Bangladesh Crisis LIVE: आवामी लीग नेता के होटल में 24 लोगों को जिंदा जलाया, यूनुस को अंतरिम सरकार का मुखिया चुना गया
Bangladesh Crisis News LIVE: बांग्लादेश के ताजा हालात पर फिलहाल भारत सरकार की पैनी नजर है. ऐहतियाती तौर पर इंडिया की ओर से बॉर्डर पर सुरक्षा चाक-चौबंद कर दी गई है.
बांग्लादेश में अवामी लीग नेता के होटल में एक इंडोनेशियाई नागरिक समेत कम से कम 24 लोगों को भीड़ ने जिंदा जला दिया. यह घटना उस समय हुई, जब पार्टी की नेता शेख हसीना ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और देश छोड़कर भाग गईं. स्थानीय पत्रकारों ने मंगलवार को इसकी जानकारी दी.
ढाका की एक अदालत ने आरक्षण सुधार आंदोलन से संबंधित तोड़फोड़ के आरोप में राजधानी के अलग-अलग पुलिस थानों में दर्ज मामलों में गिरफ्तार 2,350 लोगों को जमानत दे दी है.
अंतरिम सरकार की रूपरेखा पर बंगभवन में बैठक चल रही है. 13 सदस्यों का एक समूह मौजूदा स्थिति और अंतरिम सरकार की रूपरेखा पर बंगभवन में राष्ट्रपति और तीनों सेनाओं के प्रमुख के साथ बैठक चल रही है. बैठक में नाहिद इस्लाम, ढाका विश्वविद्यालय के कानून विभाग के प्रोफेसर आसिफ नजरूल और उसी विश्वविद्यालय के अंतर्राष्ट्रीय संबंध विभाग के प्रोफेसर तंजीमुद्दीन भी मौजूद हैं. छात्र नेता नाहिद इस्लाम ने कहा है कि बैठक के बाद जानकारी साझा कि जाएगी.
बांग्लादेश में नई सरकार के गठन की चर्चाओं के बीच 13 प्रदर्शनकारी नेताओं ने बंगभवन में राष्ट्रपति से मुलाकात की.
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को लेकर एक नया अपडेट सामने आया है. शेख हसीना अगले 48 घंटों में भारत से बाहर चली जाएंगी. वो यूरोप जा सकती हैं.
बांग्लादेश के हालात को लेकर बाबा रामदेव ने एबीपी न्यूज से बातचीत में कहा कि जिस तरह से हिंदुओं पर हमले हो रहे हैं जो बहुत ही खतरनाक है. ये हमले किसी भी कीमत पर रोकने होंगे.
बांग्लादेश पुलिस एसोसिएशन ने हड़ताल की घोषणा की है. प्रधानमंत्री को अपदस्थ करने वाले विरोध प्रदर्शनों के बाद, बांग्लादेश के प्रमुख पुलिस एसोसिएशन ने हड़ताल की घोषणा की. उसका कहना है, “जब तक पुलिस के हर सदस्य की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं हो जाती, हम हड़ताल की घोषणा कर रहे हैं.” यह एसोसिएशन की ओर से घातक बल के साथ विरोध प्रदर्शनों को कुचलने के प्रयासों के बाद आया है. एसोसिएशन का कहना है, “मौजूदा स्थिति ने हमारे जीवन को खतरे में डाल दिया है और हम इन परिस्थितियों में अपने कर्तव्यों को जारी नहीं रख सकते.”
एबीपी न्यूज के साथ खास बातचीत करते हुए शेख हसीना के बेटे ने कहा कि हिंसा के पीछे आईएसआई के साथ-साथ विदेशी ताकतों का भी हाथ है.
बांग्लादेश सेना के शीर्ष पदों में फेरबदल होना की संभावना है. कई अधिकारियों को नई ज़िम्मेदारी दी गई है. जिसमें विदेशों के साथ बातचीत भी शामिल है. लेफ्टिनेंट जनरल मोहम्मद सैफुल आलम का पद विदेश मंत्रालय को सौंपा गया है.
बांग्लादेश में सरकार को भंग कर दिया गया है. आधिकारिक तौर पर नई अंतरिम सरकार बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दिया गया है. आज ही नई सरकार का गठन हो सकता है.
बांग्लादेश में स्थिति बिगड़ी. विदेश मंत्री डॉक्टर हसन महमूद को गिरफ्तार कर लिया गया है. उन्हें एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया.
बांग्लादेश सेना में बड़े बदलाव हुए हैं. बांग्लादेश सेना के शीर्ष पदों में फेरबदल किया जाएगा. मेजर जनरल जियाउल अहसन को सेवा से मुक्त कर दिया गया है. लेफ्टिनेंट जनरल मोहम्मद सैफुल आलम का पद विदेश मंत्रालय को सौंपा गया है.
बांग्लादेश के हालात और सीमा सुरक्षा पर चर्चा के लिए गृह मंत्री अमित शाह की एक बड़ी बैठक हो रही है. इस बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, गृह सचिव समेत कई बड़े अधिकारी मौजूद हैं. इससे पहले मीटिंग में शामिल होने के लिए अजीत डोभाल संसद भवन पहुंचे थे.
बयान जारी करते हुए कहा कि एयर इंडिया 6 अगस्त 2024 को दिल्ली-ढाका-दिल्ली सेक्टर पर अपनी शाम की उड़ानें AI237/238 संचालित करेगी. इसके अलावा, ढाका में मौजूदा स्थिति के कारण, एयर इंडिया 4 से 7 अगस्त 2024 के बीच ढाका से आने-जाने वाली किसी भी एयर इंडिया की उड़ान पर पुष्टि की गई बुकिंग के साथ ग्राहकों को पुनर्निर्धारण पर एक बार की छूट दे रही है, यदि वे ऐसा करना चाहते हैं. टिकट 5 अगस्त को या उससे पहले बुक किए जाने होंगे. हम दोहराना चाहेंगे कि एयर इंडिया में, हमारे ग्राहकों और चालक दल की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है.
ढाका के वरिष्ठ पत्रकार उमर तासिक ने पीटीआई को बताया, "शेख हसीना के देश (बांग्लादेश) छोड़ने के बाद लोग बहुत खुश थे और वहां खुशी के जुलूस निकल रहे थे. लोग गीत गा रहे थे और वास्तव में आनंद ले रहे थे और वे सभी सड़कों पर थे. इसलिए पूरा माहौल अलग था लेकिन अचानक हमने लोगों के एक समूह को गणभवन जाते देखा और उन्होंने पूरे घर को लूट लिया और गणभवन से सब कुछ ले गए, यह वह घर है जहां प्रधानमंत्री रहा करते थे. कुल मिलाकर चीजें बहुत गड़बड़ थीं, यह एक अराजकता थी."
बांग्लादेश में सैकड़ों लोगों की जान लेने वाले हिंसक विरोध प्रदर्शनों और उसके बाद पैदा हुए राजनीतिक संकट के बाद ढाका में स्थिति सामान्य होती जा रही है. ढाका के अजीमपुर इलाके में यातायात की आवाजाही होने लगी है.
विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर के बांग्लादेश की स्थिति पर संसद में दिए गए बयान पर शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, "स्थिति बहुत नाजुक है और अभी भी बढ़ रही है, इसलिए उनका बयान बहुत परिपक्व था. यह बयान इस बात का भी संकेत है कि विपक्ष और सरकार हमारे देश के हितों के लिए सरकार के लिए गए किसी भी निर्णय के साथ तालमेल बिठाते हैं. यह देखते हुए कि बांग्लादेश हमारा पड़ोसी राज्य है, एक सीमावर्ती राज्य है और पाकिस्तान के माध्यम से हमारे सामने पहले से ही एक चुनौती है, हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि जितनी जल्दी हो सके बांग्लादेश में सामान्य स्थिति बहाल हो, वहां मौजूद भारतीयों को भारत वापस लाया जाए, या हमारे सामने आने वाली सभी चुनौतियों का कोई समाधान निकाला जाए. इसलिए, उन्होंने अपना बयान दिया है, लेकिन उनके बयान से यह भी संकेत मिलता है कि इससे भारत अचंभित है. जब वे कहते हैं कि प्रधानमंत्री ने भारत आने के लिए तत्काल मंजूरी मांगी, उसके बाद उड़ान की मंजूरी मांगी जो बहुत कम समय में मिली, तो उनका बयान यही संकेत देता है. यह भी दर्शाता है कि भारत उनके इस्तीफे से आश्चर्यचकित है, साथ ही यह भी कि वह तब तक भारत में शरण लेना चाहती हैं, जब तक कि उन्हें अंतिम गंतव्य नहीं मिल जाता."
