Bangladesh Protest: बांग्लादेश में एक बार राजनीतिक उठापटक तेज हो गई है. अगस्त 2024 में हुए तख्तापलट के बाद से अभी तक बांग्लादेश स्थिर नहीं हो पाया है. इस बीच पूर्व पीएम शेख हसीना अवामी लीग पार्टी के सैकड़ों कार्यकर्ताओं को रैली से पहले से ही बांग्लादेश की सेना ने गिरफ्तार कर लिया है. इसे लेकर बांग्लादेश की राजधानी में पार्टी के समर्थक सड़कों पर उतरेंगे. अवामी लीग की ओर से अपने नेताओं को गलत तरीके से फंसाने, छात्र विंग पर प्रतिबंध लगाने को लेकर प्रदर्शन किया गया. 


ढ़ाका के कई इलाकों में सेना तैनात


इससे पहले बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने शनिवार (9 नवंबर 2024) को साफ किया था कि अवामी लीग को रविवार को प्रस्तावित रैली को आयोजित करने की अनुमति नहीं दी जाएघी. उन्होंने कहा था, "अवामी लीग अपने मौजूदा स्वरूप में एक फासीवादी पार्टी है. किसी भी सूरत में इस फासीवादी पार्टी को बांग्लादेश में विरोध प्रदर्शन करने की अनुमति नहीं दी जाएगी."


अवामी लीग के जमावड़े और विरोध प्रदर्शनों को रोकने के लिए ढ़ाका के कई इलाकों में सेना, पुलिस को तैनात किया गया है. यह अनुमान लगाया जा रहा है कि रविवार (10 नवंबर 2024) को दोपहर तीन बजे के बाद ढ़ाका भारी मात्रा में अवामी लीग के समर्थक जुटेंगे. इसके लिए बांग्लादेश बॉर्डर गॉर्ड की 191 टुकड़ियों को तैनात किया गया है.


मोहम्मद यूनुस की सरकार ने दी थी चेतावनी


मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस के प्रेस सचिव शफीकुल आलम ने चेतावनी देते हुए कहा, "जो भी व्यक्ति सामूहिक हत्यारे और तानाशाह शेख हसीना से आदेश लेकर रैली, सभा और जुलूस आयोजित करने की कोशिश करेगा, उसे कानून लागू करने वाली एजेंसियों की पूरी सख्ती का सामना करना पड़ेगा."


अवामी लीग की ओर से फेसबुक पर बयान जारी कर पार्टी समर्थकों से रविवार को गुलिस्तान में शहीद नूर हुसैन छत्तर या जीरो पॉइंट पर कुशासन के खिलाफ विरोध के लिए जुटने का आग्रह किया था.


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