Bangladesh Election 2024: बांग्लादेश में 7 जनवरी को चुनाव होने हैं. चुनाव से पहले ही अनुमान लगाया जा रहा है कि बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना चौथी बार सत्ता में आ सकती हैं. इसकी वजह है देश के प्रमुख विपक्षी दल जिन्होंने चुनाव का बहिष्कार कर दिया है, इसलिए शेख हसीना के आगे का रास्ता साफ हो गया है. दरअसल विपक्षी दलों का आरोप है सत्ता में रहते हुए शेख हसीना चुनाव साफ-सुथरे तरीके से नहीं होने देंगी.
ढाका टाइम्स के मुताबिक, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री और अवामी लीग पार्टी की अध्यक्ष शेख हसीना ने अपनी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को हिदायत दी है कि वह किसी भी तरह की हिंसा में शामिल न हों. शेख हसीना ने कहा, "आप जिसे चाहो उसे वोट दे दें, लेकिन शांतिपूर्ण माहौल बना कर रखें."
बांग्लादेश मे विपक्ष के आरोपों पर वैश्विक स्तर पर भी बात उठी थी लेकिन अमेरिका को भारत, चीन और रूस ने ये कहकर किनारा कर लिया कि ये देश का आंतरिक मामला है और वे इसमें हस्तक्षेप कर के बांग्लादेश की संप्रभुता पर खतरे में नहीं डालना चाहते हैं.
भारत के लिए क्या है बांग्लादेश की अहमियत?
भारत के लिए बांग्लादेश रणनीतिक और कूटनीतिक लिहाज से काफी अहम है. इस जरिए भारत उत्तर-पूर्वी राज्यों में अपनी सुरक्षा के हितों को साधे रखता है. चीन ने कई बार इन राज्यों पर अपना दावा किया, इसलिए बांग्लादेश इस इलाके में भारत के लिए प्रतिरोध का काम करता है.
भारत सरकार ने पहले इस बात को साफ कर दिया है कि वह बांग्लादेश के चुनावों में कोई दखल नहीं देगी. भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने भी कहा था कि बांग्लादेश में शांतिपूर्वक चुनाव कराए जाने चाहिए. लेकिन भारत के रुख को लेकर बांग्लादेश के विपक्षी दल नाराज दिखते हैं. उनका आरोप है कि भारत किसी देश नहीं बल्कि एक सरकार को अपना समर्थन दे रहा है.
दोस्ती के 'सबूत'
भारत और बांग्लादेश के बीच रिश्ते की नींव ऐतिहासिक,पारंपरिक और भाषाई आधार पर है. लेकिन शेख हसीना की सरकार के दौरान बांग्लादेश में उन जिहादी संगठनों पर नकेल कसी गई जो भारत के पूर्वोतर राज्यों में हिंसा और घुसपैठ को बढ़ावा देते थे. कई बार शेख हसीना की सरकार ने अंततराष्ट्रीय स्तर पर भी भारत का समर्थन किया है.
पीएम मोदी और शेख हसीना की 'पार्टनरशिप'
भारत और बांग्लादेश आर्थिक, रणनीतिक और सुरक्षा के लिहाज से एक दूसरे का साथ चाहते हैं. बांग्लादेश भी वैश्विक स्तर पर भारत के उभरते कद से वाकिफ है. शेख हसीना ने 2022 में भारत में दौरा किया था, इस दौरान उन्होंने कहा था कि बांग्लादेश को नहीं भूलना चाहिए कि भारत ने देश की आजादी में कितना बड़ा योगदान दिया था.
भारत और बांग्लादेश में कई बार नदी के पानी समेत कई विवाद भी हुए हैं, लेकिन इसके बावजूद अब भी दोनों देशों के बीच का रिश्ता स्थिर है. बांग्लादेश की सरकार पर पश्चिम के देश कई बार ज्यूडिशियल किलिंग और मानवाधिकार के उल्लंघन का आरोप लगाती रही हैं लेकिन भारत ने इन आरोपों पर शेख हसीना सरकार का समर्थन किया है. हाल ही में अमेरिका ने बांग्लादेश के लोगों के लिए वीजा सुविधा पर रोक लगा दी थी. भारत ने बिना नाम लिए कहा था कि किसी देश को हक नहीं है कि वह किसी दूसरे देश में मामले में दखल दे.
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