बांग्लादेश के राजनीतिक संकट पर कर्नाटक के मंत्री प्रियांक खरगे ने कहा, "यह विदेश नीति की पूरी तरह विफलता है. हम इस क्षेत्र के लिए बड़े भाई हुआ करते थे, जहां कोई भी उथल-पुथल होने पर हर देश मदद के लिए भारत की ओर देखता था. दुर्भाग्य से, चीनी प्रभाव बढ़ रहा है और यह मोदी सरकार की नीतियों की गंभीर विफलता है."
कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला ने बांग्लादेश में अशांति पर कहा, "विदेश मंत्री जयशंकर का दिया गया बयान पिछले दो दिनों की स्थिति के आधार पर था. उन्होंने कहा कि वे वहां अल्पसंख्यकों के लिए सुरक्षा व्यवस्था कर रहे हैं. वहां 18,000 भारतीय हैं. हमने सुना है कि वहां अल्पसंख्यकों को परेशान किया जा रहा है, इस्कॉन मंदिर में तोड़फोड़ की गई. हमें सख्त रुख अपनाने और यह सब रोकने की कोशिश करने की जरूरत है. हम ऐसा नहीं होने दे सकते. हसीना सरकार हमारे प्रति दोस्ताना थी, अब हम नई सरकार के बारे में नहीं जानते, हमें नई सरकार से सख्ती से निपटने की जरूरत है."
राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन ने मंगलवार को अंतरिम प्रशासन के गठन के लिए संसद को भंग कर दिया. बंगभवन की प्रेस रिलीज में कहा गया कि राष्ट्रपति शहाबुद्दीन की तीनों सशस्त्र सेनाओं के प्रमुखों, विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं, नागरिक समाज के प्रतिनिधियों और भेदभाव विरोधी छात्र आंदोलन के नेताओं के साथ हुई बैठक में लिए गए निर्णय के आधार पर राष्ट्रीय संसद को भंग कर दिया गया है.
विदेश मंत्री एस जयशंकर की ओर से बांग्लादेश संकट के बारे में संसद के उच्च सदन को अवगत कराने और उनकी पार्टी (आप) को आज केंद्र के इस मुद्दे पर बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में शामिल होने का निमंत्रण न मिलने पर दिल्ली के मंत्री और आप नेता संजय सिंह ने कहा, "उन्होंने (एस जयशंकर) वहां की स्थिति के बारे में बताया और चूंकि ऐसी परिस्थितियों में हमें सरकार का समर्थन करना होता है और चूंकि यह राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा मामला है, इसलिए हमने कोई सवाल नहीं उठाया. उनका जो भी बयान था, विपक्ष ने उसे ध्यान से सुना लेकिन सबसे बड़ा अफसोस यह है कि क्या राष्ट्रीय सुरक्षा के मामलों पर भी राजनीति हावी हो जाएगी?"
बांग्लादेश की स्थिति पर राज्यसभा में बोलते हुए विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा, "5 अगस्त को कर्फ्यू के बावजूद प्रदर्शनकारी ढाका में एकत्र हुए. हमारी समझ यह है कि सुरक्षा प्रतिष्ठान के नेताओं के साथ बैठक के बाद, प्रधानमंत्री शेख हसीना ने स्पष्ट रूप से इस्तीफा देने का फैसला किया. बहुत ही कम समय में, उन्होंने कुछ समय के लिए भारत आने की अनुमति मांगी. हमें उसी समय बांग्लादेश के अधिकारियों से उड़ान की मंजूरी के लिए अनुरोध प्राप्त हुआ. वह कल शाम दिल्ली पहुंचीं."
बांग्लादेश में राजनीतिक संकट के कारण भारत और बांग्लादेश के बीच व्यापार पर पड़ने वाले संभावित प्रभाव के बारे में, FIEO (भारतीय निर्यात संगठनों का महासंघ) के महानिदेशक और सीईओ अजय सहाय ने कहा, "फिलहाल व्यापार में व्यवधान जरूर आया है. वास्तव में, व्यवधान पिछले 15 दिनों से चल रहा था और हमारे कुछ निर्यात प्रभावित हुए हैं, लेकिन नाशवान वस्तुओं का निर्यात अभी भी जारी है लेकिन कल से हमने नाशवान वस्तुओं के विशेषज्ञों के सामने भी चुनौतियां देखी हैं.
बांग्लादेश में चल रहे विरोध प्रदर्शन के बाद बिहार पुलिस मुख्यालय ने मंगलवार को राज्य में सतर्कता आदेश जारी किया. पुलिस ने जनता को एक नोटिस जारी किया, जिसमें कहा गया कि संदिग्ध गतिविधि या वस्तुओं के बारे में किसी भी जानकारी की सूचना तुरंत पुलिस अधीक्षक या संबंधित जिला अधिकारियों को दी जाए. 14432 और 112 के तौर पर टोल फ्री नंबर भी मुहैया कराए गए हैं.
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने मंगलवार को कहा कि उनकी पार्टी पड़ोसी देश बांग्लादेश के मौजूदा हालात को लेकर केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार के फैसलों के साथ है. मायावती ने बांग्लादेश के घटनाक्रम को लेकर दिल्ली में हुई सर्वदलीय बैठक का जिक्र करते हुए ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘पड़ोसी देश बांग्लादेश के तेजी से बदलते हुए राजनीतिक हालात के मद्देनजर आज की सर्वदलीय बैठक अति महत्वपूर्ण है जिसमें सभी दलों द्वारा सरकार के फैसलों के साथ रहने का निर्णय उचित व जरूरी है. बसपा भी इस मामले में केंद्र सरकार के फैसलों के साथ है.’’
बांग्लादेश में हुई हिंसा के बाद भारत में अलर्ट बढ़ गया है. सरकार ने पहले सर्वदलीय बैठक बुलाई, जिसमें पड़ोसी मुल्क के हालात पर चर्चा हुई. भारत-बांग्लादेश बॉर्डर पर पहले से ही अलर्ट है. उधर अब बीएसएफ महानिदेशक दलजीत सिंह चौधरी उत्तर 24 परगना जिले में पेट्रापोल (भारत-बांग्लादेश) सीमा पर पर पहुंचे हैं.
भारत एक विविध निर्यातक देश है और बांग्लादेश से निर्यात में गिरावट से समूचे वित्त वर्ष की उसकी समग्र व्यापार स्थिति पर कोई असर पड़ने की संभावना नहीं है. एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स ने मंगलवार को यह बात कही. बांग्लादेश 1971 में स्वतंत्रता के बाद से अपने सबसे खराब राजनीतिक संकट का सामना कर रहा है. वहां भारी सरकार विरोधी प्रदर्शनों के बीच प्रधानमंत्री शेख हसीना को इस्तीफा देना पड़ा.
सॉवरेन एंड इंटरनेशनल पब्लिक फाइनेंस रेटिंग्स के निदेशक (एशिया-प्रशांत) एंड्रयू वुड ने कहा, ‘‘एसएंडपी को उम्मीद है कि इस दौरान बांग्लादेश में घरेलू मांग की स्थिति कमजोर रहेगी और संभवतः भारत सहित अन्य देशों से बांग्लादेश में निर्यात को कम समर्थन मिलेगा.’’ उन्होंने एक वेबिनार में कहा, ‘‘भारत एक विविध निर्यातक है और उसका व्यापार बांग्लादेश जैसी अर्थव्यवस्थाओं के साथ द्विपक्षीय व्यापार संबंधों से काफी बड़ा है.’’
उपद्रवियों ने चटगांव में कम से कम छह पुलिस स्टेशनों पर हमला किया, तोड़फोड़ की और आग लगा दी. उन्होंने वहां से हथियार, गोलियां और विभिन्न उपकरण भी लूटे हैं. ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, इसके अलावा अवामी लीग के नेताओं और कार्यकर्ताओं के घरों और अधिकारियों को भी निशाना बनाया गया.
