ढाका: बांग्लादेश की सत्तारूढ़ पार्टी आवामी लीग के एक सांसद के खिलाफ देश के 1971 के मुक्ति संग्राम के दौरान युद्ध अपराध का मामला दायर किया गया. अदालत के एक अधिकारी ने कहा कि वरिष्ठ न्यायिक मजिस्ट्रेट महबूबुल हक की अदालत में सांसद मुस्लिमउद्दीन के खिलाफ मामला दायर किया गया जिसे कानूनी प्रक्रियाओं के लिए अदालत ने अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण, बांग्लादेश के पास भेजा दिया.


शिकायत के मुताबिक मुस्लिमउद्दीन 1970 में आवामी लीग के टिकट पर पाकिस्तान प्रांतीय सभा के सदस्य निर्वाचित हुए थे लेकिन जब मुक्ति संग्राम शुरू हुआ तब उन्होंने पाकिस्तानी सैनिकों का साथ दिया. सांसद की उम्र 60-65 के बीच है. मुक्ति संग्राम के 70 साल के सेनानी जलालुद्दीन ने आरोप लगाया कि सांसद ने पाकिस्तानी सेना के मुखबिर के तौर पर भी काम किया और मयमनसिंह के फुलबड़िया इलाके में कई घरों को जलाने में मुक्ति संग्राम विरोधी तत्वों का नेतृत्व किया था.

अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण के अधिकारियों ने कहा कि वे अब शिकायतों की जांच करेंगे और आरोपों के वैध पाए जाने पर सांसद के खिलाफ सुनवाई कराएंगे. मुस्लिमउद्दीन सत्तारूढ़ पार्टी के तीसरे नेता हैं जिनपर युद्ध अपराध का आरोप लगा है. उनमें से एक को मौत की सजा दी गयी और जिसे चुनौती दिए जाने जाने के बाद मामला इस समय देश की सुप्रीम कोर्ट में लंबित है.