Fact Check: बांग्लादेश आर्मी ने बॉर्डर पर 'चिकन नेक' एरिया में तैनात किए KILLER UAV? बीएसएफ अधिकारी ने बताई सच्चाई
बांग्लादेश के साथ जारी तनाव के बीच पश्चिम बंगाल के पास ड्रोन तैनात किए जाने की खबरें आ रही हैं. हालांकि, सेना ने इन खबरों का खंडन किया है. उन्होंने कहा कि उनके पास ऐसी कोई जानकारी नहीं है.
बांग्लादेश में हिंदुओं के साथ जो हो रहा है, उस पर भारतीयों में बेहद गुस्सा है. भारत सरकार बार-बार इन घटनाओं पर आपत्ति जता रही है और मोहम्मद यूनुस सरकार के सामने अपनी नाराजगी भी दर्ज करा चुकी है, जिसके बाद से दोनों देशों में तनाव बढ़ गया है. इस बीच बांग्लादेश की ओर से पश्चिम बंगाल में चिकेन नेक एरिया के पास टर्किश ड्रोन तैनात किए जाने की खबरें आ रही हैं. कई मीडिया पोर्टल्स ने सूत्रों के हवाले से ऐसी रिपोर्ट छापी हैं, जिनमें बताया गया कि बांग्लादेश ने अनमैन्ड एरियल व्हीकल (UAV) बायरकतार TB2 तैनात किए हैं, जो बांग्लादेश ने इसी साल तुर्कीए से खरीदे हैं. हालांकि, ये खबरें गलत हैं, बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (BSF) ने कहा है कि उनके पास इस तरह की कोई जानकारी मौजूद नही हैं.
एबीपी की नयनिमा बासू ने बीएसएफ के अधिकारियों से बांग्लादेशी आर्मी की ओर से बायरकतार TB2 ड्रोन की तैनाती के बार में प्रश्न पूछा, तो उन्होंने कहा कि ऐसे किसी ड्रोन की तैनाती की जानकारी हमारे पास नहीं है, लेकिन बॉर्डर पर भारतीय सुरक्षाकर्मी पूरी तरह मुस्तैद हैं और हर गतिविधि पर सेना की नजर है.
बांग्लादेश के डिफेंस टेक्नोलॉजी (DTB) के अनुसार तुर्कीए से लिए गए 12 बायरकतार TB2 में से 6 ऑपरेशनल हैं. कई मीडिया रिपोर्ट्स में सूत्रों के हवाले से बताया गया कि भारत के पास सीमावर्ती इलाकों में तैनात किए गए ड्रोन को सर्विलांस और इंटेलीजेंस के लिए बांग्लादेश की 67वीं सेना ऑपरेट कर रही है. बांग्लादेश में शेख हसीना के सत्ता से हटने और देश छोड़कर भागने के बाद से वहां हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यक समुदायों पर हमले हो रहे हैं.
पिछले महीने बांग्लादेश के इस्कॉन के पुजारी चिन्मॉय कृष्ण दास को भी गिरफ्तार कर लिया गया, जिसके बाद चिन्मॉय कृष्ण दास की रिहाई के लिए बड़ी संख्या में उनके समर्थकों ने प्रदर्शन किए. इस दौरान समर्थकों और पुलिसकर्मियों के बीच झड़प हो गई. चिन्मॉय कृष्ण दास बांग्लादेश में हिंदुओं के अधिकारों के लिए आवाज उठाते रहे हैं. शेख हसीना के सत्ता से हटने के बाद वह और ज्यादा चर्चा में आ गए. उन्होंने आरोप लगाया कि मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार देश में हिंदुओं पर हुए तीन हजार हमलों को रोकने में असफल रही.
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