बांग्लादेश के हालात पर नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला ने कहा, ''वहां बेहद जरूरी चीजें है. उनकी अर्थव्यवस्था खराब है, उनकी आंतरिक स्थिति भी अच्छी नहीं है. छात्रों ने एक ऐसा आंदोलन शुरू किया जिसे कोई नियंत्रित नहीं कर सका, न उनकी सेना, न कोई अन्यथा, यह न केवल बांग्लादेश के लिए बल्कि हर तानाशाह के लिए एक सबक है. एक समय आता है जब लोगों का धैर्य खत्म हो जाता है और वही हुआ. वहां (बांग्लादेश में) एक भावना थी कि एक आवाज होनी चाहिए. लोगों ने वहां दुनिया में मुसलमानों पर हो रहे जुल्म के खिलाफ आवाज उठाई. अगर वह (शेख हसीना) वहां से नहीं भागतीं तो उसे भी मार दिया जाता.''
7 सैन्यकर्मियों के साथ बांग्लादेश वायुसेना का C-130J परिवहन विमान भारत से उड़ान भरने के बाद बांग्लादेशी एयरपोर्ट पर उतरा है. सुरक्षा एजेंसियों द्वारा भारत में उड़ान के दौरान विमान की निगरानी की गई.
नोबेल पुरस्कार विजेता प्रोफेसर मुहम्मद यूनुस अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार के रूप में नेतृत्व करने के लिए सहमत हो गए हैं. डेली स्टार से सूत्र ने इसकी पुष्टि की है. यूनुस ने कहा कि छात्रों ने बहुत ज्यादा प्रदर्शन किया है और उन्होंने इसकी कीमत चुकाई है. अगर छात्र इतनी कुर्बानी दे सकते हैं तो मेरी भी कुछ जिम्मेदारी है. मैं जिम्मेदारी लेने के लिए तैयार हूं.
बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के गठन को लेकर अहम बैठक चल रही है. आर्मी चीफ वकार-उज-जमां बड़ी बैठक कर रहे हैं. इस बैठक में सभी दलों के नेता मौजूद हैं.
बांग्लादेश के राजनीति हालातों को लेकर आरजेडी के सांसद मनोज झा ने कहा, मुझे पूरा विश्वास है कि हमारे प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री एस जयशंकर पिछले कुछ हफ्तों से सामने आ रही घटनाओं पर नजर रख रहे हैं और इसका एक खाका भी होगा. यह एक बहुस्तरीय वास्तुकला है. लोकतंत्र की आकांक्षा को संबोधित नहीं किया गया. अगर हम इस पूरे ढांचे को समझें, तो यह हर चीज की परिणति है. शेख हसीना को देश छोड़ना पड़ा. हमारी सरकार समझने के बाद जो भी निर्णय लेगी, हम उसके साथ खड़े होंगे.
भारत सरकार ने देश छोड़ने या फिर अगला कदम उठाने का फैसला पूरी तरह से शेख हसीना पर छोड़ दिया है. हसीना फिलहाल गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस पर मौजूद हैं. सरकार के सूत्रों ने इसकी जानकारी दी है.
उत्तर 24 परगना जिले में पेट्रापोल-बेनापोल सीमा पार करके लोग अपने काम के लिए बांग्लादेश से भारत आए हैं. बांग्लादेश में हिंसा के मद्देनजर सीमा पर भारी पुलिस बल तैनात है.
शेख हसीना उस सी-130 जे परिवहन विमान में सवार नहीं हैं, जिसने आज सुबह करीब 9 बजे हिंडन एयरबेस से उड़ान भरी थी. बांग्लादेश वायु सेना का सी-130 जे परिवहन विमान 7 सैन्यकर्मियों के साथ बांग्लादेश में अपने बेस की ओर उड़ान भर रहा है. सूत्रों ने इसकी जानकारी दी है.
बांग्लादेश के हालात पर कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने कहा, "बांग्लादेश में हालात संवेदनशील हैं. यह एक गंभीर स्थिति है जो दक्षिण एशिया और पूर्वी एशिया के लिए चिंताजनक है. मुझे उम्मीद है कि संसद के दोनों सदनों में इस मुद्दे पर विस्तृत चर्चा होगी और सरकार इस चर्चा को सुविधाजनक बनाने में अपनी भूमिका निभाएगी."
कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने बांग्लादेश में बिगड़े हालात पर चर्चा के लिए लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया है. कांग्रेस सांसद राजीव शुक्ला ने भी राज्यसभा में इस मुद्दे पर चर्चा के लिए स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया है.
बांग्लादेश वायुसेना के सी-130जे ट्रांसपोर्ट विमान ने आज सुबह करीब 9 बजे हिंडन एयरबेस से उड़ान भरी और अपने अगले गंतव्य की ओर बढ़ रहा है. भारतीय सुरक्षा एजेंसियां इस पर कड़ी नजर रख रही हैं. सूत्रों ने इसकी जानकारी दी है. शेख हसीना जिस फ्लाइट AJAX1431 से भारत आई थीं, वो विमान लॉकहीड सी-130जे हरक्यूलिस सैन्य परिवहन था. ऐसे में माना जा रहा है कि वह अब इसी विमान से भारत से रवाना हो गई हैं.
बांग्लादेश के मुद्दे पर संसद में सर्वदलीय बैठक चल रही है. विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने विभिन्न राजनीतिक दलों के सदस्यों को जानकारी दी. इस बैठक में गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद हैं.
सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने सोमवार को बांग्लादेश में हुए घटनाक्रम के मद्देनजर 4,096 किलोमीटर लंबी भारत-बांग्लादेश सीमा पर अपनी सभी यूनिट के लिए सोमवार को ‘हाई अलर्ट’ जारी किया.
मेघालय ने बांग्लादेश से लगी सीमा पर रात्रि कर्फ्यू लगाया है. मेघालय के उपमुख्यमंत्री प्रेस्टोन तिनसोंग ने सोमवार को कहा कि राज्य सरकार ने बांग्लादेश में मौजूदा हालात के मद्देनजर उसके साथ लगी अंतरराष्ट्रीय सीमा पर कर्फ्यू लगाने का फैसला किया है. उन्होंने कहा कि सीमा के 444 किलोमीटर से अधिक क्षेत्र में कर्फ्यू अगले आदेश तक रोजाना शाम छह बजे से सुबह छह बजे तक लागू रहेगा. यह निर्णय सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के कर्मियों और मेघालय पुलिस के साथ एक तत्काल बैठक के दौरान लिया गया.
गाजियाबाद में हिंडन एयरबेस पर शेख हसीना से NSA अजित डोभाल ने मुलाकात की थी. इस दौरान सेना के कई सीनियर ऑफिसर भी मौजूद थे. वेस्टर्न एयर कमांड के एयर मार्शल पंकज मोहन सिन्हा भी उनके साथ थे.
तख्तापलट के बाद बांग्लादेश में अंतरिम सरकार की तैयारी चल रही है. पीएम की रेस में नोबेल विजेता मोहम्मद यूनुस और पूर्व पीएम खालिदा जिया के बेटे तारिक रहमान शामिल हैं. पूर्व पीएम खालिद जिया जेल से रिहा होंगी. मोहम्मद यूनुस नए अंतरिम PM बनने की रेस में सबसे आगे हैं. वह नोबेल पुरस्कार विजेता हैं.
बांग्लादेश में विद्रोह पर भारत की पैनी नजर. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने CCS की मीटिंग की. आज विदेश मंत्री एस जयशंकर संसद में बयान दे सकते हैं. जयशंकर बांग्लादेश संकट पर भारत का रुख साफ करेंगे. वह दोनों सदन में बयान दे सकते हैं. विपक्षी दलों ने भारत का रुख जानना चाहा था. इस बीच भारत-बांग्लादेश बॉर्डर पर हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है.
- बांग्लादेश में बगावत के बाद सेना ने कमान संभाली.
- पूरे देश में आज कर्फ्यू खत्म हो गया है.
- कल पीएम हाउस, संसद से लेकर सड़क तक प्रदर्शनकारियों ने उत्पात मचाया था.
- बांग्लादेश छोड़कर भारत आईं शेख हसीना की गाजियाबाद में गुजरी रात.
- हिंडन एयरबेस पर NSA अजित डोभाल ने शेख हसीना से मुलाकात की.
- शेख हसीना को राजनीतिक शरण के लिए लंदन से हरी झंडी का इंतजार है.
