का अलग-अलग आकलन होगा. एक अनुमान के अनुसार, नए पुल के निर्माण में करीब 1.5 अरब डॉलर का खर्च आ सकता है.


भारत सरकार ने क्या कहा?


इस बीच, भारतीय विदेश मंत्रालय ने बताया कि बाल्टीमोर से श्रीलंका जा रहे जहाज में कुल 21 सदस्य थे, जिसमें से 20 भारतीय थे. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने बताया कि मंगलवार की रात में बाल्टीमोर में पटाप्सको नदी पर बने 2.6 किलोमीटर लंबे 'फ्रांसिस स्कॉट की ब्रिज' से 984 फीट लंबा शिप टकरा गया था. हादसे में कई कार और लोग पानी में गिर गए. सभी भारतीय क्रू मेंबर ठीक हैं, अमेरिका का भारतीय दूतावास उनके संपर्क में है. 


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