9 साल बाद बांग्लादेश लौटा शेख हसीना का 'दुश्मन'! भारत में ले रखी थी शरण, घर पहुंचते ही कह दी ये बात
बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी के नेता और शेख हसीना के कट्टर विरोधी सलाहुद्दीन अहमद नौ साल बाद भारत से बांग्लादेश पहुंचे. उन्होंने ढाका में पहुंचकर युवाओं को संबोधित किया.
Salahuddin Ahmed: बांग्लादेश में हुए तख्तापलट के बाद बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (Bangladesh Nationalist Party) के नेता सलाहुद्दीन अहमद स्वदेश लौट चुके हैं. सलाहुद्दीन अहमद भारत के मेघालय में नौ साल तक रहने के बाद ढाका लौटे. हजरत शाहजलाल अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचने के बाद सलाहुद्दीन अहमद का समर्थकों ने जोरदार स्वागत किया.
बड़ी संख्या में हजरत शाहजलाल अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर जुटे समर्थकों ने उनके समर्थन में नारेबाजी की. बीएनपी मीडिया सेल के सदस्य सैरुल कबीर खान ने उनके ढाका पहुंचने की जानकारी मीडिया को दी.
कैसे हुआ वापसी का रास्ता साफ?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बांग्लादेश के सहायक उच्चायुक्त ने गुवाहाटी में उनका यात्रा पास जारी किया था. यात्रा पास जारी होने के बाद ही बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी के नेता सलाहुद्दीन अहमद का स्वदेश लौटने का रास्ता साफ हो गया.
नौ साल से भारत में क्यों थे?
दरअसल, बांग्लादेश के पूर्व राज्य मंत्री सलाहुद्दीन अहमद 62 दिनों तक लापता रहे थे और उसके बाद वो 11 मई, 2015 को भारतीय राज्य मेघायल की राजधानी शिलांग में मिले थे. बिना वैध दस्तावेजों के भारत में प्रवेश करने के लिए उन्हें गिरफ्तार किया गया था. इस कड़ी में उन्हें विदेशी अधिनियम के तहत आरोपित भी किया गया. बता दें कि शिलांग पुलिस ने उनके खिलाफ आरोप लगाए थे.
बीएनपी ने क्या कहा?
बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी ने कहा कि 10 मार्च, 2015 को उनके नेता को ढाका स्थिक उनके घर से अगवा किया गया था. बीएनपी ने कहा कि उनके घर में कुछ लोग जासूस बनकर घुसे थे और उन्हें अगवा कर लिया. हालांकि, 26 अक्टूबर, 2018 को शिलांग की एक अदालत ने उन्हें अवैध प्रवेश के आरोपों से बरी कर दिया.
ढाका पहुंचकर क्या बोले सलाहुद्दीन अहमद?
बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (Bangladesh Nationalist Party) के नेता सलाहुद्दीन अहमद बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के कट्टर विरोधी हैं. ढाका पहुंचने के बाद उन्होंने बांग्लादेश के युवाओं का आभार जताते हुए कहा कि देश को दूसरी आजादी दिलाने के लिए आप सभी के योगदान और साहस को कभी नहीं भुलाया जा सकता.
ये भी पढ़ें: कोलकाता रेप-मर्डर केस पर अधीर रंजन चौधरी का ममता बनर्जी पर निशाना, कहा- 'सरकार अभी भी दुविधा में...'