बांग्लादेश सेना के इंटर-सर्विसेज जनसंपर्क निदेशालय के अनुसार, चल रहा कर्फ्यू सोमवार आधी रात से मंगलवार सुबह 6 बजे तक प्रभावी था. मंगलवार सुबह से, बांग्लादेश में सभी सरकारी, अर्ध-सरकारी, स्वायत्त, अर्ध-स्वायत्त, निजी संस्थान, कारखाने, स्कूल, कॉलेज, मदरसे, यूनिवर्सिटी और सभी शैक्षणिक संस्थान खुल चुके हैं.
बांग्लादेश में हुई हिंसा और प्रदर्शनों में मरने वाले लोगों की संख्या 135 हो चुकी है. ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, आवामी लीग के सदस्यों और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई झड़प में अब तक 135 लोग मारे गए हैं. इसमें से ज्यादातर लोगों की मौत पुलिस की गोलीबारी, भीड़ की पिटाई और आगजनी की वजह से हुई है.
शेख हसीना के भागने के बाद नोबेल पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस अंतरिम बांग्लादेश सरकार के मुख्य सलाहकार होंगे. फेसबुक पोस्ट का हवाला देते हुए रॉयटर्स ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि बांग्लादेश छात्र विरोधी आंदोलन के समन्वयकों ने मुख्य सलाहकार के रूप में नोबेल पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस के साथ नई सरकार के गठन का भी आह्वान किया.
वर्ल्ड बैंक ने सोमवार को कहा कि वह बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफा देने और मुल्क छोड़ने के बाद देश के साथ अपने लोन प्रोग्राम पर वहां की घटनाओं के प्रभाव का आकलन कर रहा है.
बांग्लादेश के सेना प्रमुख मंगलवार को स्थानीय समयानुसार दोपहर 12 बजे छात्र विरोध प्रदर्शन के समन्वयकों से मुलाकात करेंगे. इसमें शांति बहाली को लेकर बात हो सकती है.
ब्रिटेन के विदेश सचिव डेविड लैमी ने बांग्लादेश की स्थिति को लेकर चिंता जताई और कहा कि इस हिंसा को खत्म करने के लिए सभी को मिलकर काम करने की जरूरत है. इसके अलावा, उन्होंने बांग्लादेश में हाल की घटनाओं की संयुक्त राष्ट्र के नेतृत्व में पूर्ण और स्वतंत्र जांच का भी आग्रह किया. लैमी ने कहा, "बांग्लादेश के लोग पिछले कुछ हफ्तों की घटनाओं की संयुक्त राष्ट्र के नेतृत्व में पूर्ण और स्वतंत्र जांच के हकदार हैं."
फेसबुक पोस्ट का हवाला देते हुए रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, बांग्लादेश छात्र विरोधी समन्वयकों ने मुख्य सलाहकार के रूप में नोबेल पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस के साथ नई सरकार के गठन की गुजारिश की है.
बांग्लादेश सेना ने हिंदू अल्पसंख्यक परिवारों या मंदिरों के लिए कॉल करने हेतु नंबरों की एक सूची प्रदान की है. यह अन्य अल्पसंख्यकों पर भी लागू होती है. अगर वे पूरे बांग्लादेश में हिंसक हमले या किसी भी प्रकार के खतरे में हों तो इन नंबरों पर कॉल कर सकते हैं.
बांग्लादेश के राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन ने सोमवार को कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री पद से शेख हसीना का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है. इसके साथ ही उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया को रिहा करने का भी आदेश दिया, जो कई मामलों में दोषी ठहराए जाने के बाद से घर में नजरबंद हैं. शहाबुद्दीन ने संसद को भंग करने के बाद एक अंतरिम सरकार का गठन करने का भी ऐलान किया. अखबार ‘प्रथम अलो’ की रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रपति ने यह टिप्पणी बंगभवन में तीनों सेनाओं के प्रमुखों की उपस्थिति में विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं और नागरिक समाज के प्रतिनिधियों के साथ बैठक के दौरान की.
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने सोमवार को कहा कि बांग्लादेश में मची उथल-पुथल के बीच पड़ोसी मुल्क से लगी भारतीय सीमा सुरक्षित है. राजभवन के एक अधिकारी ने बताया, “राज्यपाल ने आश्वासन दिया कि हमारी सीमाएं (बांग्लादेश के साथ) सुरक्षित हैं. घबराने की कोई जरूरत नहीं है. अफवाह फैलाने वालों से सावधान रहें. भारत सरकार बंगाल का समर्थन कर रही और सीमाओं की सुरक्षा के लिए मजबूत व प्रभावी कदम उठा रही है.”उन्होंने कहा, “राजभवन ने एक उच्चस्तरीय निगरानी समिति गठित की है, जिससे भ्रामक सूचनाओं पर सही जानकारी प्राप्त करने के लिए संपर्क किया जा सकता है. अफवाह और भ्रामक सूचना फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.”
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतारेस ने सोमवार को प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे और देश छोड़ने के बाद बांग्लादेश में शांति का आग्रह किया. उन्होंने शांतिपूर्ण, व्यवस्थित और लोकतांत्रिक परिवर्तन की जरूरत पर जोर दिया. यूएन चीफ के प्रवक्ता फरहान हक ने कहा, "गुतारेस बांग्लादेश के लोगों के साथ पूरी एकजुटता से खड़े हैं और उनके मानवाधिकारों के पूर्ण सम्मान का आह्वान करते हैं. वह हिंसा के सभी कृत्यों की पूर्ण, स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी जांच की जरूरत पर जोर देते रहे."
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के बेटे सजीब वाजेद जॉय ने कहा कि उनकी मां राजनीति में वापसी नहीं करेंगी क्योंकि वह बांग्लादेश की भलाई के प्रयासों के बावजूद अपने नेतृत्व के खिलाफ विद्रोह से काफी ज्यादा निराश हैं. जॉय ने कहा, "उन्होंने बांग्लादेश को बदल दिया है. जब उन्होंने सत्ता संभाली तो इसे एक असफल राज्य माना जाता था. यह एक गरीब देश था. आज तक इसे एशिया के उभरते हुए देशों में से एक माना जाता था."
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा, "हमारी संवेदना निश्चित रूप से उन लोगों के प्रति है जो पिछले कुछ हफ्तों में हुई हिंसा में घायल हुए हैं. अब हमारा ध्यान हिंसा को खत्म करने और जवाबदेही का समर्थन करने पर है. अंतरिम सरकार के संबंध में सभी निर्णय लोकतांत्रिक सिद्धांतों, कानून के शासन और बांग्लादेशी लोगों की इच्छा के संबंध में किए जाने चाहिए."
बांग्लादेश के वर्तमान हालात पर अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा, "हमने वह घोषणा देखी है कि प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है और बांग्लादेश छोड़ दिया है. हम स्थिति पर सावधानीपूर्वक नजर रख रहे हैं. अमेरिका बांग्लादेश के लोगों के साथ खड़ा है. हम सभी पक्षों से आगे की हिंसा से परहेज करने का आग्रह करते हैं. पिछले कई हफ्तों में बहुत सारी जानें गई हैं और हम आने वाले दिनों में शांति और संयम बरतने का आग्रह करते हैं. हम अंतरिम सरकार की घोषणा का स्वागत करते हैं और आग्रह करते हैं कि कोई भी परिवर्तन बांग्लादेश के कानूनों के अनुसार किया जाए. हम पिछले सप्ताहों में मानवाधिकारों के हनन, हताहतों और चोटों की रिपोर्टों से बहुत दुखी हैं."
जमात ए इस्लामी ने समर्थकों से अपील की है कि शेख हसीना जिस देश में रुकें ढाका में मौजूद उस देश के दूतावास का घेराव किया जाए
बांग्लादेश में अंतरिम सरकार बनाने के लिए बांग्लादेशी राष्ट्रपति आज रात या कल दिन में संसद भंग करेंगे. आर्मी अंतरिम सरकार के गठन के दौरान सुरक्षा और अराजकता से निपटने तैयारी कर रही है.
बांग्लादेश की मौजूदा स्थिति पर अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा, "हमने यह सुना कि प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है और बांग्लादेश छोड़ दिया है. हम स्थिति की सावधानीपूर्वक निगरानी कर रहे हैं. संयुक्त राज्य अमेरिका बांग्लादेश के लोगों के साथ खड़ा है. हम सभी पक्षों से आगे की हिंसा से बचने का आग्रह करते हैं. पिछले कई हफ्तों में बहुत से लोगों की जान चली गई है और हम आने वाले दिनों में शांति और संयम बरतने का आग्रह करते हैं."
ब्रिटेन के विदेश सचिव डेविड लैमी ने कहा, बांग्लादेश में पिछले दो हफ्तों में हिंसा और जीवन की हानि देखी गई. सभी पक्षों को अब हिंसा को समाप्त करने, शांति बहाल करने कर साथ मिलकर काम करने की जरूरत हैं. बांग्लादेश के लोग पिछले कुछ हफ्तों की घटनाओं की संयुक्त राष्ट्र के नेतृत्व में पूर्ण और स्वतंत्र जांच के हकदार हैं. यूके बांग्लादेश को शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक भविष्य सुनिश्चित करने के लिए कार्रवाई होते देखना चाहता है
बांग्लादेश से भारतीयों को निकालने पर अभी तक कोई निर्णय नहीं हुआ है क्योंकि बांग्लादेश की सेना ने आश्वासन दिया है कि वे इस मुद्दे को हल करने में सक्षम हैं, इसलिए ऐसा करने की तत्काल आवश्यकता नहीं है. सूत्रों के मुताबिक अगर चरमपंथी और इस्लामवादी स्थिति को खराब करने की कोशिश करते हैं तो भारत वहां से अपने नागरिकों को निकालने की योजना बना सकता है.
शेख हसीना आज यानी सोमवार की रात हिंडन एयरबेस पर रुकेंगी और कल मंगलवार को किसी अन्य स्थान पर जा सकती हैं या एक और दिन तक वहीं रह सकती हैं. कल तक इस बात का फैसला हो जाएगा कि वह कहां जाएंगी. सूत्रों के मुताबिक शेख हसीना कुछ दिन और भारत में रहेंगी. उनके रिश्तेदार लंदन जा सकते हैं, लेकिन वह कुछ दिन यहीं रुकेंगी और उसके बाद वह लंदन के लिए उड़ान भी भर सकती हैं. भारत सरकार के पास ऐसी कोई जानकारी नहीं है कि ब्रिटेन ने उसे शरण न देने का फैसला किया है.
बांग्लादेश में पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के सत्ता से बाहर होने के बाद नेपाल ने हिंसा प्रभावित देश से नागरिकों की संभावित घुसपैठ की आशंका के चलते भारत के साथ अपनी सीमा पर सुरक्षा बढ़ा दी है.
बांग्लादेश की सैन्य शाखा आईएसपीआर ने एबीपी न्यूज को बताया कि बांग्लादेश में मंगलवार को कर्फ्यू खत्म हो जाएगा, स्कूल और व्यवसाय फिर से खुलेंगे.
बांग्लादेश के राष्ट्रपति ने बीएनपी अध्यक्ष बेगम खालिदा जिया की रिहाई का आदेश दे दिया है.
पीएम मोदी के आवास पर सुरक्षा को लेकर हो रही कैबिनेट समिति (सीसीएस) की बैठक खत्म हो चुकी है. इस बैठक में पीएम मोदी को बांग्लादेश की स्थिति के बारे में जानकारी दी गई.
असम ने बांग्लादेश सीमा से लगे जिलों को हाई अलर्ट पर रखा है. सम के करीमगंज, कछार, धुबरी और दक्षिण सलमारा-मनकाचर जिले बांग्लादेश के साथ 267.5 किलोमीटर लंबी अंतर्राष्ट्रीय सीमा साझा करते हैं. न्यूज एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक एक अधिकारी ने बताया कि उन्हें अलर्ट रहने के लिए कहा गया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति की बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें सरकार के शीर्ष अधिकारियों को बांग्लादेश की स्थिति के बारे में जानकारी दी गई. यह बैठक ऐसे समय हुई जब बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना अपने देश से भागकर लंदन जाने के लिए भारत पहुंची हैं
अभी भी हजारों लोग सड़कों पर हैं. अलजजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक अभी भी भीड़ के कुछ सदस्य बर्बरता कर रहे हैं. कई टीवी स्टेशनों में तोड़फोड़ की गई. साथ ही प्रधानमंत्री के सलाहकार के घर और प्रधान मंत्री के घर में भी तोड़फोड़ की गई.
शेख हसीना के इस्तीफे के बाद यूरोपीय यूनियन बांग्लादेश में शांति और संयम की अपील की है. अलजजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक 27 सदस्यीय ब्लॉक के विदेश नीति प्रमुख जोसेप बोरेल ने कहा, "यह महत्वपूर्ण है कि मानवाधिकारों और लोकतांत्रिक सिद्धांतों का पूरा सम्मान हो.
बांग्लादेश की वस्तुस्थिति पर भारत की नजर बनाए हुए हैं. इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास पर बैठक शुरू हो गई है, जिसमें गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और अजीत डोभाल भी मौजूद हैं.
बांग्लादेश की पूर्व पीएम शेख हसीना को हिंडन एयरबेस के सेफ हाउस में शिफ्ट किया गया है. उनकी सुरक्षा में की सुरक्षा एजेंसियों को तैनात किया गया है.
इंडिगो ने ढाका से आने-जाने वाली अपनी निर्धारित फ्लाइट्स तत्काल प्रभाव से रद्द कर दी हैं. इंडिगो की दिल्ली, मुंबई, चेन्नई और कोलकाता से ढाका के लिए कई उड़ानें हैं. द हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक विस्तारा के एक अधिकारी ने कहा कि उसने सोमवार को मुंबई से उड़ान संचालित की और मंगलवार को ढाका के लिए परिचालन के लिए स्थिति पर नजर रखी जा रही है.
बांग्लादेश की पूर्व पीएम शेख हसीना ने हिंडन एयरबेस पर बांग्लादेश की वर्तमान स्थिति और भविष्य की कार्रवाई पर एनएसए अजीत डोभाल के साथ चर्चा की. मौजूदा घटनाक्रम को देखते हुए भारतीय वायुसेना ने हर पूर्वी सेक्टर में अपने कर्मियों को अलर्ट पर रखा है.
भारत के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने एक्स पर शेख हसीना के साथ फोटो शेयर कर लिखा, "सुरक्षित और मजबूत रहें हसीना आंटी. मेरी दुआएं आपके साथ हैं."
विपक्षी बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी के कार्यवाहक अध्यक्ष तारिक रहमान का कहना है कि शेख हसीना का इस्तीफा लोगों की शक्तियों को साबित करता है. उन्होंने एक्स पर पोस्ट कर कहा, "आइए हम सब मिलकर बांग्लादेश को एक लोकतांत्रिक और विकसित राष्ट्र के रूप में पुनर्निर्माण करें, जहां सभी लोगों के अधिकार और स्वतंत्रता सुरक्षित हों."
कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने कहा कि पड़ोसी देश में स्थिति संवेदनशील होती जा रही है, उम्मीद है कि सरकार संसद के दोनों सदनों में इस पर बयान देगी. बीजू जनता दल (बीजेडी) के नेता सस्मित पात्रा ने कहा कि उनकी पार्टी इस मुद्दे पर भारत सरकार के रुख का समर्थन करेगी.
तख्तापलट के बाद बांग्लादेश की पूर्व पीएम के आवास पर प्रदर्शनकारियों ने तोड़फोड़ की. द हिंदू की रिपोर्ट के मु्ताबिक प्रदर्शनकारी शेख हसीन के आवास के अंदर की झील में मछली पकड़ते नजर आये.
एनएसए अजीत डोभाल और वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों ने हिंडन एयरबेस पर बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना से मुलाकात की. भारतीय वायु सेना और अन्य सुरक्षा एजेंसियां उन्हें सुरक्षा प्रदान कर रही हैं और उन्हें सुरक्षित स्थान पर ले जाया जा रहा है.
बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद हालत बदतर होते जा रहे हैं. कई सांस्कृतिक केंद्रों पर तोड़फोड़ के बाद अब प्रदर्शनकारी टीवी चैनलों के ऑफिस को निशाना बना रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक बांग्लादेश में एटीएन समाचार चैनल से लेकर अधिकांश अन्य चैनलों के ऑफिस पर हमला किया जा रहा है. न्यूज चैनल के ऑफिस में तोड़फोड़ के साथ-साथ वहां के स्टाफ से मारपीट भी की जा रही है.
NSA अजीत डोभाल ने हिंडन एयरबेस पर बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना से मुलाकात की. सूत्रों के मुताबिक शेख हसीना कुछ दिन भारत में रुक सकती है.
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने सोमवार (05 अगस्त) को हिंडन एयरबेस पहुंकर शेख हसीना से मुलाकात की. मुलाकात के बाद NSA हिंडन एयरबेस से निकल गए.
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि अनियंत्रित भीड़ ने बांग्लादेश की राजधानी के धनमंडी इलाके में स्थित इंदिरा गांधी सांस्कृतिक केंद्र (आईजीसीसी) और बंगबंधु मेमोरियल संग्रहालय को क्षतिग्रस्त कर दिया. ढाका ट्रिब्यून अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, प्रदर्शनकारियों ने ढाका में कई प्रमुख स्थानों में आग लगा दी, जिसमें धानमंडी 32 स्थित बंगबंधु भवन शामिल है.
बांग्लादेश की राजनीतिक संकट पर पड़ी तो कल यानि मंगलवार (06 अगस्त) को विदेश मंत्री एस जयशंकर संसद में बयान दे सकते हैं. बांग्लादेश में हालात बेकाबू होने के बाद शेख हसीना इस्तीफा देकर भारत आई हैं.
द हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने बांग्लादेश के घटनाक्रम पर विदेश मंत्री एस. जयशंकर से बात की.
शेख हसीना के 15 साल के प्रशासन के बाद यह स्पष्ट नहीं है कि बांग्लादेश में आगे क्या होगा. देश के आर्मी चीफ वकार उज जमान कहा कि वह अंतरिम सरकार बनाने के लिए राष्ट्रपति का मार्गदर्शन लेंगे और छात्रों के नेतृत्व वाले विरोध प्रदर्शनों पर कार्रवाई की जांच करेंगे.
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने पहुंचे हैं. बांग्लादेश की मौजूदा राजनीति संकट बातचीत करेंगे.
बांग्लादेश के मौजूदा घटनाक्रम पर आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने कहा, "यह इस बात का संकेत है कि तानाशाही किसी भी देश में अच्छी बात नहीं है. वहां भी भारत की तरह ही विपक्षी पार्टी के नेताओं को जेल में डाला गया था. यह एक तरह से पूरी दुनिया के लिए सबक है कि ऐसे शासन अब चलने वाले नहीं हैं." उन्होंने कहा कि बांग्लादेश के घटनाक्रम से भारत को अलर्ट रहना चाहिए क्यूंकि इसका असर भारत पर भी पड़ेगा.
सेना ने घोषणा की है कि प्रधान मंत्री शेख हसीना के इस्तीफे के बाद ढाका के शाहजलाल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को अगले छह घंटों के लिए बंद कर दिया गया है. स्थानीय मीडिया ने बताया है कि इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) ने हवाई अड्डे के बंद होने की घोषणा की पुष्टि की है.
ब्रिटेन ने कथित तौर पर बांग्लादेश की पूर्व पीएम शेख हसीना के राजनीतिक शरण के अनुरोध को स्वीकार करने से इनकार कर दिया है.
शेख हसीना कुछ दिनों तक भारत में रुकेंगी और फिर लंदन जाएंगी. बंग्लादेश में तख्तापलट के बाद आवामी लीग की नेता शेख हसीना भारत पहुंच गई हैं.
पीएम पद के साथ बांग्लादेश छोड़कर अवामी लीग की नेता शेख हसीना इंडिया पहुंच गई हैं. ऐसा बताया गया कि वह दिल्ली से सटे गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस पर उतरी हैं. सूत्रों की मानें तो उन्होंने यहां रहने के लिए शरण तो नहीं मांगी है पर वह कुछ समय तक भारत में जरूर रहेंगी. वह यहां से लंदन (यूके) के लिए रवाना हो सकती हैं.
बांग्लादेश में बवाल और बगावत के बाद भारतीय रेलवे ने सोमवार (पांच अगस्त, 2024) को बड़ा कदम उठाया है. रेलवे ने छह अगस्त तक के लिए बांग्लादेश को जाने वाली सभी ट्रेनें कैंसल कर दी हैं, जिनमें Kolkata-Dhaka-Kolkata Maitri Express भी शामिल है.
बांग्लादेश के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देकर देश छोड़ने के बाद अवामी लीग की नेत्री शेख हसीना भारत आ रही हैं. सूत्रों के हवाले से हमारे संवाददाताओं ने जानकारी दी कि वह थोड़ी देर में भारत की राष्ट्रीय राजधानी पहुंचेंगी. शाम छह बजे के आस-पास वह पालम एयरपोर्ट पर आएंगी.
बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, "मेरी अपील है कि आप बंगाल में शांति बनाए रखें. किसी भी तरह की अफवाहों पर ध्यान न दें. यह दो देशों के बीच का मामला है. केंद्र सरकार जो भी फैसला लेगी, हम उसका समर्थन करेंगे."
बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, "मेरी अपील है कि आप बंगाल में शांति बनाए रखें. किसी भी तरह की अफवाहों पर ध्यान न दें. यह दो देशों के बीच का मामला है. केंद्र सरकार जो भी फैसला लेगी, हम उसका समर्थन करेंगे."
अवामी लीग से नाता रखने वाली 76 साल की बांग्लादेश की पूर्व पीएम शेख हसीना के देश छोड़ने के मायने भारत और दुनिया के लिए क्या हैं? आइए, जानते हैं:
17 साल के कार्यकाल के बाद शेख हसीना का सरकार से बाहर जाना भारत के लिए एशिया में विश्वसनीय साथी या दोस्त खोने जैसा है. लंबे समय से भारत के साथ उनके मैत्रीपूर्ण संबंध रहे हैं. ऐसे में उनके सत्ता से बाहर जाने के बाद भारत के लिए चिंता का बड़ा सवाल खड़ा हुआ है कि अब कौन ढाका की सत्ता पर राज करेगा? जो कोई भी वहां सत्ता संभालेगा, उसके असर भारत पर देखने को मिल सकते हैं. दरअसल, अंतरिम सरकार या नई सरकार का भारत के प्रति क्या रुख होगा यह बेहद अहम है.
शेख हसीना के पीएम पद और बांग्लादेश छोड़ने के बाद भी प्रदर्शनकारी छात्र संगठन टस से मस नहीं हो रहे. उन्होंने साफ कर दिया कि उनको अंतरिम सरकार नहीं चाहिए. सत्ता को 'क्रांतिकारी छात्रों और नागरिकों' के हाथ में दिया जाना चाहिए. वे कोई और विकल्प नहीं मंजूर करेंगे.
सोमवार को स्टूडेंट्स अगेन्स्ट डिस्क्रिमिनेशन प्रोटेस्ट ग्रुप के कॉर्डिनेटर्स मोहम्मद नाहिद इस्लाम और आसिफ महमूद की ओर से फेसबुक पर संयुक्त बयान जारी करते हुए बताया गया कि फासीवादियों और हत्यारों को बंगाल की धरती पर ही न्याय का सामना करना पड़ेगा. कोई भी भाग नहीं पाएगा. शाम तक बेगुनाहों को रिहा कर दिया जाना चाहिए.
बयान में आगे यह भी कहा गया कि बांग्लादेश में फासीवादी तंत्र भी जाएगा और नए बांग्लादेश के निर्माण के साथ पॉलिटिकल ऑर्डर बनेगा. जब तक हम अंतिम जीत हासिल नहीं कर लेते हैं तब तक कोई भी सड़कों से नहीं हटेगा.
शेख हसीना का अगला कदम क्या होगा? यह तो फिलहाल साफ नहीं है मगर इतनी जरूर चर्चा है कि वह भारत (नई दिल्ली या अगरतला में), यूके (लंदन में), फिनलैंड या फिर स्विजरलैंड में से किसी एक देश जा सकती हैं. हालांकि, सूत्रों के हवाले से बताया गया कि वह आज शाम पांच दिल्ली आ सकती हैं, जिसके बाद ही वह आगे का निर्णय लेंगी.
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को लेकर बड़ी खबर है कि वह आज शाम पांच बजे तक नई दिल्ली आ सकती हैं. वह फिलहाल एयरफोर्स के विमान में हैं. सूत्रों के हवाले से ऐसा बताया गया कि वह दिल्ली आकर आगे का फैसला लेंगी.
बांग्लादेश के सेना प्रमुख राष्ट्रपति से मिलने पहुंचे हैं. ऐसा बताया गया कि वहां केयरटेकर गर्वनमेंट (अंतरिम सरकार) बनेगी. इस बीच, बड़ी खबर आई कि आवामी लीग का ढाका स्थित दफ्तर फूंक दिया गया. प्रदर्शनकारी उसे आग के हवाले कर रहे हैं.
बांग्लादेश के आर्मी चीफ वकर-उर-जमां ने सोमवार को पीसी के दौरान बताया कि पीएम शेख हसीना इस्तीफा दे चुकी हैं. अंतरिम सरकार देश चलाएगी. सेना देश में शांति बहाली कराएगी. ऐसे में हमारी अपील है कि नागरिक हिंसा न करें. हम पिछले कुछ हफ्तों में की गई हत्याओं की जांच करेंगे.
शेख हसीना दोपहर ढाई बजे के आस-पास बांग्लादेश छोड़कर भागी हैं. उनके वहां से निकलने के बाद ढाका स्थित पीएम आवास में प्रदर्शनकारी घुस गए और वे वहां हड़कंप मचाने लगे. उपद्रव से जुड़े जो फोटो और वीडियो सामने आए, उनमें प्रदर्शनकारी कॉफी मशीन, गमले, फर्नीचर और दूसरे महंगे सामान लेकर जाते हुए दिखे.
प्रधानमंत्री पद के साथ बांग्लादेश छोड़कर भागने वाली शेख हसीना के लंदन (यूके में) जाने की भी अटकले हैं. ऐसा बताया गया कि वहां पर उनकी बहन रहती हैं. ऐसे में वह सिस्टर के पास जा सकती हैं. हालांकि, इस बारे में फिलहाल किसी प्रकार की आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है. वैसे, पहले यह भी बताया गया कि वह भारत भी आ सकती हैं. अब यह साफ नहीं है कि इंडिया में वह कहां आएंगी. नई दिल्ली, पश्चिम बंगाल या फिर अगरतला (त्रिपुरा में). उनके अगरतला आने की अधिक संभावना है.
बांग्लादेश में बड़े सियासी घटनाक्रम के बीच एक और बड़ी खबर आई है. वहां पर रविवार को लगाया गया देशव्यापी कर्फ्यू हटा लिया गया है. आर्मी चीफ की ओर से यह जानकारी सोमवार को दी गई.
बांग्लादेश में हालिया घटनाक्रम के मद्देनजर बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (बीएसएफ) ने भारत-बांग्लादेश सीमा के 4,096 किलोमीटर क्षेत्र में सभी यूनिट को ‘हाई अलर्ट’ कर दिया है. यह जानकारी सोमवार दोपहर को अफसरों के हवाले से समाचार एजेंसी पीटीआई ने दी.
पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश में भारी बवाल के बीच सोमवार को बड़ा घटनाक्रम तब देखने को मिला जब शेख हसीना ने न सिर्फ पीएम पद से इस्तीफा दे दिया बल्कि उन्होंने मुल्क भी छोड़ दिया. उन्होंने दोपहर ढाई बजे देश छोड़ा और ऐसा बताया गया कि उन्हें इस्तीफा देने के लिए 45 मिनट का समय दिया गया था.
शेख हसीना के इस्तीफे के बाद बांग्लादेश में सेना ने कमान संभाल ली है. आर्मी चीफ ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि 24 से 48 घंटों के बीच अंतरिम सरकार का गठन होगा. फिलहाल वहां के हालात चिंताजनक और गंभीर हैं. ऐसे में लोग कानून न तोड़ें. बांग्लादेश में शांति व्यवस्था बहाल की जाएगी.
प्रदर्शनकारियों के हंगामे के बाद आखिकार पीएम शेख हसीना ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया. उनके आवास पर प्रदर्शनकारियों के धावा बोलने के बाद वह सैन्य हेलीकॉप्टर से ढाका छोड़कर निकल गई हैं.
प्रोथोम आलो अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना सैन्य हेलीकॉप्टर से भारत के लिए रवाना हुईं. वह अपने पद से इस्तीफा दे रही हैं. अब कमान सेना संभालने वाली है.
बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था को कर्फ्यू और इंटरनेट ब्लैकआउट के कारण 10 बिलियन डॉलर का नुकसान हुआ है. ढाका ने सोमवार से तीन दिनों के लिए बैंकों समेत सरकारी और निजी कार्यालयों को फिर से बंद कर दिया है. मोबाइल इंटरनेट सेवाएं भी बंद हैं.
एएफपी ने बताया कि बांग्लादेश में मरने वालों की कुल संख्या कम से कम 300 हो गई है. रविवार को सरकार विरोधी प्रदर्शनों में एक ही दिन 94 लोगों की मौत की खबर आई थी, लेकिन आंकड़ा 300 तक बताया जा रहा है.
बांग्लादेश में बढ़ते तनाव के बीच भारत ने आपातकालीन फोन नंबर जारी किए
बांग्लादेश में प्रदर्शनकारी छात्रों ने प्रधानमंत्री शेख हसीना पर इस्तीफा देने का दबाव बनाने के लिए देशव्यापी कर्फ्यू की अवहेलना करते हुए 5 अगस्त को राजधानी ढाका तक मार्च निकालने का आह्वान किया है. इसमें लोगों से भी शामिल होने की अपील की गई है.
सरकार के खिलाफ बढ़ते विरोध प्रदर्शन के बीच बांग्लादेश रेलवे ने हिंसा प्रभावित एरिया में सभी सेवाओं को निलंबित कर दिया है.
सरकार के खिलाफ बढ़ते विरोध प्रदर्शन के बीच बांग्लादेश रेलवे ने हिंसा प्रभावित एरिया में सभी सेवाओं को निलंबित कर दिया है.
बांग्लादेश में हो रहे संघर्ष को कंट्रोल करने के लिए सरकार ने 5-7 अगस्त तक 3 दिन की छुट्टी की घोषणा की है. वहीं, छात्र नेता आसिफ महमूद ने प्रदर्शनकारियों से लड़ाई के लिए तैयार रहने को कहा. उन्होंने कहा, लाठियां तैयार करो और बांग्लादेश को आजाद कराओ.
राष्ट्रव्यापी असहयोग आंदोलन के बीच ढाका में हजरत शाहजलाल इंटरनेशनल एयरपोर्ट सहित बांग्लादेश के प्रमुख एयरपोर्ट्स रविवार को बिना किसी व्यवधान के संचालित हुए. हिंसा के बीच सभी निर्धारित अंतरराष्ट्रीय और घरेलू उड़ानें सुचारू रूप से चल रही हैं.
अवामी लीग का सोमवार को प्रस्तावित शोक जुलूस कर्फ्यू के कारण रद्द कर दिया गया है. अवामी लीग के उप कार्यालय सचिव सईम खान ने रविवार रात पुष्टि की कि पार्टी ने शेख कमाल की जयंती के आधिकारिक उत्सव को भी स्थगित कर दिया है.
बांग्लादेश सेना ने लोगों से कर्फ्यू का पालन करने का आग्रह किया. देश में हिंसा के बाद बिगड़े हालात को देखते हुए कर्फ्यू लगाया गया है. आईएसपीआर की ओर से जारी एक प्रेस रिलीज में कहा गया, "बांग्लादेश सेना बांग्लादेश के संविधान और देश के मौजूदा कानूनों के अनुरूप अपना वादा पूरा करेगी. इस संबंध में, लोगों से कर्फ्यू का पालन करने के साथ-साथ इस उद्देश्य के लिए पूरा सहयोग देने का अनुरोध किया जाता है."
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार प्रमुख वोल्कर तुर्क ने हिंसा को समाप्त करने की गुजारिश की है और बांग्लादेश के नेताओं और सुरक्षा बलों से संयम बरतने का भी आग्रह किया. बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, वोल्कर ने कहा, सरकार को विरोध आंदोलन में शांतिपूर्वक भाग लेने वालों को निशाना बनाना बंद करना चाहिए, मनमाने ढंग से हिरासत में लिए गए लोगों को तुरंत रिहा करना चाहिए, पूरी तरह से इंटरनेट पहुंच बहाल करनी चाहिए और सार्थक बातचीत के लिए स्थितियां बनानी चाहिए.
बांग्लादेश के विभिन्न हिस्सों में प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों और सत्तारूढ़ आवामी लीग के समर्थकों के बीच रविवार को भीषण झड़पों में 14 पुलिसकर्मियों सहित 97 लोगों की मौत हो गई और सैकड़ों अन्य घायल हो गए. इसके चलते अधिकारियों ने मोबाइल इंटरनेट सेवा बंद कर दी और अनिश्चितकाल के लिए पूरे देश में कर्फ्यू लागू कर दिया.
बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना ने पिछले महीने कोटा सुधार आंदोलन के दौरान हिरासत में लिए गए छात्रों को रिहा करने का आदेश दिया है. पीएम हसीना ने ढाका में प्रोफेशनल कोऑर्डिनेशन काउंसिल के नेताओं के साथ हुई बैठक में यह घोषणा की.
बंग्लादेश में प्रदर्शनकारियों और सत्तारूढ़ अवामी लीग के समर्थकों के बीच ताजा झड़प में 91 लोगों की मौत हो गई.
सिलहट में भारत के सहायक उच्चायोग ने प्रदर्शनकारियों और सत्तारूढ़ पार्टी समर्थकों के बीच हिंसक झड़पों के बीच भारतीय नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी है. छात्रों सहित भारतीयों को आपात स्थिति में हेल्पलाइन नंबर +88-01313076402 पर संपर्क करने की सलाह दी गई है.
पिछले महीने बांग्लादेश में छात्रों के विरोध प्रदर्शन के दौरान 200 लोग मारे गए थे. यूनिसेफ ने बताया, "उस समय मरने वालों में 32 बच्चे भी शामिल थे. वहीं कई बच्चे घायल हुए और बहुतों को हिरासत में भी लिया गया. यूनिसेफ हिंसा की निंदा करता है."
पिछले महीने बांग्लादेश में छात्रों के विरोध प्रदर्शन के दौरान 200 लोग मारे गए थे. यूनिसेफ ने बताया, "उस समय मरने वालों में 32 बच्चे भी शामिल थे. वहीं कई बच्चे घायल हुए और बहुतों को हिरासत में भी लिया गया. यूनिसेफ हिंसा की निंदा करता है."
नोबेल पुरस्कार विजेता और ग्रामीण बैंक के संस्थापक प्रोफेसर मुहम्मद यूनुस ने कहा है कि बांग्लादेश में फैली अशांति पड़ोसी (भारत) देश में भी फैलेगी. उन्होंने कहा कि इसे बांग्लादेश का आंतरिक मामला कहना दुखद है.
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक झड़प में अवामी लीग के छह नेताओं और कार्यकर्ताओं की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई और कई अन्य घायल हो गए. राजधानी में प्रदर्शनकारी ढाका मेडिकल कॉलेज से चार लोगों के शव ले गए.
सरकारी नौकरियों में आरक्षण को लेकर असहयोग आंदोलन के पहले दिन बांग्लादेश के विभिन्न हिस्सों में प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों और सत्तारूढ़ पार्टी के समर्थकों के बीच झड़प में 14 पुलिसकर्मी समेत 72 लोगों की जानें चली गई.
बंग्लादेश की राजधानी ढाका में अधिकांश दुकानें और मॉल हैं. यहां के शाहबाग क्षेत्र में लागातर छात्रों की संख्या बढ़ती ही जा रही है. प्रदर्शनकारी भेदभाव विरोधी छात्र आंदोलन के बैनर तले हिंसा में मारे गए लोगों के लिए न्याय की मांग करते हुए नारे लगा रहे हैं. डेली स्टार अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक बंगबंधु शेख मुजीब मेडिकल यूनिवर्सिटी (बीएसएमएमयू) में अज्ञात लोगों ने कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया.
प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री शेख हसीना के बातचीत के आह्वान को खारिज कर दिया और अधिक से अधिक लोगों से आंदोलन में शामिल होने का आग्रह किया. पीएम शेख हसीना ने बढ़ती हिंसा को रोकने के उद्देश्य से बातचीत निमंत्रण भेजा था. प्रदर्शनकारी शेख हसीना के इस्तीफे की मांग पर अड़े हुए हैं.
बांग्लादेश में ताजा हिंसा में 14 पुलिसकर्मियों समेत कम से कम 72 लोगों की मौत हो गई और सैकड़ों लोग घायल हो गए. सिलहट में भारतीय उच्चायोग ने हिंदुस्तान के नागरीकों को सतर्क और संपर्क में रहने के लिए कहा है. इसके लिए एक हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है.
बांग्लादेश के दूसरे सबसे बड़े शहर चटगांव में आगजनी की सूचना सामने आई है. द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक शिक्षा मंत्री मोहिबुल हसन चौधरी नोफेल और चटगांव सिटी कॉरपोरेशन के मेयर के आवास को प्रदर्शनकारियों निशाना बनाया है.
बांग्लादेश में एक बार फिर माहौल बिगड़ चुका है. अलजजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक ताजा विरोध प्रदर्शन में कम से कम 52 लोग मारे गए हैं तो वहीं 13 पुलिस अधिकारी और दर्जनों लोग घायल हैं. पुलिस प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस और स्टन ग्रेनेड का इस्तेमाल कर रही है.
बांग्लादेश में ताजा हिंसा पर प्रधानमंत्री शेख हसीना ने कहा कि विरोध के नाम पर तोड़फोड़ करने वाले लोग छात्र नहीं, बल्कि आतंकवादी हैं. ऐसे तत्वों से कड़ाई से निपटने की...पढ़ें पूरी खबर.
बैकग्राउंड
Bangladesh Crisis Live Updates: बांग्लादेश में हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं. शेख हसीना के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने और फिर मुल्क छोड़कर भागने के बाद अब देश की कमान बांग्लादेशी सेना के हाथों में आ गई है. दुनियाभर में इसे तख्तापलट के तौर पर देखा जा रहा है. शेख हसीना के मुल्क छोड़ने की जानकारी खुद सेना ने टीवी पर आकर दी है. साथ ही लोगों से अपील की है कि वे हिंसा छोड़कर अपने घरों को लौट जाएं. इस वक्त सेना ने शांति कायम करने की जिम्मेदारी उठा ली है.
शेख हसीना बांग्लादेश छोड़कर भारत आई हैं और अब उनकी लंदन जाने की योजना है. उनका विमान सोमवार को गाजियाबाद स्थित हिंडन एयरबेस पर उतरा. राजनयिक सूत्रों ने बताया कि हसीना बांग्लादेश वायुसेना के एक सी-130 जे सैन्य परिवहन विमान से भारत पहुंचीं. हसीना के विमान के एयरबेस पर उतरने के कुछ समय बाद राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजित डोभाल ने उनसे मुलाकात की. माना जाता है कि हसीना को बांग्लादेश के घटनाक्रम पर भारत के रुख से अवगत कराया गया.
इस बीच बांग्लादेश के राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन ने सोमवार को कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री पद से शेख हसीना का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है. इसके साथ ही उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया को रिहा करने का भी आदेश दिया, जो कई मामलों में दोषी ठहराए जाने के बाद से घर में नजरबंद हैं. शहाबुद्दीन ने संसद को भंग करने के बाद एक अंतरिम सरकार का गठन करने का भी ऐलान किया. इस तरह आवामी लीग के नेतृत्व वाली सरकार के खत्म होने के बाद एक बार फिर से देश में नई सरकार बनने वाली है.
बांग्लादेश में हुई हिंसा के कई वीडियो भी सामने आए हैं, जिसमें प्रदर्शनकारियों को देश की संसद और प्रधानमंत्री आवास में घुसते हुए देखा जा सकता है. प्रदर्शनकारियों को पीएम आवास से तरह-तरह की चीजें ले जाते हुए देखा गया है. सिर्फ इतना ही नहीं, बल्कि भीड़ ने संसद के भीतर प्रवेश किया और वहां नारेबाजी की. ऐसे में बांग्लादेश में हुई हिंसा से जुड़े सभी अपडेट्स आप नीचे दिए गए कार्ड्स में पढ़ सकते हैं.
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